बच्चों का भविष्य बर्वाद करने वालीं सूखे नशे की बड़ी खेप की पकड़ से चुकी पुलिस रविंद्र आर्य
स्टेशनरी की दुकान से सूखा नशा ओमिनी केमिकल ट्यूब को पुलिस ने जप्त किया।
रिपोर्ट: रविंद्र आर्य
ग़ाज़ियाबाद: किराना मंडी चौकी इंचार्ज अंकित श्रीवास्तव ने मनोज खटीक उर्फ़ तोमर जों सूखा नशा बेचने वाले चावल के नाम से भी मशहूर को सूखे नशे की ओमनी केमिकल ट्यूब बेचते हुए धर - दबोचा, जों की बच्चों के कॉपी किताब की स्टेशनरी दुकान ओम साईं स्टोर, श्री सनातन धर्म इंटर कॉलेज की मार्किट, कालका गढ़ी से पकड़ी गई है, जिसमे बच्चे नाबालिक ओर बालिक दोनों को अनोखे रुप से बेच रहा था जिसमे अख़बार आदि मे वह ट्यूब को पैकिंग करके बेचते हुए पकड़ा गया।
कोतवाली क्षेत्र मे आने वालीं किराना मंडी चौकी के अंतर्गत यह वह दुकान है, जों सालों से बच्चों को सूखे नशे की ओमिनी केमिकल ट्यूब बेचता आया है, ओर तो ओर पडोसीयों की शिकायत के बाबजूद 3 सालों मे जिस भी दरोगा ने इस सूखा नशा बेचने को पड़कने की कोशिश किया, यह बड़ी चलाकी से बच निकल जाता था, सामाजिक कार्यकर्त्ता की गुप्त सूचना के आधार पर इस बार उसके कैश काउंटर के निचे से सूखे नशे का ओमिनी केमिकल ट्यूब के रुप मे माल बरामद हुआ है। वहा मनोज खटीक नाम के दुकान के संचालक ने काउंटर के नीचे रबड़ के छल्लो में ट्यूब को बांध कर रखता था। इस बार तो यह सूचना पक्की निकली, ओर उसकी धर पकड़ हो सकी, परन्तु यही कारण है था की सूखे नशे का माल ना बरामद होने से पुलिस उसको पकड़ नहीं पाती थी। जहाँ किताबों की दुकान मे शिक्षा की पुस्तक बिकनी चाहिए, वहा खुलेआम सूखा नशा बच्चों को बेचा जा रहा था।
असामाजिक फर्जी टाइप के बीड़ी-बाज कोंग्रेसी नेता के संरक्षण में यह कार्य हो रहा था, जिसमे वह सहभागिता कर मनोज खटीक को बढ़ाबा देते हुए आयें है इसी कारण उसका हौसला बढ़ता गया, ओमनी सूखा नशे की ट्यूब को चौधरी मोड की एक ट्रांसपोर्ट से अक्सर बल्क में मगाया जाता रहा है, ओर फर्जी नेताओं के व्यवसाय पॉइंट के मोहल्ला हरदेव सहाय वाले एक्टिव पॉइंट पर यह सूखा नशे का स्टॉक ऱखा जाता रहा है। उस स्टॉक मे से थोड़ी - थोड़ी ओमिनी केमिकल ट्यूब को लाया जाता ओर अख़बार मे पैकिंग करके सालों से बेचा जा रहा था।
परन्तु गुप्त सूचना के बाद भी इस बार एक्टिव पिक पॉइंट से पुलिस सूखे नशे का माल बरामद करने से चूक गई वरना एक ओर बड़ी खेफ में यह सूखे नशे की ट्यूब पकड़ी जाती।
परन्तु पुलिस का सराहनीय कार्य किया है, अब सूखा नशा बेचने वालो पर कुछ प्रकार से तो लगाम लग सकेगी। जिस सूखे नशे से बच्चों को भविष्य बर्बाद होने से बाचेगा। इस सूखे नशे के कारण देख एक पत्रकार महिला ने यह कदम उठाया दोनों भाई - बहन को नशे से सम्बंधित एक ग़ाज़ियाबाद की एन.जी.ओं. मे करीब एक साल पहले भेजा गया, परन्तु यह सूखा नशा इतना हावी हो चुका था। दोनों भाई बहन मे से सूखे नशे के कारण एक की मौत हो चुकी है। इसका जिम्मेदार ऐसे दुकानदार ओर फर्जी नेता है जों किताबों की दुकानों से खुलेआम सूखा नशा बिकवा रहे हैं।
रविंद्र आर्य
सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं लेखक
9953510133
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