एम एल के पी जी कॉलेज सभागार में शनिवार को आई क्यू ए सी एवं बीसीए विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने "साइबर अपराध: भारत में मुद्दे, चुनौतियाँ और सुरक्षा" विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश पुलिस के सलाहकार व साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्र,कार्यक्रम अध्यक्ष एस बी आई बैंक के मुख्य प्रबंधक अनूप रंजन, संरक्षक व संयुक्त सचिव प्रबंध समिति बी के सिंह,प्रभारी प्राचार्य प्रो0 पी के सिंह,मुख्य नियंता प्रो0 राघवेंद्र सिंह,आई क्यू ए सी के कोऑर्डिनेटर प्रो0 तबस्सुम फरखी,समन्वयक डॉ सद्गुरु प्रकाश व आयोजन सचिव विभागाध्यक्ष बीसीए अभिषेक सिंह ने दीप प्रज्वलित एवं मा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया।इसके बाद कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत सरस्वती वंदना व महाविद्यालय के कुलगीत से हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राहुल मिश्र ने कहा कि जागरूकता एवं जानकारी के अभाव में लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। यदि हम अपने को थोड़ा सजग रखें और किसी भी परिस्थिति में मन को शांत रखकर किसी भी चीज का सत्यापन करके ही किसी भी प्रकार का लेन देन करें तो साइबर क्राइम का शिकार होने से बचा जा सकता है।उन्होंने बताया कि किसी भी तकनीक का दुरुपयोग करना साइबर क्राइम है। अधिकांश साइबर अपराध साइबर अपराधियों या हैकर्स द्वारा किए जाते हैं जो पैसा कमाना चाहते हैं। हालाँकि, कभी-कभी साइबर अपराध का उद्देश्य लाभ के अलावा अन्य कारणों से कंप्यूटर या नेटवर्क को नुकसान पहुँचाना होता है। ये राजनीतिक या व्यक्तिगत हो सकते हैं। लालच और डर के कारण लोग अधिकतर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। आवश्यकता है ध्यान रखने की कि कभी भी पैसा आने के लिए क्यूआर कोड को स्कैन नहीं और न ही पिन इंटर किया जाता है जबकि पैसा देने के लिए किया जाता है। कार्यक्रम अध्यक्ष अनूप रंजन ने कहा कि अपनों पर विश्वास रखें जो मनोवैज्ञानिक रूप से सशक्त बनायेगा और साइबर क्राइम से बचाव में सहायक होगा। संयुक्त सचिव बी के सिंह ने आई क्यू ए सी व बीसीए विभाग की सराहना की कि वर्तमान के ज्वलंत मुद्दे पर संगोष्ठी का आयोजन किया जो सभी के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। प्रभारी प्राचार्य प्रो0 पी के सिंह ने संगोष्ठी के सफलता की कामना करते हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। आई क्यू ए सी कोऑर्डिनेटर प्रो0 तबस्सुम फरखी ने सभी का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी का संचालन डॉ स्वदेश भट्ट ने किया। इस दौरान अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान भी किया गया।इस दौरान अतिथियों का औपचारिक स्वागत माल्यार्पण व बैज लगाकर प्रो0 मोहिउद्दीन अंसारी,डॉ बीएल गुप्त, डॉ कृतिका तिवारी,डॉ ऋषि रंजन पाण्डेय व मसूद मुराद ने किया। तकनीकी सत्र में जम्मू विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नीरज कुमार, बस्ती के डॉ अश्वनी श्रीवास्तव, लखनऊ के डॉ शशांक शेखर व विनीत गुप्ता ने साइबर क्राइम के चुनौतियों व सुरक्षा पर अपने अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर प्रो0 अरविन्द द्विवेदी, प्रो0 रेखा विश्वकर्मा, प्रो0 एस पी मिश्र,प्रो0 पी सी गिरी,प्रो0 विमल प्रकाश,प्रो0 अशोक कुमार, डॉ दिनेश मौर्य, डॉ अनामिका सिंह,डॉ आलोक शुक्ल, डॉ रमेश शुक्ल, डॉ सुनील कुमार, मीडिया प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान सहित कई लोग मौजूद रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
9452137917
बलरामपुर।
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