हिंदी संवाद के लिए श्री आतिश मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट

जनपद को मेडिकल कालेज का मिला सौग़ात ,अब 150 एमबीबीएस सीटो पर होगा दाखिला


दशकों का सपना हुआ साकार - मेडिकल कॉलेज से संवरेगी जिंदगी- विनय श्रीवास्तव


प्रसव के लिए बैलगाड़ी से अस्पताल जाती और दम तोडती महिलाओं को देखकर होता था दर्द।।


जनपद में पीपीपी मोड पर प्रस्तावित केएमसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग द्वारा सत्र 2024-25 के लिए एक सौ पचास (150) एमबीबीएस सीटों की स्वीकृति प्रदान की है।अस्पताल में संस्था के चेयरमैन विनय श्रीवास्तव के प्रथम आगमन पर चिकित्सको व कर्मचारियों  द्वारा ढोल  के साथ फूलो की वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया. इस अवसर पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए संस्थान के चेयरमैन विनय श्रीवास्तव ने कहा कि शुरुआत के दिनों में इस जनपद में भौतिक स्थिति काफी खराब थी।स्वास्थ्य सुविधाओं का भी हाल लचर था,जनपद के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं तो जैसे–तैसे मिल जाती थी,लेकिन गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए लोगों को काफी भटकना पड़ता था ।बड़े शहरों में जाकर इलाज करवा पाना जितना मुश्किल था उससे ज्यादा खर्चीला भी , यहाँ तक कि लोगो के ज़मीन व ज़ेवर तक गिरवी हो जाती थी । कई बार क्षेत्र में भ्रमण के दौरान हमने प्रसव पीड़ा से तड़पती हुई महिलाओं को खाट और बैलगाड़ी के सहारे नजदीकी स्वास्थ्य केद्रो पर पहुंचते देखा है,इस दौरान कई महिलाएं अपनी जान तक गवा देती थी ।हमेशा से मन में एक विचार था कि जनपद के लोगो के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत जरूरी है कब तक हम हर सुविधा के लिए सरकार पर आश्रित रहेंगे ,ऐसे में 2017 मे केएमसी डिजिटल हॉस्पिटल की शुरुआत हुई।जैसे-जैसे दिन बढ़ते गए वैसे-वैसे यहां के लोगों की आवश्यकताओं से अवगत हुआ व महसूस भी किया की व्यवसायिकता से कुछ अलग हट कर करने की ज़रूरत है ।प्रारंभ के दिनों  से ही केएमसी डिजिटल हॉस्पिटल में देश के कोने-कोने से सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर को बुलाकर यहां के लोगों को सस्ते दर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाती रही है लेकिन यह सपना अभी अधूरा था कि अपने जनपद में भी es/kkoh  छात्र छात्राए एमबीबीएस की पढ़ाई करें और न केवल अपने जनपद की बल्कि देश के कोने कोने में जाकर लोगों की चिकित्सा सेवा करें ।लगातार प्रयास के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शांती फाउंडेशन के काम को देखते हुए एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज योजना के अंतर्गत जनपद में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज संचालित करने का अवसर प्रदान किया ,यह हमारी दूर दृष्टी के पहली जीत थी कि 2017 से जिस नेक काम की शुरुआत हुई थी अब उसका सर्वव्यापी होना शुरू हुआ था . केएमसी परिवार और उसके सभी सदस्यों ने एड़ी चोटी का जोर लगाकर शासन के रिकॉर्ड समय में सरकार के सभी दिशा निर्देशों को पूरा करते हुए मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य के साथ-साथ सभी आवश्यक शर्तों को पूरा किया ।जैसा कि आप देख सकते हैं जिस परिसर में यह प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया जा रहा है. उसको विश्व स्तरीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है ।