बारिश के दृष्टिगत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बचाव एवं सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी।
जनसामान्य से सावधानी बरतने की अपील, सर्पदंश की घटनाओं से बचाव के लिए एहतियात जरूरी-जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल।
बारिश और खराब मौसम के दौरान संभावित आपदाओं से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जनसामान्य के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल ने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा है कि बारिश के दौरान लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने अपील की है कि सभी लोग पूरी सावधानी बरतें, पुराने जर्जर भवनों न रहें, बल्कि निकलकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। भीड-भाड़ वाले व ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। खुले सीवर व बिजली के तारों से बचकर रहें। विद्युत ब्रेकडाउन आदि हेतु हेल्पलाइन नंबर-1912 डॉयल करें।
उन्होंने कहा कि पीने के पानी को उबालकर पीये, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से ब्लीचिंग पावडर व क्लोरीन टेबलेट प्राप्त कर लें। किसी भी चिकित्सीय आपात काल में मुख्य चिकित्साधिकारी बलरामपुर कार्यालय के कन्ट्रोल रूम नम्बर 8423026101 अथवा 7704995639 पर सम्पर्क करें। अन्य किसी समस्या में इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल कमांड सेन्टर के नम्बर- 05263-236250 या मो0 नं0- 9170277336 या 860010336 पर कॉल करें। आकाशीय विद्युत से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव एवं पूर्व चेतावनी हेतु दामिनी/सचेत ऐप का प्रयोग करें। पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। मौसम की जानकारी हेतु रेडियो आदि प्रसारण माध्यमों से जानकारी लेते रहें। नदी, तालाब, पोखर व गहरे गड्ढे में जाने से बचें। बच्चों पर विशेष निगरानी रखें तथा उन्हें नदी, तालाब, नहर, गड्ढे आदि के किनारे कतई न जाने दें। खराब मौसम में बाहर जाने से पहले मौसम की जानकारी एवं वज्रपात का एलर्ट अवश्य देख लें। सर्पदंश होने पर घबराएं नहीं, तत्काल 108 एम्बुलेंस सेवा को कॉल करें तथा निकटतम अस्पताल में उपचार हेतु ले जायें।
सर्पदंश होने पर तत्काल ले जाएं अस्पताल, घर पर झाड-फूंक र के चक्कर में न पड़ें- जिलाधिकारी
सांप काटने की घटना होने पर तुरन्त क्या करें के बारे में बताते हुए जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल ने कहा कि काटे गये जगह को साबून व पानी से धोएं। दांत के निशान की जांच करें, कही जहरीले सर्प के काटने का दो दंत का निशान तो नही ? काटे हुए अंग को हृदय के लेवल से नीचे रखे, सर्पदंश वाले अंग को स्थिर (फिक्स) करें। बैंडेज घाव पर और उसके ऊपर लगायें। घायल व्यक्ति को सान्त्वना दें, घबराहट से हृदय गति तेज चलने से रक्त संचरण तेज हो जायेगा और जहर सारे शरीर में जल्द फैल जयेगा। इसलिए सर्पदंश के पीड़ित व्यक्ति को तुरंत निकटतम सीएचसी या जिला अस्पताल ले जाएं और यदि जहरीले सर्प ने काटा है तो एन्टी स्नैक वेनम का इजेक्शन डाक्टर से लगवाएं। कभी भी सर्पदंश के पीड़ित व्यक्ति का उपचार घर न करें और झाड़फूंक के चक्कर में न पड़े, इससके पीड़ित व्यक्ति का जीवन संकट में पड़ सकता है।
कलेक्ट्रेट एवं तहसीलों में बाढ़ आपदा कन्ट्रोल रूम स्थापित, कॉल कर ले सकते हैं मदद।
बारिश, संभावित बाढ़ एवं आपदाओं के दौरानय की मदद हेतु जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल के निर्देशन में बाढ़ कन्ट्रोल रूम स्थापित सक्रिय कर दिए गए हैं। जनपद स्तर पर आपदा प्रबंधन कार्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जहां पर 24 घन्टे तीन शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा जनसामान्य जनपद स्तरीय कन्ट्रोल रूम के नंबर- 05263-236250, 9170277336 व 8960010336 या टोल फ्री नम्बर 1077 पर कॉल करके मदद प्राप्त कर सकते हैं अथवा सूचना दे सकते हैं। इसी प्रकार तहसील सदर में स्थापित तहसील स्तरीय कन्ट्रोल रूम के नम्बर 05263-234024, तुलसीपुर 9454416070 या 8400696224 तथा उतरौला में 9454416061 या 05265-252469 पर कॉल कर मदद प्राप्त कर सकते हैं।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
वी. संघर्ष की रिपोर्ट
बलरामपुर।
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