नेशनल हाइवे मे बड़ा बस हादसा
{रिपोर्टर अशोक विश्वकर्मा पन्ना}
देवेंद्रनगर : जिला मुख्यालय पन्ना से 20 किलोमीटर की दूरी पर 12 सितंबर को दोपहर करीब 3 बजे देवेंद्रनगर से पन्ना रोड पर मरहा मोड के पास एक भीषण सड़क हादसा हुआ। पन्ना से सतना जा रही प्राची कोच बस, जिसका क्रमांक एमपी 16 पी 0210 है, पलट गई। हादसे के समय बस में 40 से 50 यात्री सवार थे। रोड की पटरी में मिट्टी की वजह से बस पलटी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों के अनुसार, बस तीन मिनट लेट थी, इसलिए चालक ने ओवरटेक करने के चक्कर में तेज गति से बस चला दी, जिससे दुर्घटना हुई।
इस हादसे में लगभग 20 यात्री घायल हुए। गंभीर रूप से घायल तीन यात्रियों—हारबाई गांधर्व (82 वर्ष, अजयगढ़), प्रेमलता विश्वकर्मा (50 वर्ष, छतरपुर), और संतोष सेन (23 वर्ष, ग्राम ऊंचेरा)—को पन्ना जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। अन्य घायलों का इलाज देवेंद्रनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है, जहां डॉक्टर अभिषेक जैन उनकी देखभाल कर रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया से घायलों को राहत मिली। आरक्षक दिलीप शर्मा ने स्थानीय निवासियों की मदद से बस में फंसे लोगों को निकाला और निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने यात्रियों के सामान को भी व्यवस्थित किया। उनकी कर्तव्य निष्ठा ने सभी को प्रभावित किया।
हादसे का कारण
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बस चालक ने मरहा मोड पर ओवरटेक करते समय स्पीड बढ़ा दी, जिससे बस पलट गई। यह हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ, जहां सड़क की स्थिति और मोड़ों पर अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन गई है। बसों के परमिट में समय का अंतराल कम होने और अधिक सवारी पाने की होड़ भी इस दुर्घटना का कारण बनी है, जिससे चालक तेज गति से वाहन चलाते हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना के बाद, देवेंद्रनगर के विधायक डॉक्टर राजेश वर्मा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और उनके इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की बात की।प्रभारी तहसीलदार ज्योति सिंह राजपूत ने कहा, "घायलों को शीघ्र उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। घटना दुखद है।"सीबीएमओ डॉक्टर अभिषेक जैन ने भी समय पर पहुंचकर घायलों का उपचार किया और बताया, "लगभग 20 लोग घायल हैं, जिनमें से तीन गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें पन्ना जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है।"
निष्कर्ष
देवेंद्रनगर और आसपास के क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के मुद्दे और मोड़ों पर अतिक्रमण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है। बसों की गति और उनके परमिट में समय का अंतराल बढ़ाए जाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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