"स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता" अभियान का आगाज़


स्वच्छता को स्वभाव और संस्कार में स्थापित करना लक्ष्य


17 सितम्बर से 02 ओक्टूबर तक प्रदेश में चलेगा सफाई का विशेष अभियान


25 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चलेगा "सतत् 155 घण्टे का स्वच्छता अभियान"


माइक्रो प्लान बनाकर कराएं सड़कों, गलियों व नालियों की सफाई : प्रमुख सचिव


सफाई कर्मियों की बीट बनाकर करें ऑनलाइन व ऑफलाइन मॉनीटरिंग


सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर जल भराव वाले स्थानों पर कराएं एण्टीलार्वा स्प्रे व फॉगिंग


प्रोमिनेंट स्थलों पर होर्डिंग व डिजिटल होर्डिंग के माध्यम से नागरिक सुविधाओं व स्वच्छता की दें जानकारी


प्रदूषण नियंत्रण एवं एक्यूआई को मानक अनुरूप रखने के लिए रोड साइड कराएं प्लान्टेशन तथा ग्रीन बेल्ट विकसित करें


स्कूल परिसरों को प्रतिबन्धित प्लास्टिक मुक्त करने के लिए शिक्षकों एवं छात्रों को दिलाएं शपथ


प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग व निर्माण के विरुद्ध चलाएं अभियान


उत्कृष्ट कार्य करने वाले 02 नगर निगम, 05 नगर पालिका व 10 नगर पंचायतें होंगी सम्मानित


लखनऊ। 17 सितम्बर 2024


प्रदेश के नगरों को स्वच्छ और सुन्दर बनाने, आम जनमानस को शुद्ध वातावरण व पेयजल की आपूर्ति करने के लिए नगर विकास विभाग प्रतिबद्ध है। इसके दृष्टिगत नगरीय निकायों में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक विशेष स्वच्छता अभियान तथा 25 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक "सतत् 155 घण्टे का स्वच्छता अभियान" चलाये जाने का आह्वान किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने वाराणसी में स्वच्छता मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान की शुरुआत की। वहीं नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने इस अभियान की शुरुआत जौनपुर की शाहगंज नगर पंचायत में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में प्रतिभाग और श्रमदान कर की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ को स्वभाव और संस्कार में स्थापित करना ही मुख्य उद्देश्य है, और यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।स्वच्छता ही सेवा 2024 अंतर्गत "स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता" की थीम पर प्रदेश के सभी निकायों में जनप्रतिधियों के साथ ही जनमानस ने भी बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कर रहे हैं। साथ ही सभी नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी और स्वच्छता के कार्यों में तत्परता से जुटे कार्मिकों ने नगरीय निकाय निदेशालय से इस अभियान की हो रही ऑनलाइन मॉनिटरिंग में भी निकयों में हो रहे कार्यों को दिखाते हुए जानकारी दी। प्रदेश में चल रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों की सफाई कर उन्हें सुन्दर बनाने के साथ ही आम जनमानस के स्वभाव और संस्कार में भी स्वच्छता और उसके मूल्यों को स्थापित भी करना है। निदेशक नगरीय निकाय श्री अनुज झा ने बताया कि प्रदेश में 114500 कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 53762 लक्षित इकाइयां व 47587 सी.टी.यू. को चिन्हित किया गया है। इस अभियान में 57 हजार से अधिकारी लोगों ने प्रतिभाग किया है। सफाई मित्रों के लिए 4237 “सफाईमित्र सुरक्षा शिविर” का आयोजन कर स्वास्थ्य परीक्षण व सरकारी योजनाओं का लाभ देने की व्यवस्था की गयी है। ऑनलाइन मॉनिटरिंग के दौरान प्रदेश के कई जिलों के मा. प्रभारी मंत्री, मा. सांसद, मा. विधायक, महापौर, चेयरमैन, जिलाधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारीयों ने भी श्रमदान करते हुए स्वच्छता का सन्देश जनमानस को दिया।


