अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2024) का छठा दिन
मिस्टर इण्डिया शाश्वत द्विवेदी एवं अभिनेता रूबल जैन, ईशान पुंजा एवं आरव शुक्ला ने बढ़ाई रौनक
छः दिनों में लगभग 80 हजार छात्रों ने ली जीवन मूल्यों की सीख
लखनऊ, 20 अप्रैल। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित किये जा रहे 7-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2024) का छठें दिन आज लगभग 15,000 से अधिक छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों से प्रेरणा ली, जबकि बाल फिल्मोत्सव के छः दिनों में लखनऊ व आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न विद्यालयों के लगभग 80 हजार छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों से जीवन मूल्यों की सीख ली। बाल फिल्मोत्सव का छठा दिन भी आज चरित्र निर्माण व जीवन मूल्यों की शिक्षा देने वाली एक से बढ़कर एक बाल फिल्मों से गुलजार रहा तथापि बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पधारे मिस्टर इण्डिया इण्टरनेशनल-2023 श्री शाश्वत द्विवेदी एवं अभिनेता रूबल जैन, ईशान पुंजा एवं आरव शुक्ला ने बाल फिल्मोत्सव की रौनक में चार-चांद लगा दिये। इससे पहले, मुख्य अतिथि के रूप में पधारे वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रांशु मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर बाल फिल्मोत्सव के छठे दिन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रांशु मिश्रा ने कहा कि बाल फिल्मोत्सव की प्रशंसा करते हुए कहा कि सी.एम.एस. बच्चों की प्रतिभा को पहचान कर उसी के अनुरूप उनका सर्वांगीण विकास करता है। मिस्टर इण्डिया इण्टरनेशनल-2023 शाश्वत द्विवेदी ने फिल्म देखने पधारे छात्रों से कहा कि बड़े सपने देखो और उसे पूरा करने का प्रयास करो। अभिनेता ईशान पुंजा ने कहा कि स्कूल लाइफ जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय होता है और इसी समय में अच्छे विचार व अच्छी बातें आगामी जीवन में अहम भूमिका निभाती है। बाल कलाकार आरव शुक्ला ने प्रेरणादायी कविता सुनाकर छात्रों का उत्साहवर्धन किया जबकि रूबल जैन ने बेहद शानदार डान्स प्रस्तुति से छात्रों का मनोबल बढ़ाया। रूबल ने कहा कि यह फिल्म फेस्टिवल अपने आप में अद्भुद है।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के छठे दिन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड के मेन आॅडिटोरियम के अलावा अन्य सात मिनी आडिटोरियम में भी देश-विदेश की अनेक फिल्मों का प्रदर्शन हुआ, जिनमें द वे यू सी मी, जिम्मेदारी, द पीस गर्ल, द लास्ट विश, सर्कस शो, इम्पासिबल ड्रीम, द जू (चिड़ियाखाना), लव एण्ड सनशाइन, अंगुलिमाल, घर किसका है, विद्या, द मिसयूज्ड गिफ्ट, लिटिल एनानिमस मोबाइल फोन यूजर्स, द आर्ट आॅफ फाॅरगिवनेस, गेट मी राइट, नो न्यू फ्रेण्डस, द मिसिंग कलर, माटी, इण्डिया - द गोल्डन स्पैरो, फिर से स्कूल चलें हम, आसमान की ओर, सडनली वन डे, ए हैप्पी पिज्जा डे, नौकरी या व्यवसाय आदि प्रमुख रही।
बाल फिल्मोत्सव में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पधारे फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों ने आज एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से मुलाकात की। फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों ने इस अवसर पर एक स्वर से कहा कि सी.एम.एस. ऐसा विद्यालय है जिसने बच्चों के चरित्र निर्माण के लिए अत्यन्त ही प्रशंसनीय अनूठा तरीका ढूँढ निकाला है। यह बाल फिल्मोत्सव निश्चित रूप से मानवता को विकास के पथ पर ले जायेगा। आई.सी.एफ.एफ.-2024 के फेस्टिवल डायरेक्टर श्री आर. के. सिंह ने बताया कि शैक्षिक बाल फिल्मों का यह दौर कल 21 अप्रैल को सम्पन्न हो जायेगा। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के समापन अवसर पर कल 21 अप्रैल, रविवार को प्रातःकालीन सत्र में विभिन्न देशों की बेहतरीन बाल फिल्मों को अलग-अलग वर्गो में 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा तथापि विभिन्न देशों की बेहतरीन शिक्षात्मक बाल फिल्मों का निःशुल्क प्रदर्शन कल भी जारी रहेगा।
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