जौनपुर। दिशा फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर जन सभा का किया आयोजन
दिशा फाउंडेशन के संस्थापक लाल प्रकाश राही ने मई दिवस के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा की श्रम करने वालों ने अपने ऊपर होने वाले जुल्म अत्याचार के खिलाफ उस समय से लड़ रहें है जब दुनिया में कई धर्मों का उदय भी नही हुआ था। ईसा से 109 वर्ष पूर्व रोमन साम्राज्य के विरुद्ध स्पार्टकस ने गुलामों का नेतृत्व करते हुए एक लंबी लड़ाई लड़ी। जिसमें एक लाख बीस हजार गुलाम विद्रोह में सामिल हुए थे जिनमे से अधिकार दासों को मौत के घाट उतार दिया गया। स्पार्टकस की प्रेमिका भी गुलामी के विरुद्ध इस संघर्ष में शहादत प्राप्त की। इस दुनियां में मेहनत करने वालों ने लंबी लड़ाईयां लड़ कर अपने अधिकारों को हासिल किया किया था। जिसे आज भारत की सरकार 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार श्रम कोड में श्रमिकों के सारे संवैधानिक अधिकारों को समाप्त कर दिए।
सभा को संबोधित करते हुए कामरेड बचाऊ राम ने कहा कि मई दिवस सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनियां में एक साथ मनाया जाता है। यह घटना 1 मई 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर के हे मार्केट में मजदूरों की एक रैली में पूंजीपतियों के एजेंटों के द्वारा बम विस्फोट कराकर शिकागो की पुलिस और मिलिसिया सेना के द्वारा गोलियों से भुना गया। जिसमें सैकड़ों मजदूर शहीद हो गए। इस घटना ने पूरी दुनियां को हिला कर रख दिया। आज जरूरत हैं धर्म, जाति, अंधविश्वास के बंधनों से बाहर आकर जनता के जन आंदोलन को मजबूत कर आंदोलन चलाने की जरूरत हैं यदि हम आज नहीं सोच रहें है और निर्णायक निर्णय नहीं लेंगे तो हमारा सब कुछ छीन लिया जाएगा और हमारे ऊपर जुल्म और फिर अत्याचार किया जाएगा।
लालगंज से आए राजपत राजभर ने मजदूरों के गीत के माध्यम से संगठित करने का आह्वान किया। इसी क्रम में सभा को विवेक शर्मा, साधना यादव, डा महेंद्र प्रताप, राजादेव यादव, आजमगढ़ से आए पूर्व प्रधानाध्यापक जगनंदन, पूर्व प्रधानाध्यापक नंदलाल एडोकेट नमः नाथ शर्मा समेत दर्जनों वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया। सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता जनार्दन चौहान और संचलन कैलाश राम ने किया। इस मौके पर ग्राम सभा मुरकी की सैकड़ों महिलाएं पुरुष समेत आस पास के गांवों से भी दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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