मुख्यमंत्री ने बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर
में बर्न यूनिट, नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट लैब, फार्मेसी कॉलेज के
विस्तारीकरण कार्य तथा नवनिर्मित स्टेडियम की चहारदीवारी का लोकार्पण किया

 सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्यरत उपचारिकाओं
हेतु निर्मित होने वाले मैरीड छात्रावास का शिलान्यास किया

सी0टी0 स्कैन मशीन, जेनेटिक मेडिसिन व पीडियाट्रिक ऑर्थापेडिक
विभाग की ओ0पी0डी0, मिल्क बैंक, माइक्रोबायोलॉजी विभाग में
सैंपल कलेक्शन सेंटर तथा लिथोट्रिप्सी मशीन का शुभारम्भ किया

मेडिकल एवं पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं को टैबलेट का वितरण किया

बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के माध्यम से पूर्वी उ0प्र0 की 05 करोड़
जनता के लिये, उनकी स्वास्थ्य आकांक्षाओं के अनुरूप बेहतरीन
स्वास्थ्य सुविधा को विकसित किया जा रहा : मुख्यमंत्री

समन्वय के माध्यम से एक रणनीति बनाकर इंसेफेलाइटिस पर सफलता
प्राप्त की, यह एक मॉडल एवं स्टडी, जिसे दुनिया के सामने रखा जा सकता

प्रधानमंत्री जी ने बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक
का निर्माण करवाया, कोरोना कालखण्ड में इस ब्लॉक ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई

आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में 05 करोड़ 11 लाख
लोगों को प्रतिवर्ष 05 लाख रु0 के मुफ्त इलाज से आच्छादित किया गया

प्रदेश में इस वर्ष एम0बी0बी0एस0 की 10,500 सीटों पर प्रवेश

उ0प्र0 में वर्ष 2011-14 में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख से घटकर आज 150 से 165 प्रति लाख के बीच आ गयी, शिशु मृत्यु दर 57 प्रति हजार से घटकर 30
से 35 प्रति हजार हुई, यह परिणाम बताते हैं कि हमारा प्रयास अच्छा

