*हिन्दीसंवाद न्यूज़ के लिए प्रीतम शुक्ला की रिपोर्ट*
*भदोही:औराई के लक्ष्मणा ग्राम में श्री चन्द्रेश्वर महादेव मंदिल में बड़े धूमधाम से बैंड बाजो के साथ मनाया जीवित्पुत्रिका ब्रत*
*जानिए किस तरह संपन्न की जा सकती है जीवित्पुत्रिका ब्रत पूजा पंडित सूरज त्रिपाठी से*
जितिया ब्रत को जीवित्पुत्रिका या जिउतिया ब्रत भी कहा जाता है. इस ब्रत को अश्विनी माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर माए अपनी संतान के लिए रखती है.
हिंदू धर्म में जितिया व्रत की विशेष धार्मिक मान्यता होती है. इस व्रत को माएं अपनी संतान की खुशहाली, समृद्धि और दीर्घायु के लिए रखती हैं. जितिया व्रत को जीवित्पुत्रिका व्रत (Jivitputrika Vrat) और जिउतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है. इस व्रत में भगवान जीमूतवाहन की पूजा की जाती है. हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जीवित्पुत्रिका व्रत रखा जाता है और इस साल यह व्रत 25 सितंबर, बुधवार के दिन रखा जा रहा है. जानिए जितिया व्रत में किस तरह की जाती है पूजा संपन्न और किन जरूरी बातों को ध्यान में रखना है बेहद जरूरी.
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