लखनऊ - मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में श्रीराम नवमी पर्व की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित हुई।अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या में 9 अप्रैल से रामनवमी मेला का शुभारंभ हो चुका है, जो 17 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस बार 25 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके लिए पहले से ही सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली जाए। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा आपातकालीन बचाव हेतु प्रमुख स्थलों पर एंबुलेंस की तैनाती रहे। सभी चिकित्सालयों को अलर्ट मोड पर रखा जाए। मेला क्षेत्र में कुल 12 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा केन्द्र बनाये गए है, इन केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में स्पिलिन्ट, स्ट्रेचर एवं आक्सीजन की अनिवार्य रूप से उपलब्धता रहे।
उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या धाम क्षेत्र व विभिन्न होल्डिंग एरिया एवं पार्किंग के स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगा कर गर्भगृह की लाइव स्ट्रीमिंग की जाए। मंदिर परिसर व बाह्य सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 24x7 ड्यूटी लगाकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। इसके अलावा कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से 24x7 निगरानी रखी जाए।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी विभिन्न स्थलों पर भीड़ का आकलन व विभिन्न ट्रैफिक डायवर्जन की आवश्यकता का आकलन, निर्णय व अनुश्रवण किया जाये। सीसीटीवी मॉनिटरिंग यलो जोन व रेड जोन- अयोध्या धाम क्षेत्र में विभिन्न कंट्रोल रूम में स्थापित कैमरों के माध्यम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट को मॉनिटर किया जाये, यदि किसी स्थान पर कोई आवश्यकता हो तो उसे पूर्ण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के आने वाले मार्गों मुख्यतः साकेत पेट्रोल पम्प से लता मंगेशकर चौक होते हुए सरयू घाट एवं सरयू घाट से हनुमानगढी एवं हनुमानगढी से कनक भवन व राम लला मंदिर को विभिन्न जोन एवं सेक्टरों में विभाजित कर पुलिस बल का व्यवस्थापन किया जाये।
उन्होंने यह भी कहा कि सरयू नदी व राम की पैड़ी पर सुरक्षा हेतु जल पुलिस, विभिन्न मन्दिरों व मेला क्षेत्र में पुलिस एवं पीएसी बल का व्यवस्थापन किया जाये। अयोध्या धाम में चारों तरफ विभिन्न स्थानों पर 24 एएनपीआर कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं की संख्या एवं अम्बेडकरनगर, सुलतानपुर एवं बाराबंकी जनपदों की सीमा पर लगाए गए कैमरों के माध्यम से आने वाले वाहनों एवं श्रद्धालुओं की संख्या का आंकलन एवं प्रोजेक्शन किया जाये।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों को 24 घंटे लगातार ड्यूटी करनी है। पिछली बार से भी बेहतर व्यवस्था रामनवमी तक करनी होगी। ब्रीफिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। किसी भी प्रकार की आकस्मिक व्यवस्था आने पर उसका निस्तारण किया जाए।
बैठक में बताया गया कि लगभग 20 स्थानों पर जिला स्तरीय अधिकारियों को सूचना एकत्रित करने हेतु डेप्लॉय किया गया है। श्रृद्धालुओं की सुविधा हेतु विभिन्न पार्किंग स्थल व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर पीएफसी की व्यवस्था की जा रही है।
पेयजल व्यवस्था के लिए अयोध्या धाम के सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 285 स्थलों पर 1523 टैप स्थापित किये गये है। मेला क्षेत्र में पूर्व से स्थापित समस्त 955 हैण्डपम्प व 322 स्टैण्ड पोस्ट क्रियाशील हैं। रामपथ पर कुल 15 ड्रॉप डाउन बैरियर लगाकर व 13 होल्डिंग एरिया बनाकर सुरक्षित दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित करायी जा रही है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 50 स्थानों पर पीए सिस्टम व विभिन्न स्थानों पर स्थापित 111 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये गये हैं।
मेले के अवसर पर पुलिस व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पादित कराने हेतु सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस नयाघाट पुलिस चौकी के निकट मेला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यलो जोन व रेड जोन की निगरानी के लिए 560 कैमरे स्थापित किए गए हैं।
बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, एडीजी ट्रैफिक श्री बी0डी0पॉलसन, सचिव गृह डा0 संजीव गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
वी. संघर्ष की रिपोर्ट
9140451846
बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know