मथुरा। श्री बांकेबिहारी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को अब जाम से निजात दिलाने का काम वृंदावन बाईपास करेगा। इसका रोड मैप उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने नेशनल हाईवे प्राधिकरण के साथ तैयार कर लिया है।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्यालय सभागार में वृंदावन बाईपास को लेकर तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय की मौजूदगी में नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता मोहित कुमार ने प्रजेंटेशन दिया।
इसकी जानकारी देते हुए मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे -19 और यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ते हुए वृंदावन बाईपास का निर्माण किया जाएगा। जैंत से शुरू होकर रामताल होते हुए वृंदावन बाईपास यमुनापार होकर यमुना एक्सप्रेस-वे के किलोमीटर संख्या 101 पर जुड़ेगा। 15 किलोमीटर लंबा यह मार्ग सिक्स लेन का होगा। इसके निर्माण की जिम्मेदारी नेशनल हाईवे प्राधिकरण संभालेगा। इसके निर्माण पर करीब एक हजार करोड़ रुपए की लागत आ रही है। इसमें जमीन अधिग्रहण पर आने वाली व्यय राशि अभी शामिल नहीं है।
विप्रा उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि इसके निर्माण के बाद वृंदावन दर्शन को आने वालों को जाम से बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली, आगरा, नोएडा, बरेली से मथुरा शहर में प्रवेश किए बगैर वृंदावन या फिर अपने गंतव्य को वृंदावन बाईपास के माध्यम से रवाना हो सकेंगे। इस तरह यह हाफ रिंग रोड का काम करेगा।
बैठक में मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी सहित उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अधिकारी मौजूद रहे।
ये होगे फायदे…
दिल्ली से आने वाले सीधे वृंदावन में प्रवेश कर सकेंगे।
दिल्ली की ओर से आने वालों की इस बाईपास के माध्यम से यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंच आसान हो जाएगी। नेशनल हाईवे 19 और यमुना एक्सप्रेस वे के आपस में इस बाईपास से जुड़ जाने के बाद मथुरा बरेली नेशनल हाईवे 530 बी भी राया इंटरचेंज के द्वारा पहुंच बन जाएगी।
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