विटामिन डी की कमी बन सकती फैमिली प्लानिंग में रुकावट - डॉ चंचल शर्मा
आप सभी विटामिन डी के फायदे और नुकसान से वाकिफ होंगे। विटामिन डी की कमी से आपके शरीर पर होने वाले हानिकारक प्रभावों में सबसे प्रसिद्ध है, हड्डियों का कमजोर होना। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विटामिन डी की कमी से आपके माँ बनने का सपना भी चकनाचूर हो सकता है। आजकल जिस तरह की जीवनशैली हम जी रहे हैं वैसे में लोगों का सीधे सीधे धुप से सामना कम होता है। ऐसे में आप विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोत से वंचित रह जाते हैं और शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। इसकी कमी से महिला और पुरुष दोनों की फर्टिलिटी पर प्रभाव पड़ता है। जहाँ महिलाओं में कन्सीव करने की समस्या देखी जाती है वहीँ पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता पर इसका असर होता है।
आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा से हुयी बातचीत में उन्होंने बताया कि विटामिन डी की कमी से आपकी फैमिली प्लानिंग का सपना अधूरा रह सकता है। ऐसी महिलाओं को प्राकृत रूप से माँ बनने में तो दिक्कत होती है लेकिन इनके ऊपर आईवीएफ जैसी तकनीक का असर भी नहीं हो पाता है। जिन महिलाओं में विटामिन डी की कमी होती है उनके एग की क्वालिटी अन्य महिलाओं की तुलना में कमतर होती है। एक अध्यन से पता चला है कि विटामिन डी की कमी होने पर महिलाओं को प्राकृत रूप से माँ बनने में भी दिक्कत होती है और किसी तकनीक का इस्तेमाल करने पर भी ऐसी महिलाओं के माँ बनने की सम्भावना कम होती है।
विटमिन डी की कमी से होने वाली अन्य परेशानी
जो महिलाएं गर्भवती हैं अगर उनके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो उनको भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो गर्भवती महिलाएं विटामिन डी की कमी से जूझ रही होती हैं उन्हें सामान्य विटामिन डी वाली महिलाओं की तुलना में अन्य बिमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज आदि की समस्या होने का भी जोखिम बना रहता है। ऐसी महिलाएं अंदरूनी तौर पर कमजोर हो जाती हैं, जिसकी वजह से बच्चे का वजन भी कम हो जाता है और इनके साथ निर्धारित समय से पूर्व ही बच्चे पैदा होने का खतरा बना रहता है।
विटामिन डी की कमी से पुरुष फर्टिलिटी पर पड़ने वाले प्रभाव
जिन पुरुषों में विटामिन डी की कमी होती है उनकी प्रजनन क्षमता सामान्य विटामिन डी वाले पुरुषों की तुलना में कम होती है। ऐसे पुरुषों को पिता बनने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनके स्पर्म की क्वालिटी तथा उसकी गतिशीलता विटामिन डी की कमी से प्रभावित होती है। जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है उनके शरीर में कैल्शियम की भी कमी हो जाती है। कैल्सियम की कमी की वजह से स्पर्म की गतिशीलता कम हो जाती है। विटामिन डी की कमी किसी भी पुरुष की फर्टिलिटी को प्रभावित करके उसके फैमिली प्लानिंग के सपने को चकनाचूर कर सकती है।
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