छात्र बने राजनयिक, वैश्विक मुद्दों पर की सार्थक परिचर्चा

लखनऊ, 21 जुलाई। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक कैम्पस के तत्वावधान में चल रही दो दिवसीय मॉडल युनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स (एम.यू.एन.) के दूसरे व अन्तिम दिन आज विभिन्न विद्यालयों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने विभिन्न देशों के राजनयिकों की भूमिका निभाते हुए विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर सार्थक चर्चा-परिचर्चा की और वैश्विक समस्याओं के शान्तिपूर्ण समाधान सुझाये। छात्रों ने अपने गहन शोध एवं वाद-विवाद के उपरान्त विभिन्न मुद्दों पर  प्रस्ताव तैयार कर उसकी जोरदार पैरवी भी की। इस एम.यू.एन. सम्मेलन के दौरान छात्रों ने मिडिल ईस्ट एवं उत्तरी  अफ्रीका में चल रहे शान्ति प्रयासों एवं परमाणु हथियारों पर प्रतिबन्ध लगाने जैसे तमाम मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किये। प्रतिभागी छात्रों ने अपने सारगर्भित, ओजपूर्ण एवं प्रभावशाली उद्बोधन की छाप छोड़ते हुए साबित कर दिया कि भावी पीढ़ी में सकारात्मक चिंतन के साथ विश्व की समस्याओं का समाधान करने की क्षमता मौजूद है। विदित हो कि एम.यू.एन.-2024 में विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों के 300 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। सम्मेलन के अन्तिम दिन आज सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी छात्रों पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया।

मॉडल यूनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेन्स के अन्तर्गत संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेम्बली की तर्ज पर संयुक्त राष्ट्र संघ की विभिन्न शाखाओं का प्रतिनिधित्व करती हुई छात्रों की 8 समितियों का गठन किया गया है। प्रत्येक समिति में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा सम्पन्न हुई। प्रत्येक समिति में एक अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष थे जिन्होंने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।

एम.यू.एन. सम्मेलन के सेक्रेटरी जनरल एवं सी.एम.एस. छात्र मुज्तबा अली खान ने बताया कि यह एम.यू.एन. सम्मेलन ऐतिहासिक रहा है। इसके आयोजन में भूमिका निभाना मेरे लिए अविस्मरणीय है और इसी अभूतपूर्व सफलता हेतु मैं अपने शिक्षकों के सहयोग व मार्गदर्शन हेतु आभारी हूँ। यह सम्मेलन सभी प्रतिभागी छात्रों के लिए अनूठा अवसर साबित हुआ है जिसने अन्तर्राष्ट्रीय कूटनीति की जानकारी प्रदान करने के साथ ही पब्लिक स्पीकिंग और निर्णय लेने की क्षमता को और प्रभावशाली बनाने में महती भूमिका निभाई है।

यूनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउन्सिल के अन्तर्गत छात्र प्रतिनिधियों ने जोर-शोर से जेनेवा सम्मेलन के संदर्भ में सूडान में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चर्चा की तो वहीं दूसरी ओर यूनाइटेड नेशन्स इन्वार्यनमेन्टल प्रोग्राम के अन्तर्गत नदियों में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण पर गंभीर विचार-विमर्श किया। इसी प्रकार, इण्टरनेशनल प्रेस कमेटी के अन्तर्गत छात्रों ने प्रेस रिपोर्टस की भूमिका को बखूबी निभाया और अपनी रिपोटिंग, फोटोग्राफी व वीडियो द्वारा विभिन्न मुद्दों पर जनमानस को जागरूक करने का शानदार प्रयास किया। इसी प्रकार, यूनाइटेड नेशन्स कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ वूमेन, ऑल इण्डिया पॉलिटिकल पार्टीज मीट एवं ज्वाइन्ट क्राइसिस आदि कमेटियों में जोरदार चर्चा-परिचर्चा देखने को मिली। 

सम्मेलन के समापन अवसर पर प्रतिभागी छात्रों व शिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए एम.यू.एन. की संयोजिका एवं सी.एम.एस. चौक कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती अदिति शर्मा ने कहा कि यह सम्मेलन छात्रों को अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों, कूटनीति, राजनीति व वैश्विक समस्याओं से रूबरू कराकर वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करने में अभूतपूर्व सफल रहा है।


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