उतरौला बलरामपुर सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं में गम्भीर अनियमितता व अपात्रों को आवास आवंटन की शिकायत के आठ माह बीतने के बाद डी आर डी ए उसकी जांच अभी तक शुरू नहीं कर सकी है। शिकायतों की जांच के लिए गठित जिला स्तरीय टीम ने सात अगस्त को मौके पर जाकर जांच करने की सूचना के बाद भी टीम गांव पर नहीं पहुंची है।यह मामला तहसील उतरौला के ग्राम पंचायत बौडिहार का है जिसमें कराए गए विकास कार्यों के भ्रष्टाचार की शिकायत अब्दुल हफीज पुत्र वकील ग्राम वासी ने बीते तीन नवम्बर 2023 को सशपथ की थी। इसकी जांच के लिए गठित टीम डी आर डी ए के निदेशक, जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व सहायक अभियन्ता डी आर डी ए को बनाया गया है। शिकायत कर्ता का आरोप है कि ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव के मिली भगत करके शोएब के मकान से मगरे के मकान तक सड़क निर्माण दर्शाकर 1,36,328 रुपया, डाक्टर फखरूद्दीन के मकान से लेकर नुरूल हसन के मकान तक सड़क निर्माण के लिए 1,96,220 रुपए, अबू बकर के मकान से शोएब के घर तक खड़ंजा निर्माण के लिए 1,16,768, रुपए पानी निकास हयूम पाइप लगाने के लिए दो बार अस्सी हजार रुपए, ज़माल अहमद के मकान से नंदी तक नाली निर्माण कार्य के लिए 96,608 रुपए व फैजान से इरशाद के घर तक सी सी रोड बनाने के लिए 1,47,006 रुपए निकाला गया है लेकिन मौके पर कोई कार्य नहीं कराया गया है। इसी तरह अतीउल्ल के घर से नंदी तक नाली निर्माण के लिए 39,784 रुपए, मौलाना कमाल के घर से रजाऊ के घर तक खड़ंजा निर्माण के लिए 1,94,199 रुपए , मास्टर कलाम के घर से सी सी रोड तक सड़क निर्माण में 1,00,908 रुपए व नाली व ढक्कन निर्माण के लिए 2,65,759 रुपए का निर्माण दर्शाकर सारा धन ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव ने निकाल लिया। शिकायत कर्ता ने गावो में तमाम विकास कार्य होना फर्जी दर्शाकर बन्दर बाट करने का आरोप लगाया है। पीड़ित शिकायत कर्ता ने अपात्रों को आवास आवंटित करने का आरोप भी लगाया। शिकायत कर्ता के आरोप को गम्भीरता से देखते हुए जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। लेकिन आठ माह बीतने के बाद भी टीम मौके पर पहुंच कर जांच अभी तक नहीं की है। राघवेन्द्र तिवारी परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ने पीड़ित को भेजें पत्र में संयुक्त टीम के द्वारा सात अगस्त को जांच करने के लिए टीम के आने की सूचना दी थी । इस सूचना पर पीड़ित व ग्रामीण दिन भर टीम का इंतजार करते रहे, लेकिन टीम गांव में नहीं पहुंची। खण्ड विकास अधिकारी विकास खण्ड गैडास बुजुर्ग इन्द्रावती वर्मा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत की जांच के लिए पूर्व में गठित टीम सात अगस्त को गांव में आने की सूचना दी थी। लेकिन किसी कारण वश टीम के आने का कार्यक्रम स्थगित हो गया था। उधर ग्राम प्रधान ने शिकायत कर्ता के आरोपों को निराधार बताया।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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