लखनऊ : 03 सितम्बर, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि मैनपुरी ऋषि-मुनियों की धरती है। यह मयन ऋषि, मार्कण्डेय ऋषि और च्यवन ऋषि से जुड़ी धरती है। इस धरती का सम्बन्ध स्वाधीनता आन्दोलन से जुड़े स्वाधीनता संग्राम सेनानियों से भी रहा है। आज यहां करहल विधानसभा क्षेत्र सहित जनपद मैनपुरी के विकास की लगभग पौने चार सौ करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है। इनमें सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं, ग्राम पंचायत अहिलादपुर में मिनी स्टेडियम के निर्माण एवं एक अग्निशमन केन्द्र की स्थापना सहित विकास से जुड़ी अन्य योजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद मैनपुरी में 361 करोड़ 37 लाख रुपये लागत की 379 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इन परियोजनाओं में करहल विधान सभा क्षेत्र के विकास की 36 करोड़ 38 लाख रुपये से अधिक लागत की 125 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 39 करोड़ 65 लाख रुपये से अधिक लागत के 59 कार्यां का शिलान्यास सम्मिलित है।
मुख्यमंत्री जी ने उद्यान एवं कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत कृषकों को कृषि यंत्रों की चाभी एवं अनुदान, स्वयं सहायता समूह को कैश क्रेडिट लिमिट तथा छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन/टैबलेट वितरित किये। इस अवसर पर जनपद मैनपुरी के विकास पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अनेक नौजवानों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किये गये हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को सरकार के द्वारा प्रदान की जाने वाली सहयोग राशि के प्रतीकात्मक चेक दिए गये हैं। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को आवास की चाभी भी सौंपी गयी है। एक सप्ताह पूर्व ही उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक भी करहल आए थे। उन्होंने रोजगार मेले, ऋण वितरण और टेबलेट वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया था। इसमें हजारों नौजवानों को रोजगार मिला, अनेक नौजवानों को उद्यम लगाने के लिए ऋण दिए गए तथा युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन भी वितरित किये गये थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए कोई माहौल नहीं था। प्रदेश में व्यक्ति और पूंजी दोनों सुरक्षित नहीं थे। आज यहां व्यक्ति भी सुरक्षित है और पूंजी भी सुरक्षित है। आज यहां बेटी भी सुरक्षित है और व्यापारी भी सुरक्षित है। आज प्रदेश में अन्नदाता किसानों, नारी शक्ति और युवाओं को सम्मान प्राप्त हो रहा है। इसी अभियान के क्रम में आज एक बार पुनः मात्र एक सप्ताह में ही पूरी सरकार आपके द्वार आयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल हम 1,000 नौजवानों को सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र देने जा रहे हैं। विगत दिनां 60,200 से अधिक युवाओं को उत्तर प्रदेश पुलिस बल में नियुक्ति के लिए सफलतापूर्वक परीक्षा सम्पन्न की गयी है। यह देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में किसी भी सिविल पुलिस की सबसे बड़ी भर्ती थी। इसमें किसी स्तर पर कोई भेदभाव नहीं हुआ, कहीं किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई और कोई भ्रष्टाचार भी नहीं हुआ। यह कार्य वर्ष 2017 के पहले भी हो सकते थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में हर नौकरी बिकती थी। नौकरियों में भाई-भतीजावाद होता था। विकास के नाम पर भी प्रदेश में लूट-खसोट होती थी। ऐसे लोगों को मैनपुरी-इटावा की चिंता नहीं थी, बल्कि इन्हें स्वयं की चिंता थी। इन्हें प्रदेश की चिंता नहीं थी। पहले मैनपुरी वी0वी0आई0पी0 जनपद माना जाता था, लेकिन फिर भी यह विकास के कार्यों में पिछड़ गया था। इसके सामने पहचान का संकट आ गया था। वर्ष 2017 के पहले जब मैनपुरी के लोग प्रदेश से बाहर जाते थे, तो लोग उन्हें शक की निगाह से देखते थे। उनका कहीं सम्मान नहीं होता था। उन्हें होटल और धर्मशालाओं में कमरे नहीं मिलते थे। आज आपके सामने पहचान का संकट नहीं है। अब उत्तर प्रदेशवासियों को सम्मान के साथ राष्ट्रवादी मिशन का सिपाही बनकर आगे बढ़ना होगा। इसीलिए आज पौने चार सौ करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात लेकर वह यहां आये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अब प्रदेश में दंगे और गुण्डागर्दी नहीं होती। अब प्रदेश में किसी बेटी और व्यापारी का अपहरण नहीं होता। आज प्रदेश में किसी किसान की जमीन पर कोई कब्जा नहीं करता है। अब किसी बेटी की इज्जत से खिलवाड़ करने का दुस्साहस करने वालों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। सरकार के स्तर पर ऐसी कार्रवाई होती है कि ऐसे लोगों की अगली सात पीढ़ियां इस प्रकार की हिम्मत नहीं करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेटी की सुरक्षा, व्यापारी का सम्मान, अन्नदाता किसान को शासन की योजनाओं के साथ जोड़ने या नौजवानों को रोजगार से जोड़ने के कार्य, यह सभी आज प्रदेश में मजबूती के साथ चल रहे हैं। 