औरैया // कस्बा के बाबरपुर मार्ग पर भर्रापुर गांव के सामने एक परिसर में शहीद सिपाही की मूर्ति लगाए जाने की सूचना पर बौद्ध भिक्षु और कई ग्रामीण एकत्र हो गए, उन्होंने जगह को आंबेडकर पार्क बताते हुए मूर्ति लगाने का विरोध किया, तनाव बढ़ता देख पुलिस भी पहुंच गई, एसडीएम सदर ने मूर्ति लगाने में शासन के आदेश का पालन करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोग शांत हुए, फफूंद-बाबरपुर रोड पर सोमवार को गांव भर्रापुर के सामने रोड पर बनी बाउंड्रीवाल के अंदर वर्ष 2022 में शहीद हुए गांव भर्रापुर निवासी बीएसएफ के सिपाही धीरज की मूर्ति लगने जा रही है, इसकी सूचना पर तुलसीपुर, जुआ, भर्रापुर और अधासी गांव के कई ग्रामीण और महिलाओं की भीड़ बाउंड्रीवाल परिसर में एकत्रित हो गई इससे माहौल तनावपूर्ण होने लगा सूचना पर सीओ अजीतमल अशोक सिंह और फफूंद थाना के फोर्स मौके पर पहुंचा भीड़ को समझाया और उन्हें पार्क से बाहर किया, मौके पर मौजूद बौद्ध भिक्षु बौद्ध सत्य बौद्ध गया भंते व बौद्ध अनुयायी विजय बहादुर ने बताया कि वर्ष 1998-99 में तत्कालीन अजीतमल विधायक मोहर सिंह ने विधायक निधि से आंबेडकर की मूर्ति स्थापित करने के लिए यह बाउंड्री बनवाई थी। लेकिन उस समय बाबा साहब की प्रतिमा नहीं लग पाई थी। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा न लगवाकर वहां शहीद की मूर्ति लगाई जा रही है, इसलिए सभी लोग बौद्ध भिक्षु विरोध करने के लिए एकत्रित हुए हैं। शांति पूर्वक विरोध करेंगे।
माहौल न बिगड़े इसको लेकर मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर राकेश कुमार बौद्ध अनुयायियों से मिले और उन्हें समझाते हुए बताया कि यह जमीन किसी पार्क के नाम नहीं बल्कि बंजर भूमि में दर्ज है, इसलिए शासन से जिसकी मूर्ति लगाने के लिए आदेश होगा, वही मूर्ति लगेगी, शहीद सिपाही चार नवंबर 2022 में राजस्थान के बाड़मेर में बीएसएफ जवानों को लेकर जा रही गाड़ी के दुर्घटना ग्रस्त होने पर भर्रापुर गांव निवासी बीएसएफ जवान धीरज कुमार शहीद हुआ था धीरज कुमार भाजपा की सदर विधायक गुडिया कठेरिया का भतीजा था शहीद की मां आशा देवी जब से बराबर गांव में अपने बेटे की मूर्ति लगवाने के लिए शासन तक पैरवी कर रही थीं उन्होंने इसके लिए सदर विधायक की भी मदद मांगी थी, जिसको लेकर सदर विधायक भी प्रयासरत थीं, सदर विधायक गुड़िया कठेरिया ने बताया कि शहीद सिपाही की मूर्ति लगवाने के लिए उन्होंने शासन से मांग की थी, कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह शासन और प्रशासन में पैरवी करके मूर्ति जरुर लगवाएंगी।

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