मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रयागराज महाकुम्भ-2025 को दिव्य, भव्य, स्वच्छ, सुरक्षित व ग्रीन रूप में आयोजित किए जाने के सम्बन्ध में आज प्रयागराज में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आहूत एक बैठक में सभी सम्बन्धित विभागों के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यों को निर्धारित समय में गुणवत्ता के साथ अनिवार्य रूप से पूर्ण कराएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एयरपोर्ट के पास माफियाओं से मुक्त करायी गयी जमीन पर मथुरा में बने ‘कृष्णा कुटीर’ की भांति बेहतरीन महिला संरक्षण गृह बनाये जाने का प्रस्ताव शासन को भेजें। इस महिला संरक्षण गृह में वृद्ध व निराश्रित महिलाओं के साथ-साथ वे बच्चियां जो पारिवारिक प्रताड़ना व अन्य कारणों से घर से निकल व बिछड़ जाती हैं, वे वहां रह सकेंगी और उन्हें स्वरोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा। प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा माफियाओं से मुक्त जमीनों पर गरीबों के लिए आवास बनाये गये थे। उसी प्रकार माफियाओं से मुक्त जमीन पर गरीबों के लिए और अधिक आवास बनाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि शहर में प्रचार हेतु लगाये गये होर्डिंग के स्थान पर नगर निगम द्वारा या पी0पी0पी0 मोड पर डिस्प्ले बोर्ड लगाये जायें, जिससे एक ही डिस्प्ले बोर्ड पर कई विज्ञापन एक साथ प्रसारित किए जा सकेंगे। मुम्बई व लखनऊ की घटना से हमें सबक लेते हुए घरों के ऊपर जो बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं, उन्हें हटाने की कार्यवाही की जाये। कुम्भ-2019 में मेला क्षेत्र व शहर के अंदर साइनेजेज लगाये गये थे। इस बार उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं में भी लगाया जाए। मेला क्षेत्र के जिस क्षेत्र में नेपाल, तमिलनाडु सहित अन्य स्थानों के लोगों के आने की ज्यादा सम्भावना रहती है, वहां पर अन्य भाषाओं के साथ-साथ उनकी भाषाओं में भी साइनेजेज लगाये जायें। मेला क्षेत्र के साथ-साथ शहर में जनसुविधाएं बढ़ायी जाएं। पार्किंग स्थलों व स्टेशनों के आस-पास अच्छे टॉयलेट, रैनबसेरे, लोगों के बैठने व रुकने के लिए उत्तम व्यवस्थायें की जाएं।
महाकुम्भ जब स्वच्छ होगा, तभी सुरक्षित महाकुम्भ में बदलेगा। हमें फिर से स्वच्छता, सुरक्षा व सुव्यवस्था का एक नया मॉडल महाकुम्भ में निर्मित करना होगा तभी महाकुम्भ-2025 दिव्य व भव्य महाकुम्भ के रूप में वैश्विक मान्यता को प्राप्त करेगा। इसके लिए स्टेक होल्डर्स, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय व्यापारियों, उद्यमियों, अलग-अलग संस्थाओं, अखाड़ा परिषद, संतों व आश्रमों से जुड़े लोगों के साथ हमारा निरंतर संवाद होना चाहिए। केन्द्र व राज्य सरकार से जुड़े हुए सभी विभागों के साथ भी संवाद का क्रम आगे बढ़ना चाहिए। द्वादश माधव व भारद्वाज आश्रम प्रयागराज की पहचान हैं। इसलिए इस बार हमें यहां पर विशेष ध्यान देना होगा, जिससे हम इनकी पुरातन पहचान व वैभव वापस दिला सकें।
नाविकों को प्रशिक्षण व लाइफ जैकेट उपलब्ध कराये जाने के साथ ही उनके साथ बैठक कर रेट फिक्स करने की कार्यवाही की जाये। स्वच्छताकर्मी, जलापूर्तिकर्ता, विद्युत विभाग से जुड़े लोगों की ट्रेनिंग करायी जाए। इन्हें नेम प्लेट, यूनिफॉर्म व पहचान यूनिक कोड दिए जाएं, जिससे कौन व्यक्ति किस प्रकार का कार्य कर रहा है, इसकी पहचान हो सके। महाकुम्भ-2025 को दिव्य, भव्य व ग्रीन महाकुम्भ के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए अभी से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की कार्यवाही की जाये। क्रिटिकल प्रोजेक्ट से सम्बन्धित विभागों के अधिकारी बेहतर समन्वय के साथ कार्य को आगे बढ़ाएं तथा समय पर कार्यों को पूर्ण कराएं।
मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में ट्रेनों की उपलब्धता व बुजुर्ग श्रद्धालुओं, तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए रैम्प की व्यवस्था करने की बात कही। इसका विशेष ध्यान रखा जाये कि जिस ट्रेन को जिस प्लेटफॉर्म पर आने की सूचना प्रसारित की जाये, वह ट्रेन उसी प्लेटफॉर्म पर आये, अंतिम समय में प्लेटफॉर्म में परिवर्तन न किया जाये।
मुख्यमंत्री जी ने पुलिस विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि हमें सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण देना है। इसके लिए टै्रफिक मैनेजमेंट व भीड़ नियंत्रण के लिए ए0आई0 टूल्स व सॉफ्टवेयर का बेहतर प्रयोग किया जाये। महाकुम्भ में ए0आई0 तकनीकी का प्रयोग कर मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गणना की जाए। मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के प्रति पुलिस का व्यवहार अच्छा हो, इसके लिए उन्हें अच्छे ढंग से प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जो भी कार्य चल रहे हैं, उनको समय से पूर्ण कर लिया जाये। विद्युत विभाग के लाइन मैन, मीटर रीडर, जे0ई0, ए0ई0 व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों की अच्छे ढंग से काउंसलिंग व प्रशिक्षण कराया जाए, जिससे कि मेला क्षेत्र में किसी भी तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को सभी कार्यों को समय से गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। कार्यों की मॉनीटरिंग के लिए अलग से नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों से महाकुम्भ के दृष्टिगत लगायी जाने वाली बसों की संख्या व पार्किंग के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न होने पाये। इसके लिए शटल बसों की व्यवस्था की जाये। उन्होंने सेतु निगम, पी0डब्लू0डी0, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई सहित अन्य विभागों के कार्यों की समीक्षा करते हुए विभागों को गुणवत्ता के साथ सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में अनिवार्य रूप से पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मैनपावर व उपकरणों की आवश्यकता के अनुसार डिमाण्ड समय से करें ताकि श्रद्धालुओं/तीर्थ यात्रियों को मेला अवधि में किसी प्रकार की समस्या न हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास परियोजनाओं से जुड़े सभी सम्बन्धित विभाग अपने विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ायेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हम लोग दिव्य व भव्य महाकुम्भ-2025 का सफल आयोजन करके प्रयागराज को वैश्विक मान्यता दिलाने में अपना योगदान देंगे।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने सुझाव दिए गए, जिस पर मुख्यमंत्री जी ने उनके सुझावों पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को कुम्भ मेलाधिकारी श्री विजय किरण आनन्द द्वारा महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत विभिन्न विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सर्किट हाउस में शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और सर्किट हाउस में पौधरोपण भी किया।
समीक्षा बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ के आवास पहुंचकर उनके पुत्र व पुत्रवधू को अपना आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री जी ने संगम क्षेत्र में बड़े हनुमानजी का दर्शन-पूजन भी किया।
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