बलदेव; ;भाकियू चढूनी के एक प्रतिनिधि मंडल ने एसडीओ संजय कुमार से मिलकर बिजली कटौती के मुद्दे पर आक्रोश जताया। मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने कहा कि बिजली कटौती से जायद की फसल पर संकट खड़ा हो गया है। खेतों में उर्द, मूंग, तरबूज व चारे आदि की फसल खड़ी हैं। सूर्य निकलते ही इन फसलों की पत्तियां मुरझा रही हैं लेकिन बिजली कटौती के कारण फसलों में किसान पानी नहीं दे पा रहे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, जिला अध्यक्ष संजय पराशर, बिल्ला सिंह सिकरवार, डा राधेश्याम, कुंतभोज रावत ने एसडीओ से कहा कि बिजली विभाग सुबह 9 बजे तक और शाम को 6 बजे के बाद लाइन मेंटेनेंस का काम कर सकता है। दिन में किसानों की सूख रहीं फसलों की सिंचाई के लिए निर्वाद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए। प्रेम सिंह सिकरवार, ओमवीर मास्टर ने कहा कि रजवाहों में उड़ती धूल किसानों को मुंह चिढ़ा रही है। रवी की फसलें बरबाद होने से किसानों को आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है।अब जायद की फसल पर भी संकट दिखाई पड़ने लगा है। मंहगे डीजल के कारण किसान निजी नलकूपों से सिंचाई नहीं कर पा रहे। पानी के अभाव में फसलें चौपट हो जाएंगी। हीरो काका, डा सतीश चन्द्र, हरिपाल सिंह परिहार ने कहा कि पानी की कमी से किसान एक ही फसल करता है, थोड़ी बहुत खेती करे भी तो पानी की गम्भीर समस्या है। किसान को न तो बिजली मिल रही है और न नहर बंबों में पानी है। गांव देहातों में तालाबों में पानी सड़ गया है, भीषण गर्मी शुरू होने को है लेकिन में पशु पंक्षीयों तक के लिए पानी नहीं है। बिजली कटौती से गावों में लोगों का हाल बेहाल हो गया है। लोगों की पूरी दिनचर्या खराब होकर रह गई है। छोटे बच्चे, महिला और बुजुर्गों को भारी कठनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इनवर्ट फेल हो गए हैं। किसानों में बिजली कटौती से भारी रोष है। मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने एलान किया है कि किसानों की अनदेखी को लेकर चुनाव बाद बडा आंदोलन किया जाएगा।
बिजली कटौती से खेती पर संकट, किसानों में भारी आक्रोश
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