मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए जागरुकता जरूरी: सीएमओ
बलरामपुर। शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी की अध्यक्षता में मातृ एवं बाल मृत्यु की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाइयों के प्रतिनिधियों  के अलावा यूनिसेफ,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बी पी सिंह, डॉ मीनाक्षी चौधरी , जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविन्द मिश्रा द्वारा प्रतिभाग किया गया । बैठक के दौरान सीएमओ डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने मौजूद सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से बारी-बारी से मातृ एवं बाल मृत्यु  से संबंधित आवश्यक जानकारी ली। जिसके बाद आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा मातृ एवं बाल मृत्यु  पर किस तरह सर्विलांस रिपोर्टिंग हो, इस पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्हाेंने कहा मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए जागरुकता बेहद जरूरी है। सीएमओ ने समीक्षा  बैठक  में बताया कि यह एक प्रकार का मातृ मृत्यु के कारणों की पहचान, सूचित एवं समीक्षा करने की एक लगातार प्रक्रिया है। इसके जरिये कारणों का पता चलने के बाद आवश्यक उपाय करने के साथ देखभाल की गुणवत्ता में सुधार लाकर भविष्य में होने वाली मातृ मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार प्रति वर्ष 2.7 करोड़ से अधिक नवजात बच्चों की मौत 7 दिनों के अंदर और 2.6 करोड़ से अधिक नवजात बच्चों की मौत उसके जन्म से 28 दिनों के अंदर हो जाती है। बैठक में पीपीटी का प्रेजेंटेशन विनोद कुमार त्रिपाठी जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता द्वारा किया गया।


           हिन्दी संवाद न्यूज़ से
             रिपोर्टर वी. संघर्ष
              9452137917
                 बलरामपुर। 

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