कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात विभाग प्रदेश के कृषि निर्यातकों का केन्द्र


प्रदेश के निर्यातकों के साथ वृहद स्तर पर बैठकें आयोजित की जायें


निर्यातकों और निर्यात किये जाने वाले उत्पादों का विवरण रखा जाय


निर्यातकों के अनुरूप नीतियों को सुगम बनाने का कार्य किया जाय


कृषि एवं प्रसंस्कृत उत्पादों को दिलायी जा रही है जीआई ट्रैडमार्क की पहचान

 -मंत्री दिनेश प्रताप सिंह


लखनऊ: 07 अगस्त, 2024


उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने बुधवार को मंडी परिषद सभागार में कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश के निर्यातकों के साथ वृहद स्तर पर बैठकें आयोजित की जायें। निर्यातकों द्वारा निर्यात किये जाने वाले उत्पादों का विवरण रखा जाय। इसके साथ ही निर्यातकों के अनुरूप नीतियों को सुगम बनाने का कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात विभाग प्रदेश के सभी कृषि निर्यातकों का केन्द्र है। उ.प्र. कृषि निर्यात नीतियों एवं सुविधाओं के बारें में अधिक से अधिक व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाय, ताकि इन योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंच सके।


मंत्री श्री सिंह ने बताया कि विपणन परिज्ञान के अन्तर्गत 211 कृषि बाजारों के भाव को विभागीय वेबसाईट व मोबाइल ऐप पर प्रतिदिन उपलब्ध कराया जा रहा है। ई-नाम के अन्तर्गत 125 चयनित मण्डियों में गुणवत्ता जांचने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि माह जून 2024 तक 42 सीधा थोक क्रय लाइसेंस जारी करने के साथ ही 10 निजी स्थलों को शासन द्वारा मण्डी उप स्थल घोषित किये गये है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जीआई टैग को एक ट्रेडमार्क के रूप में देखा जाता है इसलिए प्रदेश के कृषि एवं प्रसंस्कृत कृषि उत्पादों का जीआई पंजीकरण करवाया जा रहा है। अभी तक प्रदेश के 20 कृषि एवं प्रसंस्कृत कृषि उत्पाद जीआई पंजीकृत हो चुके है और 14 उत्पादों को जीआई टैग पंजीकृत कराने की कार्यवाही की जा रही है।

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