अंबेडकर नगर।
जिले में लगातार अलग अलग स्थानों पर प्राइवेट से लेकर सरकारी अस्पतालों में प्रसूता और नवजात की मौत के मामले लगातार जारी है,वहीं कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करता महकमा प्रभावी अंकुश नहीं लगा पा रहा है।
ताजा प्रकरण अकबरपुर तहसील के तारा खुर्द पीएचसी का है जहां कार्यरत चिकित्सक की लापरवाही से प्रसूता और नवजात की मौत का आरोप लगाते परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों ने कुढ़ा मोहम्मदगढ थाना बेवाना निवासिनी प्रसव पीड़ित महिला को ताराखुर्द पीएचसी पर प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद भर्ती कराया जहां सुबह नौ बजे के आस पास महिला ने बच्चे को जन्म दिया।कुछ समय के बाद बच्चे की तबीयत गड़बड़ लगने पर वहां मौजूद चिकित्सक ने बगल के प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सक को दिखाने की सलाह दी। आरोप है कि प्रसव के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की गई।महिला के पति ने किसी तरह इंतजाम कर रुपए चिकित्सक को दिए और बच्चे के इलाज के लिए बगल के क्लिनिक चले गए।बच्चा दिखाकर जब वापस पीएचसी पहुंचे तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। मृत महिला को ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। महिला की मौत की जानकारी होने पर परिजन भड़क उठे,वही डॉक्टर फरार हो गया। घटना की जानकारी जंगल में आग की तरह फैली और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई। अस्पताल पर कुछ देर चले बवाल के बाद महिला की लाश को चौराहे पर रखकर परिजनों और ग्रामीणों ने चौराहा जाम कर दिया और डॉक्टर को बुलाने की मांग पर अड़ गए। बवाल की सूचना मिलने पर खबर लिखने जाने तक मालीपुर थानाध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी दलबल के साथ मौके पर पहुंच । और किसी तरह भीड़ को काबू करने का प्रयास शुरू कर दिया है।
फिर एक प्रसूता की हुई मौत, स्वास्थ विभाग के गड़बड़ा झाले को लेकर उठा रहे सवाल
विकाश कुमार निषाद हिंदी संवाद ब्यूरो चीफ अम्बेडकर नगर
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