स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के दौरान लखनऊ में प्रमुख सचिव श्री अमृत अभिजात ने स्वच्छ भारत मिशन के 10 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि इस अभियान अन्तर्गत निकायों में साफ-सफाई व्यवस्था, नाला-नालियों की सफाई, जल निकासी की समुचित व्यवस्था, शुद्ध पेय जल की उपलब्धता, मार्ग प्रकाश व्यवस्था को और सुदृढ़ करने का कार्य किया जायेगा। नियमित रूप से प्रातः 05 बजे से 08 बजे तक साफ-सफाई करायी जायेगी। माइक्रो प्लान बनाकर प्रत्येक मोहल्लों, वार्डो की सड़कों व गलियों की सफाई के लिए सफाई कर्मियों की बीट बनायें और नियमित ऑनलाइन व ऑफलाइन मॉनीटरिंग की जाए। मुख्य बाजारों, प्रमुख सार्वजनिक स्थलों बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थलों, शिक्षण संस्थानों इत्यादि के आस-पास के क्षेत्रों में शाम 04 बजे से 08 बजे के बीच भी द्वितीय पाली में सफाई का कार्य एवं कूड़े का उठान कराया जायेगा। निकाय क्षेत्र में स्थित जलाशय, तालाब व नदी के तट की साफ-सफाई स्वयं के संसाधनों तथा जन सहयोग (वॉलंटियर / स्वैच्छिक संगठन / व्यापार मण्डल / उद्योग मण्डल) के माध्यम से करायी जाए। नगर विकास के सभी अधिकारीगण अपने निकायों के मा. महापौर और अध्यक्षों के संपर्क में रहते हुए कार्यक्रम और और भी वृहद् रूप देकर सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रदेश की 02 नगर निगमो, 05 नगर पालिकाएं व 10 नगर पंचायतों को सम्मानित भी किया जाएगा।


एक जुट हुआ प्रदेश, बनेगा स्वच्छ भारत – स्वच्छ उत्तर प्रदेश


राष्ट्रपिता महात्मा गांधी “बापू” के स्वच्छता के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने और उनको स्वाभाव और संस्कार में स्वच्छता को स्थापित करने के लिए प्रदेश के सभी निकायों में एकजुटता के साथ विशेष अभियान की शुरुआत हुई। जौनपुर की शाहगंज नगर पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने श्रमदान, स्वच्छता प्लेज, पौधोंरोपण, स्वच्छ संवाद व सफाई मित्रों का सम्मान कर इस विशेष अभियान की शुरुआत की। वहीं अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप साही ने राम की नगरी में विशेष सफाई अभियान में प्रतिभाग करते हुए श्रमदान करते हुए जनमानस को बताया कि स्वच्छता ही सबसे बड़े सेवा है। उन्होंने कहा कि आज इस अभियान की शुरुआत सरयू नदी के तट पर गुप्तार घाट, श्रीराम की पैड़ी, रामघाट व मंडी स्थल पर सफाई अभियान से की। उसके पश्चात् प्लोग रन और विभिन्न स्वच्छता संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत और स्वच्छ उत्तर प्रदेश की अवधारणा को साकार करना ही राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। मथुरा के महापौर विनोद अग्रवाल जी और प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर जनमानस को स्वच्छता का सन्देश दिया और जिले में आयोजित श्रमदान और अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया।


जिलाधिकारी संभल राजेंद्र पेंसिया ने स्वयं श्रमदान करते हुए आर.आर.आर. सेंटर और वेस्ट तो वंडर पार्क का शुभारंभ किया। जिले में स्वच्छता पर संवाद और प्लोग रन का भी आयोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी मिर्ज़ापुर ने मां विन्ध्याचल धाम में विशेष सफाई अभियान में प्रतिभाग कर श्रमदान करते हुए जिले को स्वच्छता का सन्देश दिया। प्रतापगढ़ के बेल्हादेवी मंदिर में जिलाधिकारी के नेतृत्व में भी जनप्रतिनिधियों ने भी श्रमदान किया। अपर निदेशक श्रीमती ऋतु सुहास जी ने काकोरी के शीतला माता मंदिर में चेयरमैन गोविन्द साहू के नेतृत्व में चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग किया। वहीँ प्रदेश के अन्य निकायों के अधिशासी अधिकारीयों ने भी जनप्रतिनिधियों और जनता के सहयोग से स्वच्छता कार्यक्रमों के आयोजन की जानकारी दी।


