जनपद चन्दौली के रामगढ़ में अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी
की 425वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम
 
मुख्यमंत्री ने मन्दिर में दर्शन-पूजन कर बाबा का आशीर्वाद लिया, पर्यटन विभाग
द्वारा मन्दिर परिसर में कराये जा रहे 18 करोड़ 36 लाख रु0 के प्रथम फेज के
कार्यां का अवलोकन कर अवशेष कार्यां को शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए

425 वर्ष पहले बाबा कीनाराम ने तत्कालीन समाज की कुरीतियों को
दूर करने के लिए अपनी दिव्य साधना को आगे बढ़ाया : मुख्यमंत्री

बाबा कीनाराम ने अपनी साधना और सिद्धि का
उपयोग राष्ट्र और लोक कल्याण के लिए किया

बाबा कीनाराम ने समाज को जोड़ने का काम किया, छुआ-छूत और
अस्पृश्यता के भाव को त्याग कर देश को सुरक्षित रखने के बारे में सोचा
 
जनपद चन्दौली में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण बाबा कीनाराम के नाम पर किया गया,
यह मेडिकल कॉलेज लोक कल्याण और आरोग्यता का उत्तम माध्यम बनेगा

हमारा हर कार्य देश के नाम होना चाहिए, राष्ट्रप्रथम
के भाव के साथ हमें काम करना होगा

लखनऊ : 01 सितम्बर, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि बाबा कीनाराम जन्म से ही दिव्य विभूति थे। उनका जन्म एक सभ्य और कुलीन परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता धार्मिक व्यक्ति थे। उनका परिवार शालीनता से अपना जीवन-यापन करता था। उनकी बाबा विश्वनाथ और मां गंगा में अपार श्रद्धा थी। आज से 425 वर्ष पहले बाबा कीनाराम ने इसी स्थान पर अवतरित होकर तत्कालीन समाज की कुरीतियों को दूर करने के लिए अपनी दिव्य साधना को आगे बढ़ाया था।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद चन्दौली के रामगढ़ में अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी की 425वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने मन्दिर में दर्शन-पूजन कर बाबा का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री जी ने पर्यटन विभाग द्वारा मन्दिर परिसर में कराये जा रहे 18 करोड़ 36 लाख रुपये के प्रथम फेज के कार्यां का अवलोकन किया। उन्होंने अवशेष कार्यां को शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि पूज्य अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी की 425वीं जयन्ती पर उनकी पावन धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। बाबा कीनाराम ने अपनी साधना से सिद्धि प्राप्त की थी। अक्सर ऐसा होता है कि जब किसी को सिद्धि प्राप्त होती है, तो उसे मद हो जाता है, लेकिन बाबा कीनाराम ने अपनी साधना और सिद्धि का उपयोग राष्ट्र और लोक कल्याण के लिए किया। देश जिन परिस्थितियों में गुलाम हुआ और विदेशी आक्रान्ता सफल हुए, यह देखते हुए बाबा कीनाराम ने दलितों, आदिवासियों और वनवासियों सहित समाज को जोड़ने का काम किया। उन्हांने भेदभावमुक्त समाज की स्थापना का अलख जगाया। यह कार्य एक अघोराचार्य, योगी और संत के लिए ही सम्भव था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा कीनाराम ने उच्च कुलीन परिवार में जन्म लिया, लेकिन उन्होंने छुआ-छूत और अस्पृश्यता के भाव को त्याग कर देश को सुरक्षित रखने के बारे में सोचा। उन्होंने दलितों, वनवासियों तथा जनजातियों के लोगों को बड़ी संख्या में अपने शिष्य के रूप में स्वीकार करते हुए, उनके जीवन को प्रशस्त करने के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किये। उन्होंने भारत की सभी साधना पद्धतियों को एक साथ जोड़कर काशी में क्रीं-कुण्ड को पवित्रता प्रदान की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद चन्दौली में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण बाबा कीनाराम के नाम पर किया गया है। यह मेडिकल कॉलेज लोक कल्याण और आरोग्यता का उत्तम माध्यम बनेगा। बाबा कीनाराम के चमत्कार आज भी जीवित हैं और वह सूक्ष्म दृष्टि से आज भी पूरी व्यवस्था का संचालन कर रहे हैं। यह बाबा जी की कृपा है कि उन्हें आज जनपद सोनभद्र में रहना था, लेकिन वह यहां आये हैं। यह बाबा की कृपा के बिना सम्भव नहीं था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा कीनाराम ने उस समय समाज सुधार के जिन कार्यों को प्रारम्भ किया था, उन्हें अघोर पीठ ने आज भी जारी रखा है। यह कार्यक्रम निरन्तर चलते रहने चाहिए। बाबा का उपदेश है कि बिना भेदभाव के समाज को जोड़ें, विधवा विवाह को प्रोत्साहित करें, महिला शिक्षा को प्रोत्साहित करें, कुष्ठ रोगियों की सेवा करें, दीन-दुखियों के साथ खड़े हो और लोकमंगल के कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें। हमारा हर कार्य देश के नाम होना चाहिए। राष्ट्रप्रथम के भाव के साथ हमें काम करना होगा। इस भाव से हम जो भी कार्य करेंगे उसमें बाबा कीनाराम का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होगा।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, सांसद श्रीमती दर्शना सिंह एवं श्रीमती साधना सिंह, विधायक श्री सुशील सिंह, श्री रमेश जायसवाल एवं श्री कैलाश खरवार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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