25 करोड़ उत्तर प्रदेशवासियों की आवाज एक साथ आगे बढ़कर प्रदेश को बीमारू राज्य नहीं, बल्कि एक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करती है। यह आवाज प्रदेश को अनलिमिटेड पोटेंशियल के राज्य के रूप में स्थापित करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश सुरक्षा तथा नौजवानों के लिए स्टार्टअप सहित विकास के नित नए मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में कोई आना नहीं चाहता था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार ने विगत साढ़े सात वर्षों में साढ़े छः लाख नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी हैं। निजी क्षेत्र में निवेश के माध्यम से दो करोड़ नौजवानों को नौकरियां मिली हैं। 60 लाख से अधिक व्यापारियों और युवाओं को अपना स्टार्टअप और उद्यम स्थापित करने के लिए स्वतः रोजगार के साथ जोड़ने का काम किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास की प्रक्रिया में जाति के नाम पर विभाजित होने की आवश्यकता नहीं है। मैनपुरी, करहल, यहां के नौजवानों, अन्नदाता किसानों तथा व्यापारियों को भी विकास की प्रक्रिया से जुड़ने की आवश्यकता है। जिस प्रकार किसी वाहन के चार पहिए जब एक साथ मिलकर चलते हैं तभी गाड़ी की गति बनती है। इसी प्रकार मैनपुरी को विकास की प्रक्रिया से जोड़ने के लिए हम सभी को मजबूत आधार स्तम्भ के सहभागी बनना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश बदल चुका है। डबल इंजन सरकार ने जो कहा, वह करके दिखाया है। हमने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य करने की बात की थी, आज प्रदेश में यह चरितार्थ हो रहा है। हमने प्रदेश को निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन बनाए जाने और प्रदेश में देश के सबसे अच्छे निवेश होने की बात की थी। प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। हमने प्रदेश को इंफ्रास्ट्रक्चर के मॉडल के रूप में विकसित करने की बात भी की थी। आज प्रदेश में एक्सप्रेस-वे, हाईवे, इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी तथा एयर कनेक्टिविटी का विकास इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित करने की बात की थी। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश, देश की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था था। आज यह देश की नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है। अगले तीन से चार वर्षो में प्रदेश को देश की नंबर एक की अर्थव्यवस्था बनाना है। जिससे हर चेहरे पर खुशहाली लाई जा सके और हर नौजवान को काम दिया जा सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने आस्था का सम्मान करने की बात की थी। आज काशी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का विकास हुआ है। अयोध्या में श्रीरामलला के भव्य मन्दिर का निर्माण हो गया है। मथुरा-वृंदावन में भी विकास के कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रहे हैं। पूर्व की सरकार ने भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन पर रोक लगा दी थी। भगवान श्री कृष्ण के ‘परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम’ के उद्घोष से कुछ लोगों को परेशानी होती थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में हमारी सरकार के गठन के उपरान्त हमने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन को धूमधाम से मनाये जाने के लिए कहा, जिससे भगवान श्रीकृष्ण के बताए मार्ग पर चलकर समाज सज्जनों की रक्षा कर सकें और दुर्जनों से कायदे से निपटने का काम भी कर सके। आज सभी 1,585 थानों, सभी 75 जनपदों, सभी जेलों और निजी आयोजनों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन पूरी भव्यता के साथ किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहारों की परम्परा और विविधता भारत की पहचान हैं। इस पहचान को बनाए रखने के लिए सरकार के स्तर पर प्रयास हो रहे हैं एवं नये-नये अभियान चल रहे हैं। सरकार विकास, नौकरी और रोजगार के साथ आपको जोड़ना चाहती है। सरकार हर तबके के उत्थान के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।
कार्यक्रम को पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री अजीत पाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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