प्रधानमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में सेमीकाॅन इण्डिया-2024
का उद्घाटन किया, उ0प्र0 के मुख्यमंत्री भी उपस्थित

ग्लोबल सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री से जुड़ा भव्य आयोजन
करने वाला, भारत दुनिया का 8वां देश: प्रधानमंत्री

भारत डिजाइनिंग की दुनिया में 20 प्रतिशत प्रतिभाओं
का योगदान करता, इसका निरन्तर विस्तार हो रहा

देश 85 हजार टेक्नीशियन्स, इंजीनियर्स और आर0 एण्ड डी0
एक्सपट्र्स की सेमीकण्डक्टर वर्कफोर्स तैयार कर रहा

भारत ने वन ट्रिलियन रु0 का एक स्पेशल रिसर्च फण्ड बनाया

भारत की एस्पेरेशनल और टेक ओरिएण्टेड सोसायटी यूनीक

भारत आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए
प्रत्येक सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रहा

भारत ग्लोबल सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने जा रहा

सेमीकण्डक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए केन्द्र सरकार 50 प्रतिशत योगदान दे रही, इसमें राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर सहायता कर रही

इस क्षेत्र में बहुत कम समय में 1.5 ट्रिलियन रु0
से ज्यादा का निवेश, कई प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में

दुनिया की हर डिवाइस में इण्डियन मेड चिप हमारा सपना

इण्डियन इंस्टीट्यूट आॅफ स्पेस साइंसेज में सेमीकण्डक्टर
रिसर्च सेण्टर बनाने के लिए काम किया जा रहा

प्रदेश में सेमीकण्डक्टर के अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए
उ0प्र0 सेमीकण्डक्टर नीति 2024 लागू की गई: मुख्यमंत्री

इस नीति में पूंजीगत सहायता, ब्याज उपादान, भूमि मूल्य तथा
स्टाम्प एवं विद्युत मूल्य में छूट के आकर्षक प्राविधान किए गए

प्रदेश में आई0टी0 इण्डस्ट्री को उद्योग का दर्जा देने का निर्णय, इससे प्राधिकरणों
के अधीन औद्योगिक भूमि को सस्ती दरों पर आई0टी0 कम्पनियों को दिया
जा सकेगा, 150 किलोवाॅट की सभी आई0टी0 कम्पनियों को
औद्योगिक दरों पर विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी

उ0प्र0 वैश्विक सेमीकण्डक्टर डिजाइन इंजीनियर्स के हब के रूप में स्थापित हो रहा

ए0आर0एम0, क्वैलकाॅम, एन0एक्स0पी0, सिनाॅप्सिस, कैडेन्स तथा मीडियाटेक जैसी कम्पनियां उ0प्र0 में स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने तथा सेमीकण्डक्टर डिजाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग में इनोवेशन को बढ़ावा देने में अपना सहयोग प्रदान कर रही

देश की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 55 प्रतिशत तथा मोबाइल
कम्पोनेन्ट्स का 50 प्रतिशत उत्पादन उ0प्र0 में हो रहा

प्रदेश कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यातक के रूप में उभरा,
उ0प्र0 डाटा सेण्टर के एक बड़े हब के रूप में स्थापित

प्रदेश में निवेश अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर स्टेट का दर्जा हासिल किया

उद्यमियों की सुविधा के लिए सिंगल विण्डो निवेश मित्र पोर्टल के
माध्यम से 450 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं संचालित की जा रही,
एम0ओ0यू0 मॉनिटरिंग हेतु निवेश सारथी पोर्टल विकसित किया गया

प्रदेश में इन्सेंटिव वितरण भी ऑनलाइन किया जा रहा,
निवेशकों की सहायता के लिए 100 उद्यमी मित्र तैनात किए गए

आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी की
बेहतरीन व्यवस्था, सुदृढ़ कानून व्यवस्था उ0प्र0 की यू0एस0पी0

उ0प्र0 में सड़क तथा रेलवे का बड़ा नेटवर्क, वेस्टर्न एण्ड
ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरते

मुख्यमंत्री ने सेमीकाॅन इण्डिया-2024 के आयोजन हेतु
उ0प्र0 का चयन करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया

