उतरौला बलरामपुर विकास खण्ड गैडास बुजुर्ग मे स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की एक शिक्षिका नंदनी गुप्ता ने जिलाधिकारी बलरामपुर को एक शिकायती प्रार्थना पत्र देकर बताया है कि विधालय की वार्डन ममता यादव अपने पति रमेश यादव तथा दो बेटियां जिसकी उम्र लगभग पन्द्रह वर्ष तथा ग्यारह वर्ष है। लगातार विधालय में निवास कर रही थी,तथा विधालय का ही खाना खा रही थी।जिसकी मैंने पहली शिकायत 8 मार्च 2024को की थी। जिस पर कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है। तथा वहीं स्थित अभी भी बनी हुई है। तब मैंने दूसरी शिकायत दिनांक 24 जुलाई 2024को लिखित रूप से मेरे द्वारा विभाग को दी गई उपरोक्त मामले की जांचकर रही टीम द्वारा मुझसे दुर्व्यवहार किया गया तथा जब मैं साक्ष्य को दिखा रही थी। तब यह कह कर डाल दिया गया कि यह सब सुना सुनाया है, और यह पुराना है। जिससे जांच बड़े स्तर पर प्रभावित करने की तैयारी हो रही है, चुंकि वार्डेन का पति कोई कार्य नहीं कर रहा है,तथा दिन भर विधालय के आसपास इधर-उधर घुमता रहता है। विधालय के चौकीदार महेन्द्र प्रताप के सहयोग से विधालय में आने वाली वस्तुओं व उपकरणों की चोरी भी करता रहता है,जिसका विरोध करने पर भी मुझे जान से मारने की धमकी भी दी जाती है।जिसका एक आडियो भी मेरे पास है जिसमें चौकीदार यह स्वीकार करता है कि मामले की चोरी उसके संज्ञान में है।विधालय के बालिकाओं को दूध व फल तथा कापियां भी पूर्ण रुप से वितरित नहीं की जाती है। विधालय में लगे सी सी टी वी के केमरे मे भी वार्डेन के द्वारा इस प्रकरण को व्यवस्थित किए गए हैं कि कोई भीअपराधिक रिकार्ड उसमें दर्ज न होने पाएं।विधालय में अवैध प्रवेश हेतु रमेश यादव के द्वारा सड़क पर बने छोटे छोटे गेट का का उपयोग किया जाता है यही से बालिकाओं का हास्टल तक बीना कैमरे मे आए प्रवेश किया जाता है सम्पूर्ण घटना का अधिकतर साक्ष्य मेरे पास उपलब्ध है।इससे पहले बालिकाओं के साथ कोई भी अनहोनी न हो जाए,इस मामले के गम्भीरता को देखते हुए उपरोक्त मामले को उचित कार्यवाही करने का नितांत आवश्यक है।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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