औरैया // जिले में 10 जून से किसान धान की नर्सरी तैयार करने में जुटे हैं वहीं कुछ किसान इससे पहले भी धान की नर्सरी तैयार कर लेते हैं लेकिन यह सब पानी की उपलब्धता पर निर्भर करता है बिधूना क्षेत्र के रजबहा में अभी पानी नहीं छोड़ा जा गया है ऐसे में धान की नर्सरी तैयार होने में देरी हो सकती है,बिधूना तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वासुक रजबहा व रतनपुर रजबहा जो चिरूकुआ से निकला है यहां बिकूपुर माइनर में पानी न होने से शामपुर, बमुराह, चिरूकुआ, पुर्वा लक्षीराम, सराय प्रथम, पुर्वा कमल सिंह, लुधपुरा, बिकूपुर, मडैया, मुर्चा, सरैया, रूपपुर, भदसिया आदि गांव के किसान धान की नर्सरी तैयार करने में किनारा कर रहे हैं वैवाह से तिलकपुर समेड़ी को जाने वाले रजबहा से रुरुखुर्द बरका पुर्वा, सराय महाजन, मुग्गपुर, बरूआ, सोहनी, देवराव आदि क्षेत्र के माइनर पूरी तरह सूखे पड़े हैं,यहां धान की नर्सरी की पौध लगने में देरी है जबकि रजबहों के किनारे स्थित कई सैकड़ा गांवों के किसानों की पहले बोई गईं उड़द, मूंग व मक्का की फसलें सिंचाई के अभाव में सूख रही हैं धान की नर्सरी के लिए खेतों में परेवट नहीं हो पा रही है क्षेत्र के किसानों की चिंता और बेचैनी लगातार बढ़ रही है कई किसानों ने बताया कि लगातार जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पानी छोड़े जाने की गुहार लगाई जा रही है लेकिन रजबहों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है चिरूकुआ रतनपुर व वासुक रजबहा में पानी न छोड़े जाने से धान की नर्सरी तैयार करने में देरी हो रही है वही इस सम्बंध में उपजिलाधिकरी बिधूना का कहना है कि कुछ रजबहों में पानी आ गया है कुछ रजबहों में पानी की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है सिंचाई विभाग को पत्र भेजकर रजबहों में पानी जल्द छोड़े जाने के लिए कहा जाएगा।

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