अब हमें अवगत करवाते हुए काफी हर्ष हो रहा है कि विगत दिनों हुए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के निरीक्षण में आयोग में हमें डेढ़ सौ एमबीबीएस छात्रों के पठन पाठन के लिए अधिकृत किया हैं सत्र 2024- 25 के लिए प्रवेश की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी जिसके साथ ही मेरा वर्षों का सपना पूरा हुआ है जो जनपद के लिये देखा था ।इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ जनपद वासियों के लिए कृतज्ञ हूं कि उन्होंने अपने जनपद में मुझे इस नेक कार्य को करने का अवसर दिया ।हमारा यह प्रयास है कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले सभी एमबीबीएस के छात्रों को अनुभवी व योग्य शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।जिसके तहत देश के कोने-कोने से सभी विभागों के सबसे योग्य चिकित्सकों ⁄ प्रशिक्षकों की तैनाती की गई है .आपको बता दें कि कुल 21 विभागों में देश के कोने-कोने के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम नियुक्त हैं. जिन्हें अपने-अपने क्षेत्र में काफी वर्षों का अनुभव प्राप्त है. आपको जानकर काफी हर्ष होगा कि जनरल मेडिसिन के विभाग के विभागाध्यक्ष सहित २ प्रोफेसर,तीन एसोसिएट प्रोफेसर, छ असिस्टेंट प्रोफेसर और पांच सीनियर रेजिडेंस डॉक्टर नियुक्त है. वही पीडियाट्रिक विभाग में विभागाध्यक्ष के साथ दो प्रोफेसर एक एसोसिएट प्रोफेसर, चार असिस्टेंट प्रोफेसर और तीन सीनियर रेजिडेंस नियुक्त है . चर्म रोग विभाग में  विभागाध्यक्ष के साथ एक एसोसिएट प्रोफेसर, एक असिस्टेंट प्रोफेसर और एक सीनियर रेजिडेंस की नियुक्ति है . वही मनोरोग विभाग में विभागाध्यक्ष के साथ एक एसोसिएट प्रोफेसर, एक असिस्टेंट प्रोफेसर और एक सीनियर रेजिडेंस के साथ एक क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट की तैनाती हुई है, जनरल सर्जरी विभाग में विभागाध्यक्ष के साथ छ प्रोफेसर , पांच असिस्टेंट प्रोफेसर, और पांच सीनियर रेजिडेंस की नियुक्ति है. हड्डी रोग विभाग में विभागाध्यक्ष के समेत तीन प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर तीन असिस्टेंट प्रोफेसर और तीन सीनियर रेजिडेंस की नियुक्ति है . वही ओटो राइनो लैरींगोलॉजी विभाग में विभागाध्यक्ष के साथ एक एसोसिएट प्रोफेसर, दो असिस्टेंट प्रोफेसर और दो सीनियर रेजिडेंस डॉक्टर नियुक्त हैं. नेत्र रोग विभाग में विभागाध्यक्ष के साथ एक एसोसिएट, दो असिस्टेंट और दो सीनियर रेजिडेंस की नियुक्ति है वही स्त्री रोग विभाग की बात करें तो इसमें विभागाध्यक्ष के समेत दो प्रोफेसर, दो एसोसिएट प्रोफेसर, छ असिस्टेंट प्रोफेसर, और चार सीनियर रेजिडेंस की नियुक्ति की गई . ऐसे ही सभी विभागों में विभागाध्यक्ष  के साथ, आचार्यों और सहआचार्य  कुल 212 विशेषज्ञों की  नियुक्ति की गई है . ऐसे में जनपद के मरीजों को जहां विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी वही कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को अनुभवी शिक्षकों के माध्यम से बेहतरीन शिक्षा की प्राप्ति होगी . हमारा उद्देश्य हैं कि जनपद की आम जनमानस के लिए विश्व स्तरीय सुलभ चिकित्सा सुवि उपलब्ध हो. यहां से पढ़कर निकलने वाले छात्र जनपद और देश के कोने-कोने में अपनी चिकित्सीय सेवाएं दें, जिससे कि आम जनमानस को लाभ हो सकेगा ।आज मैं यह भी घोषणा करता हूँ कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार के संस्थागत प्रसव योजना के अन्तर्गत अस्पताल में हर प्रकार का प्रसव निःशुल्क किया जाएगा जिसका लाभ जनपद के हर वर्ग के लोग बिना भेदभाव के ले सकेंगे

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