**बौद्धिक संपदा अधिकार और पेटेंट डिजाइन फाइलिंग पर हुआ सफल आयोजन**

सूरजमल स्मारक शिक्षण संस्थान के सम्मानित सदस्यों एवं जन सामान्य आपको यह जानकर खुशी होगी कि हमारे संस्थान से पाठयचर्चा संबंधी गतिविधियों के क्षेत्र में भी नाम और प्रसिद्धि कमा रहे हैं। नवीनतम गतिविधियां कुछ इस प्रकार हैं:

 महाराजा सूरजमल तकनीक संस्थान "बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और पेटेंट और डिजाइन फाइलिंग" पर एक कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए प्रशंसा प्रमाणपत्र पत्र प्राप्त करना MSIT के लिए गर्व का क्षण है । यह कार्यक्रमMSIT में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन निपम (NIPAM) के तहत राजीव गांधी राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा प्रबंधन प्रबंधन संस्थान RGNIIPM के सहयोग से बौद्धिक संपदा अधिकार सेल द्वारा आयोजित किया गया था। भारत सरकार द्वारा **आजादी का अमृत महोत्सव** बैनर के तहत स्वतंत्रता समारोह की 75वीं वर्षगांठ के हिस्से के रूप में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना है। इस आयोजन में MSIT के भीतर और बाहर दोनों से 288 से अधिक पंजीकरण हुए, जिसके परिणामस्वरूप स्वरुप संस्थान को 3 मई, में 2024 को सराहना मिली। महाराजा सूरज संस्थान, जनकपुरी, नई दिल्ली के प्रबंधन विभाग एमबीए, ने **21st सेंचुरी इमर्जिंग लीडर्स प्रोग्राम** शीर्षक से प्रबंधन विकास कार्यक्रम MDP का आयोजन किया। यह कार्यक्रम आधुनिक व्यापार परिदृश्य की जटिल चुनौतियों का समाधान करने के लिए आयोजित किया गया है , इस अभिनव कार्यक्रम का उद्देश्य अगली पीढ़ी के चुस्त और प्रभावी नेताओं को विकसित करना है। टेलीकम्युनिकेशंस इंडिया लिमिटेड, एंबिएंस ग्रुप , बार्कलेज ग्लोबल सर्विस कंपनी, जीसीएमएमएफ लिमिटेड(एएमयूएल), डोवर इंडिया, सिटी यूनियन बैंक लिमिटेड , नेशनल ऑस्ट्रेलिया बैंक, जैकब्स, क्रोल, नेट कनेक्ट ग्लोबल सहित कई प्रतिष्ठित कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में उत्साह पूर्वक भाग लिया ।
प्रबंधन विभाग की प्रमुख डॉक्टर सरिता चौधरी ने बताया कि एमडीपी कॉर्पोरेट अधिकारियों, शिक्षाविदों और शोध विद्वानों को एक साथ आने और इंटरएक्टिव शिक्षण सञो में भाग लेने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है । प्रतिभागी वी यू सी ए (VUCA/BANI वर्ल्ड चैलेंज की बारीकियों को समझेंगे, अस्थिरता, अनिश्चतता, जटिलता और अस्पष्टता के सामने अनुकूलशीलता और लचीलेपन के लिए रणनीतियां में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त करेंग।
 उक्त संस्थान के अध्यक्ष चौधरी कप्तान सिंह ने उक्त संदर्भ में बताया कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहें है और किए जाते रहेगे जिससे महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट नई दिल्ली को एक नये मुकाम की ओर अग्रसित होगा जिससे यहां शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र लाभान्वित होंगे जिसके कारण देश के साथ-साथ समाज का भी लाभ होगा।

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