एकत्र कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर न छोड़ें, सेनेट्री लैण्ड फिल साईट भिजवाएं : प्रमुख सचिव


प्रमुख सचिव ने कहा कि सफाई के समय एकत्र किये गये कूड़े को उसी समय सेनेट्री लैण्ड फिल साईट पर अथवा उचित स्थान पर भिजवायें। किसी भी दशा में एकत्र कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर नहीं छोड़ा जाये। निकाय के नियंत्रणाधीन सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों में भी साफ-सफाई व्यवस्था एवं विसंक्रमण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित करते सूक्ष्म कार्ययोजना बनातव हुए नियमित रूप से दिन में एण्टीलार्वा स्प्रे का छिड़काव तथा शाम के समय फॉगिंग करायी जाये। सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर निकायों में ब्लीचिंग पाउडर, मैलाथियान डस्ट, चूना इत्यादि का नियमित छिड़काव भी कराया जायेगा। गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट को शत्-प्रतिशत समाप्त करते हुए उन स्थलों का सौन्दर्यीकरण भी कराया जायेगा। नगर में होल्डिंग के स्थलों का चिन्हाकन कर उन्हें व्यवस्थित एवं उनका मानकीकरण किया जायेगा। कुछ प्रोमिनेंट स्थलों पर स्थानीय निकाय की तरफ से होर्डिंग व डिजिटल होर्डिंग लगाकर आम जनमानस को नागरिक सुविधाओं और स्वच्छता के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया जा सके। प्रमुख सचिव ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने एवं एक्यूआई (AQI - Air Quality Index) को मानक के अनुरूप रखने के लिए वैज्ञानिक तरीके से रोड़ साइड प्लान्टेशन तथा ग्रीन बेल्ट विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निकाय नियंत्रणाधीन पार्को में भी साफ-सफाई व्यवस्था कराते हुए सौन्दर्गीकरण कराया जाये।


स्वच्छ सारथि क्लब, स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के साथ दिखी जनभागीदारी


स्वच्छता के विशेष अभियान में स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति ने महत्वपूर्ण भूमिका के साथ साफ-सफाई अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रोत्साहित कर श्रमदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं दैनिक जीवन एवं स्कूल परिसरों में साफ-सफाई व्यवस्था तथा स्कूल परिसरों को प्रतिबन्धित प्लास्टिक मुक्त करने के लिए शिक्षकों एवं छात्रों को शपथ दिलायी गयी। स्वच्छता के प्रति जागरूक करते युवाओं, महिलाओं, गृहणियों के लिए विभिन्न आई.ई.सी. कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कैंप लगाकर साफ-सफाई व्यवस्था, कूड़े का पृथक्करण, प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करने इत्यादि के विषयगत विशेष रूप से प्रचार-प्रसार अभियान चला गया। एन.सी.सी. कैडेट्स, छात्रों, वॉलंटियर, स्वैच्छिक संगठनों, व्यापार मण्डल, उद्योग मण्डल,  जनप्रतिनिधियों इत्यादि का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्थायी एवं अस्थायी पी.ए. सिस्टम का उपयोग करते हुए जनसामान्य को जागरूक भी किया जा रहा है। 


