एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर में पाठ्य सहगामी क्रियाओं के अंतर्गत संस्कृत निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में "गीता सुगीता कर्तब्या : " विषय पर सर्वोत्तम निबंध लिखने वाली शगुन ने पहला स्थान प्राप्त किया।
        महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय की अध्यक्षता तथा डॉ भावना सिंह के संयोजकत्व में संस्कृत निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो0 पाण्डेय ने कहा कि गीता सुगीता कर्तब्या: ----यह श्लोक कहता है कि गीता का अध्ययन और मनन करो तो फिर शास्त्रों की क्या आवश्यकता है। इस श्लोक का तात्पर्य यह नहीं है कि अन्य शास्त्र व्यर्थ हैं। इसका अर्थ है है कि यदि गीता को आत्मसात कर लो तो सार वास्तु अर्थात ईश्वर के बोध की प्राप्ति हो जाएगी, कल्याण हो जायेगा, सर्वोच्च पद की प्राप्ति हो जाएगी। डॉ अवनीन्द्र दीक्षित ने सभी का स्वागत किया। वहीं संयोजक डॉ भावना सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान - शगुन, बी० ए० (तृतीय वर्ष, संस्कृत),द्वितीय स्थान - श्वेता शुक्ला बी०एस-सी०  (तृतीय वर्ष),तृतीय स्थान - पार्थेश्वर दुबे (बी० एड०, प्रथम वर्ष) एवं शिखा पांडेय - एम० ए० (प्रथम वर्ष, हिन्दी),सांत्वना - सुचिता द्विवेदी  बी० ए० (द्वितीय वर्ष, संस्कृत)  प्राप्त किया। 
  इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 राघवेंद्र सिंह, डॉ दिनेश मौर्य, डॉ पूजा मिश्रा, डॉ आशीष लाल, डॉ सुनील शुक्ल, डॉ श्रद्धा सिंह व अनिल पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

           हिन्दी संवाद न्यूज से
           संवाददाता वी. संघर्ष
              9452137917
              बलरामपुर। 

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