लखनऊ: 11 सितम्बर, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज ग्रेटर नोएडा स्थित इण्डिया एक्सपो मार्ट में सेमीकाॅन इण्डिया-2024 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री जी ने सेमीकाॅन इण्डिया-2024 में सेमीकण्डक्टर क्षेत्र से जुड़े लोगों का अभिनन्दन एवं स्वागत करते हुए कहा कि भारत दुनिया का 8वां देश है, जहां ग्लोबल सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है। आप सही समय तथा सही जगह पर हैं। 21वीं सदी के भारत में द चिप्स आर नेवर डाउन! आज का भारत, दुनिया को भरोसा प्रदान करता है। व्हेन द चिप्स आर डाउन, यू कैन बेट आॅन इण्डिया। सेमीकण्डक्टर की दुनिया से जुड़े लोगों का नाता डायोड से जरूर पड़ता है। डायोड में एनर्जी सिर्फ एक डायरेक्शन में ही जाती है। लेकिन भारत की सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री में स्पेशल डायोड्स लगे हुए हैं। यहां हमारी एनर्जी दोनों डायरेक्शन में जाती है। आप इन्वेस्ट और वैल्यू क्रीएट करते हैं। वहीं सरकार, आपको स्टेबल पाॅलिसीज और ईज आॅफ डूइंग बिजनेस देती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री इण्टीग्रेटेड सर्किट से जुड़ी हुई है। भारत भी आपको, एक ‘इण्टीग्रेटेड ईको-सिस्टम’ देता है। सभी लोग भारत के डिजाइनर्स की प्रतिभा को भलीभाँति जानते हैं। भारत डिजाइनिंग की दुनिया में 20 प्रतिशत प्रतिभा का योगदान करता है। इसका निरन्तर विस्तार हो रहा है। देश 85 हजार टेक्नीशियन्स, इंजीनियर्स और आर0 एण्ड डी0 एक्सपट्र्स की सेमीकण्डक्टर वर्कफोर्स तैयार कर रहा है। भारत का फोकस अपने विद्यार्थियों और प्रोफेशनल्स को सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री हेतु तैयार करने पर है। कल ही नेशनल रिसर्च फाउण्डेशन की पहली बैठक हुई है। इस फाउण्डेशन से भारत के रिसर्च ईको-सिस्टम को एक नई दिशा व ऊर्जा मिलेगी। भारत ने वन ट्रिलियन रुपये का एक स्पेशल रिसर्च फण्ड भी बनाया है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ऐसे इनीशिएटिव्स से सेमीकण्डक्टर और साइंस सेक्टर में इनोवेशन्स का दायरा बहुत ज्यादा बढ़ने वाला है। हम सेमीकण्डक्टर से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी बहुत फोकस कर रहे हैं। इसके अलावा हमारे पास एक डाइमेंशनल पावर भी है। इनमें देश की रिफाॅर्मिस्ट गवर्नमेंट, ग्रोइंग मैन्युफैक्चरिंग बेस और एस्पेरेशनल मार्केट सम्मिलित हैं। आपके लिए यह थ्री-डी पावर सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री का ऐसा बेस है, जो कहीं और मिलना मुश्किल है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत की एस्पेरेशनल और टेक ओरिएण्टेड सोसाइटी बहुत ही यूनीक है। भारत के लिए चिप का मतलब सिर्फ एक टेक्नोलॉजी ही नहीं है। यह करोड़ों एस्पेरेशन्स को पूरा करने का माध्यम है। आज भारत चिप का बहुत बड़ा उपभोक्ता है। इसी चिप पर हमने दुनिया का सबसे बेहतरीन डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्मित किया है। भारत में आज यह छोटी सी चिप लास्ट माइल डिलीवरी सुनिश्चित करने में बहुत उपयोगी साबित हो रही है। कोरोना काल खण्ड में दुनिया के मजबूत से मजबूत बैंकिंग सिस्टम चरमरा गए थे, लेकिन भारत में बैंक बिना रुके चल रहे थे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यू0पी0आई0, रूपे कार्ड, डिजी लॉकर, डिजि यात्रा आदि डिजिटल प्लेटफॉम्र्स, भारत के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। भारत आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रहा है। भारत बड़े पैमाने पर ग्रीन ट्रांजिशन कर रहा है। देश में डाटा सेण्टर्स की डिमांड लगातार बढ़ रही है। भारत ग्लोबल सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने पुरानी व प्रचलित कहावत ‘लेट द चिप्स फाॅल व्हेयर दे मे’ अर्थात ‘जो चल रहा है, उसे वैसे ही चलने दिया जाए’ का उल्लेख करते हुए कहा कि आज का युवा और एस्पेरेशनल भारत इस भावना पर नहीं चलता। आज भारत का मंत्र है-‘इन्क्रीजिंग द नम्बर आॅफ चिप्स प्रोड्यूस्ड इन इण्डिया’ इसलिए देश में सेमीकण्डक्टर मैन्युफैक्चरिंग को आगे बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। सेमीकण्डक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए केन्द्र सरकार 50 प्रतिशत योगदान दे रही है। इसमें राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर सहायता कर रही हैं। भारत की इन नीतियों के कारण ही इस क्षेत्र में बहुत कम समय में 1.5 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा के निवेश किये जा चुके हैं। कई प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सेमीकाॅन इण्डिया प्रोग्राम एक अद्भुत योजना है। इसके तहत, फ्रण्ट इण्ड फैब्स, डिस्प्ले फैब्स, सेमीकण्डक्टर पैकेजिंग, कम्पाउण्ड सेमीकण्डक्टर्स, सेन्सर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट दिया जा रहा है। अर्थात भारत में 360 डिग्री अप्रोच के साथ काम हो रहा है। केन्द्र सरकार देश में सेमीकण्डक्टर सप्लाई चेन ईको-सिस्टम को आगे बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने इस वर्ष लाल किले से कहा था कि ‘हमारा सपना है दुनिया की हर डिवाइस में इण्डियन मेड चिप हो। भारत सेमीकण्डक्टर पावर हाउस बनने के लिए प्रत्येक आवश्यक कदम उठाएगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि क्रिटिकल मिनरल्स के डोमेस्टिक प्रोडक्शन और इसके ओवरसीज एक्वीजीशन के लिए हमने कुछ समय पहले क्रिटिकल मिनरल मिशन की घोषणा की है। क्रिटिकल मिनरल्स को कस्टम ड्यूटी से छूट देने तथा क्रिटिकल मिनरल्स ब्लाॅक्स की माइनिंग के आॅक्शन्स पर तेजी से काम हो रहा है। हम इण्डियन इंस्टीट्यूट आॅफ स्पेस साइंसेज में एक सेमीकण्डक्टर रिसर्च सेण्टर बनाने के लिए भी काम कर रहे हैं। हम आई0आई0टी0 के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं, ताकि हमारे इंजीनियर्स ना सिर्फ अभी के लिए हाईटेक चिप्स बनाएं, बल्कि नेक्सट जेन चिप्स पर भी रिसर्च करें।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हम इण्टरनेशनल कोलेबरेशन को भी आगे बढ़ा रहे हैं। आज का युग सिलीकाॅन डिप्लोमेसी का युग है। इसी साल भारत इण्डो-पैसेफिक इकोनाॅमिक फ्रेम वर्क की सप्लाई चेन का वाइस चेयर चुना गया है। हम क्वाड सेमीकण्डक्टर सप्लाई चेन इनीशिएटिव के बड़े पार्टनर हैं। हाल ही में हमने जापान और सिंगापुर समेत कई देशों के साथ एग्रीमेंट भी साइन किए हैं। इस सेक्टर में अमेरिका के साथ भी भारत अपना सहयोग लगातार बढ़ा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत सेमीकण्डक्टर मिशन पर फोकस कर रहा है। इस पर सवाल उठाने वाले लोगों को डिजिटल इण्डिया मिशन की स्टडी करनी चाहिए। डिजिटल इण्डिया मिशन का लक्ष्य, देश को एक ट्रांसपेरेन्ट, इफेक्टिव तथा लिकेज फ्री गर्वनंेस देना था। आज हम इसके मल्टीप्लायर इफेक्ट का अनुभव कर रहे हैं। डिजिटल इण्डिया की सफलता के लिए हमें अफोरडेबल मोबाइल हैण्डसेट तथा डाटा की जरूरत थी।
इसके लिए हमने जरूरी रिफॉम्र्स और जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया। एक दशक पहले, हम मोबाइल फोन के बड़े इम्पोर्टर्स में से एक थे। आज हम दुनिया के नम्बर-2 प्रोड्यूसर और एक्सपोर्टर्स हैं। हाल ही में आयी एक रिपोर्ट के अनुसार  भारत, 5जी हैण्डसेट्स का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है। 02 साल पहले ही हमने 5जी रोलआउट शुरु किया था। आज हम बहुत आगे पहुंच चुके हैं। आज भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर 150 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का हो चुका है। अब हमारा लक्ष्य और बड़ा है। इस दशक के अंत तक हम अपने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं। इससे भारत के युवाओं के लिए करीब 06 मिलियन यानि 60 लाख जाॅब्स क्रिएट होंगी। भारत के सेमीकण्डक्टर सेक्टर को भी इसका बहुत अधिक फायदा होगा। हमारा लक्ष्य है कि इलेक्ट्राॅनिक मैन्युफैक्चरिंग का 100 प्रतिशत काम भारत में ही हो। यानि भारत, सेमीकण्डक्टर चिप्स भी बनाएगा और उनके फिनिश्ड गुड्स भी बनाएगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत का सेमीकण्डक्टर ईको-सिस्टम, सिर्फ भारत को ही नहीं, बल्कि ग्लोबल चैलेन्जेज को भी साॅल्यूशन देता है। डिजाइनिंग से जुड़ा एक मेटाफर है, प्वाॅइंट आॅफ फेल्योर। डिजाइनिंग के स्टूडेंट्स को बताया जाता है कि इस फ्लाॅ को एवाॅइड करना जरूरी है। इसका मकसद होता है कि सिस्टम किसी एक ही कम्पोनेन्ट पर निर्भर न रहे। यह सबक सिर्फ डिजाइनिंग तक ही सीमित नहीं है। यह हमारी लाइफ में, विशेष रूप से सप्लाई चेन के काॅन्टेक्स्ट में भी उतना ही लागू होता है। कोविड हो, युद्ध हो या बीते समय में ऐसी कोई इण्डस्ट्री नहीं है, जिसको सप्लाई चेन डिस्रप्शन्स से नुकसान न हुआ हो। इसलिए सप्लाई चेन का रिजाइलेन्स बहुत ही जरूरी है। भारत अलग-अलग सेक्टर्स में रिजाइलेन्स पैदा करने के लिए मिशन का एक अहम हिस्सा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के साथ जब डेमोक्रेटिक वैल्यूज जुड़ जाती हैं, तो टेक्नोलॉजी की पॉजिटिव एनर्जी की ताकत बढ़ जाती है। अगर टेक्नोलॉजी से डेमोक्रेटिक वैल्यूज हट जाती हैं, तो वही टेक्नोलॉजी घातक बनते देर नहीं लगती। इसलिए, चाहे मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हो, इलेक्ट्राॅनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हो या सेमीकण्डक्टर्स हो, हमारा फोकस एकदम क्लियर है। हम एक ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं, जो संकट के समय भी रुके नहीं, ठहरे नहीं बल्कि निरन्तर चलती रहे। आप भी भारत के इन प्रयासों को मजबूत करें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सेमीकॉन इण्डिया-2024 में प्रधानमंत्री जी का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रदेश में सेमीकण्डक्टर के अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए उत्तर प्रदेश सेमीकण्डक्टर नीति 2024 लागू की गई है। इस नीति में पूंजीगत सहायता, ब्याज उपादान, भूमि मूल्य तथा स्टाम्प एवं विद्युत मूल्य में छूट के आकर्षक प्राविधान किए गए हैं। उत्तर प्रदेश पहले से ही वैश्विक सेमीकण्डक्टर डिजाइन इंजीनियर्स के हब के रूप में स्थापित हो रहा है।
ए0आर0एम0, क्वैलकाॅम, एन0एक्स0पी0, सिनाॅप्सिस, कैडेन्स तथा मीडियाटेक जैसी प्रमुख कम्पनियां प्रदेश में स्थापित हैं। यह उत्तर प्रदेश में स्थानीय प्रतिभा का लाभ उठाने तथा सेमीकण्डक्टर डिजाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग में इनोवेशन को बढ़ावा देने में अपना सहयोग प्रदान कर रही हैं। इसे देखते हुए प्रदेश में आई0टी0 इण्डस्ट्री को उद्योग का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है। इससे प्राधिकरणों के अधीन औद्योगिक भूमि को सस्ती दरों पर आई0टी0 कम्पनियों को दिया जा सकेगा तथा 150 किलोवाॅट की सभी आई0टी0 कम्पनियों को औद्योगिक दरों पर विद्युत आपूर्ति भी की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में जो प्रयास प्रारम्भ हुए, आज उनका परिणाम है कि देश की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 55 प्रतिशत तथा मोबाइल कम्पोनेन्ट्स का 50 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। प्रदेश कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यातक के रूप में उभरा है। सैमसंग इण्डिया ने अपने डिस्प्ले यूनिट प्लाण्ट की स्थापना का निवेश भी यहीं नोएडा में किया है। आज उत्तर प्रदेश डाटा सेण्टर के एक बड़े हब के रूप में स्थापित हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 से लगातार प्रभावित रहा। एक ओर कोविड-19 का दुष्प्रभाव और दूसरी ओर वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव से ग्लोबल सप्लाई चेन पर बुरा असर पड़ा था। सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री भी इससे प्रभावित हुई थी। उस समय ऑटोमोबाइल, मेडिकल इक्विपमेंट या इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं से जुड़े सभी क्षेत्र इससे प्रभावित हुए थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब दुनिया कोविड-19 से लड़ ही रही थी, उस समय भारत ने अपने विजनरी नेतृत्व में कोविड-19 का सफलतम प्रबन्धन किया। साथ ही, भारत ने सेमीकण्डक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग ईको-सिस्टम के विकास के लिए नोटिफिकेशन जारी करते हुए इस कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाया। यह देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और विजनरी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने भी आई0टी0 सेक्टर, सेमीकण्डक्टर, डाटा सेण्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पर विशेष ध्यान देने और इस दिशा में कुछ नए प्रयास प्रारम्भ किये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में निवेश अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर स्टेट का दर्जा हासिल किया है। वर्तमान में प्रदेश में सेमीकण्डक्टर, डाटा सेण्टर, आई0टी0/आई0टी0ई0एस0, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, डिफेन्स एण्ड एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, वेयरहाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स, एम0एस0एम0ई0, टेक्सटाइल और टूरिज्म आदि से सम्बन्धित 27 सेक्टोरल पॉलिसीज लागू हंै।  