निकायों में हो रही शुद्ध पेयजल अपूर्ति की व्यवस्था


जल संस्थान व निकाय के अधिकारी पेयजल व्यवस्था से जुड़े नलकूप, हैण्डपम्पस्, पाइपलाइन्स व अन्य उपकरणों का संचालन निकाय में निर्बाध पाइप पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं। नगरीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा यूजर एन्ड पॉइंट (उपभोक्ता द्वारा उपयोग प्वाईन्ट) पर जल के नमूने एकत्र कर उनका ओ.टी. टेस्ट किया जा रहा है। साथ ही इन नमूनों का वायरोलॉजिकल, बैक्टिरियोलॉजिकल एवं केमिकल एनालिसिस भी किया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र में सीवर लाईन तथा पानी की पाईप लाईन की सघन चैकिंग की जा रही है। यदि कहीं सीवर अथवा पानी की पाईप लाईन में ब्रेकेज अथवा लीकेज मिलने पर उसे तत्काल सही किया जा रहा है।


निकायों में मार्ग प्रकाश से सम्बंधित सभी व्यवस्थायें को भी सुदृढ़ किया जा रहा है


निकाय का संबंधित यांत्रिकी विभाग सभी स्ट्रीट लाइट्स को समुचित रूप से क्रियाशील करने में प्रयासरत है। इनकी मरम्मत, अनुरक्षण व खराब लाइट्स को बदलने की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण की जा रही है। स्ट्रीट लाईट मरम्मत करने के पश्चात् समुचित इन्सुलेटेड टेपिंग कराने एवं उक्त का परीक्षण के उपरान्त ही प्रकाश बिन्दु को ऊर्जीकृत किया जा रहा है, जिससे कि विद्युत धारा का प्रवाह जलीय क्षेत्रों में न हो सके।


प्रतिबन्धित प्लास्टिक के उत्पादों के विरुद्ध चलाएं अभियान जनमानस को किया जा रहा जागरूक


स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम "स्वभाव स्वच्छता -संस्कार स्वच्छता" अभियान अंतर्गत प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग तथा निर्माण पर पूर्णत्या रोक लगाने का प्रयास निकायों में किया जा रहा है। प्रतिबन्धित प्लास्टिक कैरी बैग तथा प्लास्टिक या थर्मोकोल से निर्मित एक बार उपयोग के पश्चात निस्तारण योग्य कप, गिलास, प्लेट, इत्यादि उत्पादों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही भी की जा रही है। वहीं जनसामान्य के मध्य प्रतिबन्धित प्लास्टिक उपयोग के विरुद्ध जनजागरूकता अभियान चलाकर प्लास्टिक कैरीबैग के स्थान पर अन्य विकल्पों यथा जूट बैग, कपड़ों का बैग इत्यादि का उपयोग करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।


अतिक्रमण मुक्त निकाय, निराश्रित गोवंशों को गो आश्रय स्थल व यातायात व्यवस्था में भी हो रहा सुधार


प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में विशेष अभियान चलाकर पार्को, सड़कों, फुटपाथों एवं पार्किंग क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाकर व सफाई करते हुए सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों को संवेदनशीलता से पकड़कर निकाय द्वारा संचालित गो आश्रय स्थलों में रखा जाये। साथ ही प्रदेश के नगर निगमों में स्थापित आई.सी.सी.सी. (I.C.C.C.) एवं आई.टी.एम.एस. (I.T.M.S.) के माध्यम से यातायात का प्रबंधन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। 


स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान में प्रदेश के सभी निकायों में हो रहे स्वच्छता सम्बंधित कार्यक्रमों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभीजात, सचिव श्री अजय कुमार शुक्ला, निदेशक श्री अनुज कुमार झा, अपर निदेशक श्रीमती ऋतु सुहास, श्री असलम अंसारी, श्री सुनील यादव, स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की टीम द्वारा नगरीय निकाय निदेशालय में स्थापित डीसीसीसी कक्ष से की जा रही है। वहीं सभी नगर निगमों के नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की टीम समेत स्वच्छता कार्यों में जुड़े कर्मिक भी ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग कर स्वच्छता कार्यों को प्रदर्शित कर रहे हैं।

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