 
लखनऊ : 03 अगस्त, 2024

     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में कुल 55.43 करोड़ रुपये लागत के 14 विभिन्न कार्यों का लोकार्पण, शुभारम्भ तथा शिलान्यास किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत मेडिकल एवं पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं को 483 टैबलेट का वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने जिन परियोजनाओ का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, उनमें
6.12 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित बर्न यूनिट, 2.68 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट लैब, 8.5 करोड़ रुपये की लागत से फार्मेसी कॉलेज के विस्तारीकरण कार्य तथा 98 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित स्टेडियम की चहारदीवारी का लोकार्पण शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्यरत उपचारिकाओं हेतु 30.31 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले मैरीड छात्रावास का शिलान्यास किया। उन्हांने मेडिकल कॉलेज में स्थापित सी0टी0 स्कैन मशीन, जेनेटिक मेडिसिन व पीडियाट्रिक ऑर्थापेडिक विभाग की ओ0पी0डी0, मिल्क बैंक, माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सैंपल कलेक्शन सेंटर तथा लिथोट्रिप्सी मशीन का शुभारम्भ भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज सभी को इन योजनाओं से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है, जो बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज को एक उच्च स्वास्थ्य चिकित्सा केन्द्र के रूप में विकसित करने में मददगार साबित होंगी। इस मेडिकल कॉलेज के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश की 05 करोड़ जनता के लिये, उनकी स्वास्थ्य आकांक्षाओं के अनुरूप बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा को विकसित किया जा रहा है। इस योगदान के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं चिकित्सा विभाग के साथ सभी आम जनमानस बधाई के पात्र है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी ने पिछले 30 से 35 वर्षो में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में पतन और उत्थान की कहानी को बहुत निकट से देखा है। वर्ष 1996-97 में मेडिकल छात्रों ने इसे बन्द होने से रोकने के लिए सहायता तक मांगी थी, किन्तु आज वह छात्र देश के अलग-अलग भागों में अच्छे डॉक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वह गोरखपुर के सांसद थे, तो इस कॉलेज के उत्थान के लिए उन्होंने लगातार आवाज उठायी थी। एक समय यहां संसाधनों का अभाव था, छात्रों की डिग्री खतरे में थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस मौसम में यह मेडिकल कॉलेज पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अभिशाप बन जाता था। इंसेफेलाइटिस से मौतें होती थी। शासन के संकल्पित प्रयासों से आज यहां सभी सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। इंसेफेलाइटिस वार्ड एकदम स्वच्छ एवं साफ है। मरीज और मरीजों के परिजनों के चेहरे पर आज खुशी दिखाई पड़ती है। प्रदेश सरकार के दृढ़ संकल्प से किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप पिछले 06 वर्षो में इसकी तस्वीर बदल गयी है, जिसे सबने देखा है। इस वर्ष इंसेफेलाइटिस से ग्रस्त केवल 40 मरीज आये। अब तक कोई भी मौत नहीं हुयी है। यह सारी चीजे दर्शाती हैं कि कैसे इस बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। डॉक्टर्स, स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य विभागों ने समन्वय के माध्यम से एक रणनीति बनाकर इस बीमारी पर सफलता प्राप्त की गयी है। यह एक मॉडल एवं स्टडी है, जिसे दुनिया के सामने रखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आभारी हैं, जिन्होंने जनपद गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए कदम बढ़ाया। प्रधानमंत्री जी ने इस मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण करवाया। कोरोना कालखण्ड में इस ब्लॉक ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई है। प्रधानमंत्री जी ने गोरखपुर में आई0सी0एम0आर0 का रीजनल वायरोलॉजी सेन्टर स्थापित कराया है। एन0आई0पी0 पुणे के बाद बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज एकमात्र ऐसा संस्थान है, जहां इस तरह का सेन्टर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री जी ने आह्वान किया कि सभी को वहां जाकर इसकी कार्य प्रणाली का अवलोकन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री जी के आभारी है, जिन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश व गोरखपुर के लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु एम्स जैसा संस्थान दिया है। बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज बहुत पुराना संस्थान है। निरीक्षण के दौरान यह पता चला कि यहां देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर आदि जनपदों के लोग इलाज के लिए आए हैं, जबकि इन जनपदां में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। यह उनकी बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के प्रति विश्वसनीयता को दर्शाता है। एम्स जैसा बड़ा संस्थान होने के बावजूद वह सभी बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज आए हैं। यही समय है जब बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज के सभी छात्र व फैकल्टी मेम्बर मिलकर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से कॉलेज को एक नयी ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश में सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, जिन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। आज सभी मेडिकल कॉलेज देश एवं दुनिया के अच्छे चिकित्सा संस्थानों से एम0ओ0यू0 कर सकते हैं। डिजिटल व्यवस्था को आगे बढ़ा सकें एवं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुविधा प्राप्त हो सके, इसके लिए अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन/टैबलेट से आच्छादित भी किया जा रहा है। प्रदेश का युवा तकनीकी दृष्टि से स्वयं को अक्षम न समझे, यह अत्यंत जरूरी है। सरकार इसके लिए युवाओं के साथ खड़ी है। उनकी आकांक्षाओं को उडा़न देने के लिए सरकार हर स्तर पर उनका सहयोग कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आम जनमानस एक डॉक्टर में बहुत ही श्रद्धा का भाव रखता है। सभी डॉक्टरों को इस श्रद्धा एवं सम्मान के भाव को संजोए रखने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी डॉक्टर्स को अपने आप को तैयार करने की आवश्यकता है। जब किसी भी व्यक्ति का परिवारीजन बीमार होता है, तो वह बहुत ही तनाव में रहता है। इसके लिए भी डॉक्टर्स को ध्यान देने की जरूरत है। सरकार ने भी इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाये हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में 05 करोड़ 11 लाख लोगों को प्रतिवर्ष 05 लाख रुपये के मुफ्त इलाज से आच्छादित किया गया है। मुख्यमंत्री राहत कोष से 01 लाख 88 हजार लोगों को इलाज हेतु धनराशि उपलब्ध करायी गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश में स्वास्थ्य हेतु धन की कमी नहीं है। ‘108’ एम्बुलेंस सेवा सभी जनपदों में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का कार्य कर रही है। सभी मेडिकल स्टाफ को धैर्य से काम करना चाहिए। धैर्य उनकी पहचान होनी चाहिए। चिकित्सक की मरीज के प्रति सद्भावना एवं मीठे बोल मरीज के जीवन को संबल प्रदान करते हैं। मरीज के साथ आये अटेण्डेन्ट के साथ दुर्व्यवहार किए जाने पर लोगों में मेडिकल तथा पैरामेडिकल टीम के प्रति गलत संदेश जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 एवं जिला अस्पतालों की स्वास्थ्य सुविधाओं में वृहद स्तर पर विस्तार किया गया है। शासन द्वारा स्पेशलिस्ट चिकित्सक की नियुक्ति के लिए जनपद की कमेटी को स्वतंत्रता दी गयी है। कोई भी डॉक्टर इण्टरव्यू के माध्यम से चयन प्राप्त कर सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर मण्डल में 04 जनपद हैं, अकेले गोरखपुर में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज था। बस्ती मण्डल में 03 जनपद, देवीपाटन मण्डल में 04 जनपद, आजमगढ़ मण्डल में 03 जनपद तथा अयोध्या मण्डल में 05 जनपद हैं। इन जनपदों में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं था। आज जनपद कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर में एक-एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण के कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रायबरेली में एम्स सहित जनपद अयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुलतानपुर तथा अमेठी में मेडिकल कॉलेज की एक लम्बी श्रृंखला खड़ी हो चुकी है। जनपद आजमगढ़ तथा बलिया में मेडिकल कॉलेज प्रक्रियाधीन है। जनपद महराजगंज में पी0पी0पी0 मोड पर बने मेडिकल कॉलेज में इस वर्ष प्रवेश हो रहा है। जनपद शामली और सम्भल में भी पी0पी0पी0 मोड पर बने नये मेडिकल कॉलेज में इस बार एम0बी0बी0एस0 प्रथम वर्ष में प्रवेश होगा। आज लगभग प्रत्येक जनपद में एक मेडिकल कॉलेज सुनिश्चित कर उत्तर प्रदेश ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज’ की दिशा में आगे बढ़ चुका है। प्रदेश में इस वर्ष एम0बी0बी0एस0 की 10,500 सीटों पर प्रवेश होगा। सरकार चिकित्सकों की कमी को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। इसके लिए शासन द्वारा कार्यों को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। नये मेडिकल कॉलेज के निर्माण के साथ पुराने मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि के कार्य को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में आज बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज में सी0टी0 स्कैन मशीन, नेशनल लाइफ सपोर्ट लैब की स्थापना, लिथोट्रिप्सी मशीन, जेनेटिक मेडिसिन विभाग की ओ0पी0डी0 तथा माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सैम्पल कलेक्शन सेन्टर का शुभारम्भ एवं फॉर्मेसी कॉलेज के विस्तार हेतु कराए गए निर्माण कार्य का लोकार्पण आदि कई कार्य सम्पन्न किये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिणाम ही किसी भी प्रयास का मूल्यांकन करता है। शासन के प्रयास को शासन नहीं, बल्कि नेशनल हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट मूल्यांकित करती है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2011-14 में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख थी, आज यह घटकर 150 से 165 प्रति लाख के बीच आ गयी है। शिशु मृत्यु दर में भी कमी आयी है, जो पहले 57 प्रति हजार थी, आज वह 30 से 35 प्रति हजार है। यह परिणाम बताते हैं कि हमारा प्रयास अच्छा है। हमें इस दिशा में और भी प्रयास करना है। नई तकनीक एवं नये शोध के अनुरूप लगातार आगे बढ़ना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अन्तर्गत भी इस दिशा में अनेक प्रयास हो रहे है।
कार्यक्रम को विधायक श्री महेन्द्रपाल सिंह तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मत्स्य मंत्री डॉ0 संजय निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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