फॉच्र्यून ग्लोबल 500 और फॉच्र्यून इण्डिया 500 कम्पनियों के लिए भी उत्तर प्रदेश की एक समर्पित नीति है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उद्यमियों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का अधिकाधिक उपयोग हो, इसके लिए सिंगल विण्डो ‘निवेश मित्र’ पोर्टल के माध्यम से 450 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं संचालित की जा रही है। एम0ओ0यू0 मॉनिटरिंग हेतु ‘निवेश सारथी’ पोर्टल विकसित किया गया है। प्रदेश में इन्सेंटिव वितरण भी ऑनलाइन किया जा रहा है। निवेशकों की सहायता के लिए 100 उद्यमी मित्र तैनात किए गए हैं। आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी की बेहतरीन व्यवस्था तथा सुदृढ़ कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश की यू0एस0पी0 है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सड़क तथा रेल का बड़ा नेटवर्क है। वेस्टर्न एंड ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरते हैं। देश का पहला इनलैंड वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया के मध्य संचालित है। वाराणसी में मल्टी मोडल टर्मिनल के साथ ही, दादरी में मल्टी मोडल लॉजिस्टिक हब तथा बोड़ाकी में मल्टी मोडल ट्रान्सपोर्ट हब विकसित किये जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय सिटी, अपैरल पार्क एवं हैण्डीक्राफ्ट पार्क का निर्माण किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में इण्टीग्रेटेड टाउनशिप, बरेली में मेगा फूड पार्क एवं उन्नाव में ट्रान्स गंगा सिटी आदि योजनाएं तेजी के साथ आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री जी ने सेमीकाॅन इण्डिया-2024 के तीन दिवसीय प्रतिष्ठित इवेण्ट के आयोजन हेतु उत्तर प्रदेश का चयन करने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सेमीकण्डक्टर इण्डस्ट्री से जुड़े हुए कैप्टन और सी0ई0ओ0, जो इस क्षेत्र में भारत को एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री जी के विजन को धरातल पर उतार रहे हैं, उनकेे प्रति भी आभार व्यक्त किया।
 मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप सेमीकॉन इण्डिया-2024 भारत को इस क्षेत्र में तथा इस इण्डस्ट्री के एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करेगा। सेमीकाॅन इण्डिया-2024 इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। ज्ञातव्य है कि 11 से 13 सितम्बर, 2024 तक चलने वाले इस कार्यक्रम की थीम ‘शेपिंग द सेमीकण्डक्टर फ्यूचर’ है।
इस अवसर पर देश में सेमीकण्डक्टर के पड़ावों तथा विकास पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी का विजन टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना है। देश में इसके लिए अनेक कदम उठाए गए हैं, इसमें डिजिटल इण्डिया मिशन तथा टेलीकॉम मिशन आदि सम्मिलित हैं। उन्होंने प्रदेश में सेमीकाॅन इण्डिया-2024 के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने प्रधानमंत्री जी को मेक इन इण्डिया से सम्बन्धित विशेष मोमेंटो भेंट किया।
कार्यक्रम को ग्लोबल एसोसिएशन सेमी के प्रेसिडेन्ट व सी0ई0ओ0 श्री अजीत मनोचा, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सी0ई0ओ0 तथा मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रणधीर ठाकुर, एन0एक्स0पी0 सेमीकण्डटक्र्स के सी0ई0ओ0 श्री कर्ट सीवर्स, रेनेसाॅ इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन के प्रेसिडेंट व सी0ई0ओ0 श्री हितोशी शिबाता, आईमैक के पे्रसिडेन्ट व सी0ई0ओ0 श्री लुकवाॅडन हाॅल ने भी सम्बोधित किया।
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