उतरौला बलरामपुर उत्तर प्रदेश की सरकार योगी आदित्यनाथ के द्वारा इन गौशाला पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन विकास खण्ड रेहरा बाजार अन्तर्गत ग्राम पंचायत सोमरहा रत्नपुर के निवासी हरिओम निषाद,सचिन कुमार, जितेन्द्र कुमार पाण्डेय,जय प्रकाश सिंह,पारू सिंह, लल्ला प्रसाद पाण्डेय सहित गांव के तमाम लोगों ने बताया कि इस गौशाले में लगभग 70 गौवंशो का जमावड़ा था। लेकिन भूख और प्यास के चलते कई गौवंश मर चूके हैं।
गांव वालों का कहना है कि ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव व टेकर की मिली भगत से मरे हुए जानवरों को प्रधान के सलाह पर ट्रेक्टर से मरे हुए जानवरों को खिंचवाकर पास के तालाब में फेंक वाकर गड़वा दिया जाता है। पूछने पर गांव वालों बताया कि गौवंशो को सुखा भूसा के अलावा और कोई भी चारा वगैरा नहीं दिया जाता है,और तालाब का गन्दा पानी ही पिलाया जाता है जिससे काफी गौवंश मरने के कगार पहुंच गए हैं। अभी फिलहाल 7/8/2024 को एक गौवंश की मौत हो गई थी,जो कि प्रधान व टेकर मिलकर उसको ट्रेक्टर के द्वारा गांव के किनारे में स्थित तालाब पर फेकवा दिया गया था जिससे आस पास के गांव में दुर्गन्ध के फैलने से संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी हुई है।इसी तरह 14/08/2024 दिन बुधवार को सुबह लगभग आठ बजे एक गौवंश की मौत हो गई।उसको भी प्रधान व टेकर के द्वारा ट्रेक्टर से खिंचवाकर पास के तालाब में फैंकवा कर उस पर मिट्टी डलवा दिया गया है। इसी तरह आएं दिन गौवंश जानवर भूख और प्यास से तड़प कर मरते रहते हैं। इसको देखने वाला कोई अधिकारी व जन प्रतिनिधि नहीं है।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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