मथुरा।उत्तर प्रदेश के मथुरा में शुक्रवार को फिल्मी स्टाइल में एक सर्राफा व्यापारी के घर पर छापेमारी हुई।खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)का अधिकारी बताकर सर्च वारंट दिखाया और घर की तलाशी में लग गए।तभी उनकी एक गलती से झूठ का पर्दा उठ गया।इसके बाद सतर्क सर्राफा व्यापारी ने वहां लोगों को इकट्ठा कर लिया।लोगों की भीड़ देखकर अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल-26 की तरह लूटने आए फर्जी ईडी की टीम वहां से फरार हो गई।
मामला मथुरा के गोविंद नगर थाना क्षेत्र के मसानी लिंक रोड के राधा ऑर्चिड कॉलोनी का है।जहां शुक्रवार सुबह तीन पुरुष और एक महिला पहुंचे।पुरुषों में एक पुलिस की वर्दी में था। ये सभी सर्राफा व्यापारी अश्वनी अग्रवाल के घर पहुंचे और खुद को ईडी का अधिकारी बताया और साथ ही सर्च वारंट भी दिखाया। अश्विनी अग्रवाल ने जब इन फर्जी अधिकारियों से बात की तो कुछ बातों को लेकर उन्हें शक हुआ। अश्विनी अग्रवाल ने वहां मौजूद पुलिसकर्मी से पूछा कि आप किस थाने से आए हैं तो उसने बताया कि वो मथुरा के गोविंदपुरम थाने से आया है। इससे अश्विनी अग्रवाल का शक और पुख्ता हो गया,क्योंकि मथुरा में गोविंदपुरम नहीं गोविंद नगर थाना है।
अश्विनी अग्रवाल ने सर्च वारंट जब अपने जानने वाले ईडी के एक अधिकारी को भेजा तो उन्होंने उसे फर्जी बताया।साथ ही जानकारी दी कि ईडी ऑफिस से कोई भी टीम वहां नहीं भेजी गई है।इसके बाद अश्विनी अग्रवाल ने नजर बचाकर अचानक घर से बाहर दौड़ लगा दी। अश्विनी अग्रवाल ने घर के सामने रहने वाले मेयर विनोद अग्रवाल के घर पहुंचकर दरवाजा खटखटाया।इसके बाद अन्य पड़ोसियों को भी आवाज दी, बाहर आने पर अश्विनी अग्रवाल ने लोगों को मामले की पूरी जानकारी दी।इसके बाद लोग अश्विनी अग्रवाल के घर की ओर बढ़ने लगे।लोगों की भीड़ बढ़ती देख सभी फर्जी अधिकारी मौके से फरार हो गए।
सर्राफा व्यापारी अश्वनी अग्रवाल ने बताया कि उनके घर ईडी अधिकारी बनकर घुसे लोग फर्जी थे।उनका इरादा हमें घर में बंधक बनाकर लूटने का था।
घटना की जानकारी मिलते ही गोविंद नगर पुलिस भी मौके पर पहुंची और जानकारी हासिल करने के बाद फर्जी ईडी अधिकारी की तलाश में जुट गई है।इस मामले को लेकर ईडी ने मथुरा पुलिस से भी संपर्क किया है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know