डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पर्यावरण समिति की बैठक
बहराइच/ब्यूरो । बुधवार को देरशाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत प्रताप सिंह को निर्देश दिया बैठक के लिए प्रस्तावित एजेण्डा से सम्बन्धित अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जा सके ताकि समयक चर्चा के दौरान लिये गये निर्णयों का प्रभावी ढंग से अनुपालन सुनिश्चित हो सके। डीएम ने बैठक से अनुपस्थित रहने पर जिला पर्यटन अधिकारी का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया। अधिशाषी अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि वन विभाग से समन्वय कर नमाम गंगे योजना से सम्बन्धित वांछित सूचना निर्धारित प्रारूप पर ही प्रेषित की जाएं।
गंगा व सहायक नदियों में पर्यावरणीय प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण एवं उपशमन और जल के सतत पर्याप्त प्रवाह को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी व सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि नदियों के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारणों के अद्वितीय महत्व को देखते हुए दोनों किनारों पर आबाद ग्राम पंचायतों में सालिड वेस्ट मैनेजमेन्ट को प्रभावी ढंग से लागू किया जाय। नदियों के महत्व के प्रति जनमानस में जनजागरूकता लाये जाने के उद्देश्य से किनारों पर आबाद ग्रामों में कार्यक्रम चलाये जायें।
जिले में वर्ष 2024 में संचालित किये गये पौधरोपण अभियान अन्तर्गत किये गए पौधरोपण के सापेक्ष विभागों द्वारा की गई जिओ टैगिंग की विभागवार प्रगति की समीक्षा की में उच्च शिक्षा द्वारा की गयी जिओ टैगिंग की प्रगति असंतोषजनक पाये जाने पर डीएम ने नाराज़गी जताते हुए उच्च शिक्षा विभाग की नोडल अधिकारी प्राचार्य महिला महाविद्यालय प्रिया मुखर्जी को निर्देश दिया कि फीडिंग कार्य में सुधार लाया जाय। बैठक में जिला पर्यावरण समिति के अन्तर्गत ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेसन वेस्ट, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई-वेस्ट प्रबंधन एवं डिस्ट्रिक्ट इंवायरमेंट मैनेजमेंट प्लान के समुचित क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देष दिये गये।
मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर, पुलिस क्षेत्राधिकारी हीरालाल कनौजिया, प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग बी. शिवशंकर, बहराइच अजीत प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय शर्मा, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, उप निदेशक कृषि टी. पी. शाही, पीडीडीआरडीए अरूण कुमार सिंह तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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