मीरजापुर में लगातार जल स्तर बढ़ता ही रहा रहा है।अगर ऐसी ही स्थिति बनी रही तो किसानों भाईयो को काफी हद तक छति का सामना करना पड़ेगा क्योंकी फसल बहुत सी तैयार हो गई है। जैसे बाजरा, मक्का,मुंगफली, उर्द, आदि फसल मौजूद है। इसलिए किसानो को काफी मात्रा छति होगी आपको बता दें कि बाढ़ से प्रभावित चुनार क्षेत्र के बहुत से गांव जैसे खानपुर,सोनवर्षा मगरहा, मेडिया कठेरवा, रामगढ़ सीखड बटौवा, आदि ग्रामीणों में यदि स्तर बढ़ने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
लगातार महंगाई के चलते किसान भाई लगान पर खेती लेते हैं। और खेत का रेट दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है।
ताजूक इस बात की है कि पैसे से लिया गया खेत किसानों को तीन फसल नहीं ले पाते हैं बाढ़ ग्रसित भूमि को सरकार कुछ न कुछ मानदेय देती है परंतु जिसका खेत होता है उसके सीधे खाते में चला आता है जो खेत लिया है उसको कुछ नहीं मिलता है। इसमें भूमि वाले का ही मजा ही मजा है। परंतु जो किसान भाई लगान पर खेती लेते हैं वह तीन फसल उगाने के वजह दो ही फसल ले पाते हैं।
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