मुख्यमंत्री ने जनपद अलीगढ़ के विकास कार्यों,
निर्माणाधीन परियोजनाओं एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की
नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण संयुक्त
रूप से शहर में जलभराव की समस्या का निस्तारण करें : मुख्यमंत्री
शहर में उपयुक्त स्थान पर कन्वेंशन सेंटर विकसित किया जाए
नगर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने, खारे पानी की समस्या
से निजात दिलाने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश
स्व0 श्री कल्याण सिंह के नाम पर फोर लेन सड़क बनायी जाए
भूमि सम्बन्धी मामलों के निपटारे के लिए मिशन मोड पर कार्य किया जाए
शहर व कस्बों में पुलिस फुट पैट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश
एक जनपद-एक उत्पाद योजना को बढ़ावा देने के लिए नई
तकनीक और नई डिजाइन देने के साथ ही मार्केट डिमांड विकसित की जाए
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय में सी0एस0आर0
फण्ड से शीला गौतम सेंटर ऑफ़ लर्निंग का कार्य सराहना के योग्य
लखनऊ : 28 अगस्त, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद अलीगढ़ में आयोजित एक बैठक में जनपद के विकास कार्यों, निर्माणाधीन परियोजनाओं एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनपद का विकास, कानून व्यवस्था एवं जन शिकायत निस्तारण सरकार की सर्वाच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। विभिन्न माध्यमों से प्राप्त शिकायतों, समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण समाधान किया जाए। जिला प्रभारी मंत्री, मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी स्तर पर जनप्रतिनिधियों के साथ समय-समय पर विकास कार्यों की समीक्षा होती रहनी चाहिए। जनपद के विकास के लिए आपसी समन्वय व सामंजस्य का होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि आपसी समन्वय व सामंजस्य बेहतर होता है तो बहुत सारे कार्य एवं समस्याओं का निस्तारण स्थानीय स्तर पर ही संभव हो जाता है। जनपद की लंबित परियोजनाओं को शासन स्तर से आहूत होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रखें, ताकि उनका त्वरित समाधान सम्भव हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने विकास एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा में स्पष्ट किया कि माह में एक बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समस्याओं के समाधान के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि बहुत सारी समस्याएं संवादहीनता से पनपती हैं, जिसे आपसी सामंजस्य एवं संवाद से ही दूर किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने विकास प्राधिकरण को निर्देशित किया कि वह शहर में उपयुक्त स्थान पर कन्वेंशन सेंटर विकसित कर जनसामान्य को उसका लाभ दिलाए। स्मार्ट सिटी के कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं मॉडल के तौर पर होने चाहिए। उन्होंने शहर को प्रतिबंधित प्लास्टिक से मुक्त बनाने तथा आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका के तौर पर विकसित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को नवाचार के लिए भी प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री जी ने नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण को संयुक्त रूप से शहर में जलभराव की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि बारहद्वारी में मल्टी लेवल कार पार्किंग में कॉमर्शियल स्पेस भी विकसित की जाए। उन्होंने नगर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने, खारे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने और स्व0 श्री कल्याण सिंह के नाम पर फोर लेन सड़क बनाये जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि किसानों को विद्युत, खाद, बीज एवं पानी की उपलब्धता समय से सुनिश्चित की जाए। एक जनपद-एक उत्पाद योजना को बढ़ावा देने के लिए ओ0डी0ओ0पी0 को नई तकनीक और नई डिजाइन देने के साथ ही मार्केट डिमांड विकसित की जाए। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर आयोजित होने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस को प्रभावी बनाते हुए भूमि संबंधी मामलों का प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाए। भूमि सम्बन्धी मामलों के निपटारे के लिए मिशन मोड पर कार्य किया जाए।
कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने शहर व कस्बों में पुलिस फुट पैट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। महिला सुरक्षा सर्वाच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने मिशन शक्ति को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए। अपराधी के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करते हुए जनसामान्य को सुरक्षा प्रदान की जाए। किसी भी स्तर पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कोई भी कानून के साथ खिलवाड़ करता है, तो उसके विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्माणाधीन राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की समीक्षा करते हुए विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अवशेष कार्य पूर्ण करने के साथ ही परिसर में पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत वृहद वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कुलपति से तैयार भवन का हैण्डओवर लेने की अपेक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री जी को ’शीला गौतम सेंटर ऑफ लर्निंग’ के बारे में अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सी0एस0आर0 फण्ड से शीला गौतम सेंटर ऑफ़ लर्निंग का कार्य वास्तविक रूप से सराहना के योग्य है। उन्होंने केंद्र के मेंटेनेंस के लिए कॉर्पस फंड की व्यवस्था करने की भी बात कही। उन्होंने उचित स्थान पर पूर्व सांसद श्रीमती शीला गौतम की प्रतिमा स्थापित किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 07 वर्षों में 10 विश्वविद्यालयों का निर्माण कराया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने सांसद एवं विधायकगण से उनके क्षेत्र की समस्याओं एवं समाधान के बारे में विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सन्दीप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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