औरैया // 5 जनवरी को भाऊपुर निवासी शिवकांत पाठक व उनकी पत्नी के आत्महत्या करने के बाद मिले सुसाइड नोट में ARTO कार्यालय चालान गबन का मामला सामने आया लगभग चार माह बाद कानपुर RTO के अधिकारियों ने जांच पूरी कर उप परिवहन आयुक्त डॉ. विजय कुमार को रिपोर्ट सौंपी।
ककोर स्थित ARTO कार्यालय में नकद जमा होने वाले चालान की धनराशि बैंक में जमा न करते हुए जेब में डाली गई। इसके लिए शहर के दिबियापुर रोड स्थित बैंक में भी एआरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों ने सांठगांठ की, यहां पर जब मामला बढ़ा तो कुछ लोगों ने भाऊपुर गांव निवासी शिवकांत पर गबन की धनराशि जमा करने का दबाव बनाया, शिवकांत बैंक में आउट सोर्सिंग पर तैनात थे,शिवकांत व उनकी पत्नी के आत्महत्या के बाद परिजनों ने पूरा मामला पुलिस को बताते हुए एआरटीओ कार्यालय के लेखाकार ललितकांत व नेता मिश्रा पर दबाव बनाने का आरोप लगाया,पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ललितकांत को जेल भेज दिया, वहीं गबन की तस्वीर धुंधली रही चार माह कानपुर आरटीओ के अधिकारियों ने ककोर मुख्यालय के एआरटीओ कार्यालय की खाक छानी दस्तावेज जुटाए इसी बीच गबन की धनराशि चोरी छिपे किसी ने बैंक में जमा भी कर दी,इसे जांच टीम के अधिकारियों ने भी स्वीकारा है,आखिरकार वह कौन है जिसने यह धनराशि जमा कराई,कई पहलु अभी भी धुंधले हैं इस कड़ी में एक कर्मचारी लगातार शंका के घेरे में है चर्चा है कि अगस्त में सेवानिवृत्त होने जा रहे इस कर्मचारी ने मामला दबाने के लिए सभी पैतरें आजमाए हैं हालांकि जांच रिपोर्ट उप परिवहनu आयुक्त के पास पहुंच चुकी है। अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सूत्रों की माने तो इस रिपोर्ट में देर-सवेर गबन की धनराशि जमा हो जाने का भी जिक्र है, ऐसे में वह कौन था जिसने यह धनराशि जमा की अभी तस्वीर स्पष्ट होना बाकी है,जांच टीम के मुताबिक तीन लेखाकार व संबंधित अधिकारी कार्रवाई की जद में हैं,वर्ष 2023 में एक साल के चालान अदायगी के जांच टीम द्वारा जुटाए गए दस्तावेज में काफी कुछ अनियमितता मिली हैं इस दौरान ARTO कार्यालय के तीन लेखाकार बदले गए,मामला अधिकारियों के भी संज्ञान में रहा। सात से आठ लोगों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है,सबसे बड़ी बात धनराशि को जमा करने में किसका हाथ है यह भी स्पष्ट हो जाएगा, विभागीय अधिकारियों व उच्चाधिकारियों की कार्रवाई भविष्य के लिए नजीर भी पेश कर सकती है चर्चा यह भी रही कि गबन की धनराशि जमा कराने के लिए हुआ चंदा ARTO कार्यालय में हुए गबन को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं एक चर्चा यह भी है कि एक कर्मचारी ने गबन की धनराशि जमा करने के लिए कई लोगों से संपर्क किया इसमें अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों से भी मदद ली गई। एक पूर्व अधिकारी से भी रुपयों की मांग हुई। मंशा बस एक किसी तरह मामला दब जाए इस सम्बंध में लेखाधिकारी RTO कानपुर कार्यालय प्रदीप कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट उप परिवहन आयुक्त को सौंप दी गई है। देर सवेर चालान की धनराशि जमा करना पाया गया है। तीन लेखाकार इस अनियमितता के दौरान बदले हैं अब उच्चाधिकारी ही मामले में दोषी का निर्धारण व इन पर कठोर कार्रवाई करेंगे।

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