राजकुमार गुप्ता 
मथुरा।शेरगढ़ के गांव पैगांव में सरकारी अस्पताल की बिल्डिंग दिन रोज जर्जर होती जा रही है । इस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है । और न ही कोई डॉक्टर की सुविधा है । जिससे आए दिन गांव के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । दवा देने के लिए बस एक कंपाउंडर है जिसकी नियुक्ति अभी कुछ दिन पहले 23 मार्च को हुई थी ।उनके द्वारा बताया गया कि इस अस्पताल में किसी डॉक्टर की ड्यूटी ही नहीं है। स्वास्थ्य विभाग इस और भी ध्यान दें, जिससे कि किसी बड़ी अनहोनी से बचा जा सके। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण इस अस्पताल के होने ना होने का कोई मतलब नहीं डॉक्टर यहां नहीं कंपाउंड दवाई दे रहे हैं। अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके जिम्मेदार कौन होगा क्या कंपाउंड प्रशिक्षण प्राप्त है जो मरीज को दवा दे रहा है क्या उसे अधिकार है कि बिना डॉक्टर की जांच के बेगर दवाई दे। स्वास्थ्य विभाग ओर भी ध्यान देकर इस समस्या का समाधान करें जिससे कि किसी को परेशानी का सामना ना हो।

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