धार्मिक एकता को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ

इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स सम्पन्न

लखनऊ, 4 अगस्त। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अशर्फाबाद कैम्पस द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय ‘इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स’ धार्मिक एकता को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ आज सम्पन्न हो गई। समापन अवसर पर इजिप्ट, अमेरिका, लेबनान एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से पधारे विचारकों, दार्शनिकों, धर्माचार्यों, शिक्षाविद्ों व न्यायविद्ों ने एक स्वर से संकल्प व्यक्त किया कि धार्मिक एकता की स्थापना हेतु सतत् प्रयासरत रहेंगे तथापि सारे विश्व में खासकर भावी पीढ़ी को धर्म के मर्म से अवगत करायेंगे। इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स का आयोजन ‘वी बिलांग - फॉर पीस मेकिंग’ थीम पर 2 से 4 अगस्त तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया गया।

सम्मेलन के अन्तिम व तीसरे दिन आज परिचर्चा का शुभारम्भ करते हुए फादर सेबेस्टियन कोलीथानम, डायरेक्टर, कुष्ठ नियंत्रण एवं उन्मूलन समिति ने कहा कि समाज तभी विकसित होगा, जब सभी एक होकर कार्य करेंगे।  समाज में कला एवं संस्कृति का विकास अहंकार को मिटाकर सौहार्द की भावना को बढ़ावा देता है। प्रख्यात आध्यात्मिक गुरू दलाई नामा के प्रतिनिधि आचार्य येशी फुनशोक ने अपने संबोधन में कहा कि आध्यात्मिकता वह समानता का धागा है जो सभी धर्मों को एकता के सूत्र में बाँधता है, साथ ही हमें एक अच्छा इंसान भी बनाती है। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील की कि स्वार्थ त्यागकर परिवार, समाज व देश के विकास के लिए कार्य करें। मौलाना ए आर शाहीन काजमी, जनरल सेक्रेटरी, वर्ल्ड पीस आर्गनाइजेशन, नई दिल्ली ने कहा कि स्व. डा. जगदीश गाँधी जी की सादगी व परिश्रम की आदत से प्रेरणा लेनी चाहिए। आचार्य विवेक मुनि जी महाराज, फाउण्डर, आचार्य सुशील मुनि मिशन, ने कहा कि भावी पीढ़ी को सही मार्गदर्शन मिले तो वे अपने परिवार के साथ ही देश का नाम भी रोशन करेंगे। डा. अनिल सरवाल ने कहा कि भावी पीढ़ी आने वाले वक्त में अवश्य ही खुशहाल समाज का निर्माण करेगी। इसी प्रकार, श्री मराजबान नारीमन जायवाल, सुश्री मधु खन्ना, भृगु पीठाधीश्वर पूज्य गोस्वामी सुशील जी महाराज डा. अजीत कुमार शसाने, फादर रोबी कन्ननचिरा, डा. डेविड रिस्ले, श्री अर्श अली समेत कई विद्वजनों ने ‘रिलीजन एण्ड पीस’, ‘रोल ऑफ रिलीजियस इन्स्टीट्यूशन इन प्रमोटिंग सोशल एण्ड इकोनॉमिक डेवलपमेन्ट’, ‘द इम्पॉवरमेन्ट ऑफ यूथ टु बी एजेन्टस हू प्रमोट रिलीजियर हार्मनी’ आदि विषयों पर सारगर्भित विचार रखे।

अपरान्हः सत्र में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने वाद-विवाद, फोटोग्राफी, पोएट्री, पोस्टर मेकिंग आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी रचनात्मक प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन कर धर्म के मर्म को उजागर किया। सम्मेलन के समापन समारोह में विजयी छात्रों को ट्राफी, मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ‘इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स’ की संयोजिका व सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती तृप्ति द्विवेदी ने देश-विदेश से पधारे सभी विद्वजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से सभी धर्मावलम्बियों के अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर विचार-विमर्श से जो मित्रता व सद्भावना का वातावरण निर्मित हुआ है, वह इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि है और यही भावना भावी पीढ़ी में सौहार्द व भाईचारे के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगी।


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