मथुरा।वृंदावन : धर्म रक्षा संघ द्वारा परिक्रमा मार्ग स्थित चैतन्य कुटी में अखिल भारतीय श्री पंचत्यागी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी रामस्वरूप दास महाराज की अध्यक्षता में एक धर्म सभा का आयोजन किया गया ।
जिसमें वर्तमान समय में कथा व्यास महामंडलेश्वर इंद्रदेव द्वारा पवित्र व्यास पीठ पर बैठकर अभद्र, अमर्यादित एवं अश्लील भाषा का प्रयोग करने पर आक्रोश व्यक्त किया गया ।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय मार्गदर्शक महंत मोहिनी बिहारी शरण ने कहा कि वृन्दावन का एक महामंडलेश्वर इंद्रदेव जिसने व्यास पीठ पर बैठकर रामलीला में प्रभु श्री राम और माता सीता के पात्र बनने वालों पर अनर्गल और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
महंत फूलडोल बिहारी दास ने कहा कि इंद्रदेव इससे पूर्व में भी कई बार विवादित हरकत कर चुका है, इसे अब माफी नहीं दंड मिलना चाहिए।
महामंडलेश्वर रामस्वरूप दास महाराज ने कहा कि यह यह कालनेमि धर्म का हिस्ट्रीसीटर है
रासाचार्य स्वामी लेखराज शर्मा ने कहा कि ऐसे घोर पापी का व्यास मंच पर बैठने का किसी भी प्रकार से अधिकार नहीं होना चाहिए।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि मंगलवार को अक्रूर मंदिर में एक बड़ी धर्म सभा की जाएगी जिसमें कथा व्यास इंद्रदेव के लिए दंड का विधान घोषित किया जाएगा और आगे की कार्यवाही की भूमिका तय की जाएगी।
महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि कुछ समय पूर्व इंद्रदेव ने अपने पैरों में पवित्र धार्मिक चिन्ह स्वास्तिक बनवाकर के सनातन धर्म का अपमान किया ।
महामंडलेश्वर स्वामी रघुनाथ दास महाराज ने कहा कि आजकल कुछ कुछ कथा वाचकों की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है पहले वह मंच से विवादित बयान देते हैं फिर बंद कमरे में बैठकर माफी का वीडियो बनवा लेते हैं यही आजकल ट्रेंड चल रहा है व्यास मंच के लिए नियम बनना चाहिए ।
इस अवसर पर महंत गंगा दास महाराज, स्वामी मुकुंद दास, नीलम गोस्वामी, वर्षा हरि कौशल, शशि शुक्ला, स्वामी देवेंद्र कुमार, स्वामी लक्ष्मण, स्वामी शिवराज, स्वामी लेखराज, स्वामी करतार, स्वामी विनोद, स्वामी निर्माण बाबा, गोपाल शर्मा आदि उपस्थित थे।
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