मथुरा। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की प्रेरणा से प्रदेश में शुक्रवार को काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह पूरे जनपद में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री के लखनऊ के काकोरी में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण बीएसए कॉलेज के सभागार में किया गया। मुख्य अतिथि प्रदेश के मंत्री गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग लक्ष्मी नारायण चौधरी व विधायक बल्देव पूरन प्रकाश ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पीड़ी अरुण कुमार उपाध्याय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा शहीदों के परिजनों को माला पहनाकर व शौल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 09 अगस्त का दिन देश की आजादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले भारत मां के वीर सपूतों को नमन करने का दिन है। जिन शहीदों ने हमें आजादी दिलाई, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए आज यह कार्यक्रम किया जा रहा है।
भारतीय संस्कृति हमें राष्ट्र के प्रति प्रेम करना सिखाती है। भारतीय संस्कृति, भारतीय संस्कारों व भारतीय राष्ट्र पर गर्व है। भावी पीढ़ी को इससे सीख लेनी चाहिए, देश के लिए अपना सर्वोच्च न्यौछावर करने वाले सभी वीरों को नमन करने के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक शहीद वाटिका का निर्माण करवाया है।
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्र प्रेम की भावना को बलवती करने के लिए हर घर तिरंगा अभियान भी 13 से 15 अगस्त तक चलाया जाएगा। मथुरा जनपद में कोई भी छत ऐसी ना रहे जिस पर तिरंगा न फहरा हो। सभी सामाजिक संस्थाएं, अधिकारी, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि इसमें आगे आकर सहयोग करें।
इससे पूर्व लखनऊ के काकोरी में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण बी.एस.ए कॉलेज के सभागार में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों,संगठनों के प्रतिनिधियों,स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों आदि ने देखा।
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय तथा मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई। हमें क्रांतिकारियों से बहुत कुछ सीखना चाहिए। हमें राष्ट्र प्रथम की भावना को मन में रखकर ही कार्य करना चाहिए। कितने ही क्रांतिकारी ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त 1942 को गांधी जी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था।
देश के मतवालों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजादी दिलाई। हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। भावी पीढ़ी को भी इसकी जानकारी दी जानी चाहिए कि कितने संघर्षों व बलिदानों के बाद हमें आजादी मिली है ताकि वह भी इससे सीख ले सकें।
09 अगस्त 1942 को गांधी जी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था। इससे प्रेरणा पाकर देश का युवा, किसान व बच्चा-बच्चा भी बोलने लगा कि अंग्रेजों भारत छोड़ो। संघर्षों के बाद मिली आजादी की महत्वता को सबको समझना चाहिए।
हमें क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर यह भावना हमारे मन में होनी चाहिए कि हम देश के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दें। काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह पूरे वर्ष चलेगा तथा 09 अगस्त 2025 को 100 वर्ष पूर्ण होंगे। यह समय हमें राष्ट्र नायकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है तथा यह भी सीख देता है कि हमें अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शंन शताब्दी समारोह शहीदों को नमन करने का अवसर है तथा राष्ट्र प्रेम की भावना भावी पीढ़ी में बलवती हो यह भी जरूरी है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने शासन द्वारा जारी पत्र को सबको पढ़कर सुनाया।
मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, विधायक बल्देव पूरन प्रकाश, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय तथा मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने स्वतंत्र संग्राम सेनानी, विभिन्न युद्धों में शहीद हुए जवानों के परिवार वालों को प्रशस्ति पत्र, शौल, प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मान पाने वाले क्रमवार हैं - स्वतंत्र संग्राम सेनानी शहीद साहब सिंह के पिता ओमप्रकाश राया, भारत पाकिस्तान 1965 के युद्ध में हुए शहीद कैप्टन विजय सिंह की पत्नी फूलन देवी राया, कारगिल युद्ध में शहीद चंद्रवीर रावत की पत्नी विजय देवी तेहरा तथा 2012 में नागपुर में ब्लास्ट में सीआरपीएफ कांस्टेबल विष्णु पांडेय के पिता श्री यादराम पांडेय मघेरा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में छात्र छात्राएं, आमजन सहित अन्य अधिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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