जौनपुर। बलिदान दिवस पर अमर शहीदों को किया गया याद
जौनपुर। आजादी आंदोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रान्तिकारी शहीद-ए-आजम भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरू की 93वें शहादत दिवस पर छात्र संगठन ए.आई.डी.एस.ओ ने शहर में सब्जी मण्डी स्थित भगतसिंह पार्क में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम की शुरूआत भगतसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को भगतसिंह की फोटो युक्त बैज धारण कराया गया। विभिन्न काॅलेजों से आये छात्र - छात्राओं ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिये और क्रांतिकारी व देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। मुख्यवक्ता ए.आई.डी.एस.ओ के राज्य सचिव दिलीप कुमार ने कहा कि - जब हमारा देश अंग्रेजों के अधीन था और ब्रिटिश साम्राज्यवाद का आतंक पूरे देश भर में फैला हुआ था। तब अंग्रेजी हुकूमत भारतीयों को गुलाम बनाकर क्रूर से क्रूरतम अत्याचार व शोषण-जुल्म से उनको कुचलने में कोई गुरेज नहीं करती थी। ब्रिटिश अत्याचार के विरोध में खड़े होने पर देश के छात्र-युवाओं को जेल में डालकर कठोर यातनाएं दी जाती थीं। क्रांतिकारियों पर कोड़े बरसाने, गोली मारने और उन्हें फांसी पर चढ़ाने जैसी क्रूरतम घटनाएं प्रतिदिन बढ़ रही थी। इस तरह गैर समझौतावादी धारा के अनेकों क्रांतिकारी साथियों को खो चुके भगत सिंह भी 23 मार्च 1931 को अपने दो और क्रांतिकारी साथियों- सुखदेव व राजगुरु के साथ हंसते हुए फांसी के फंदे चूमकर अमर हो गए।
अध्यक्षता एआईडीएसओ के जिला संयोजक संतोष कुमार प्रजापति व संचालन विकास मौर्य ने किया। कार्यक्रम को अंजली सरोज, चंदा सरोज, पूनम प्रजापति, अनीता निषाद, देवव्रत और काॅमरेड प्रवीण शुक्ल ने सम्बोधित किया। नवनीत मौर्य, विवेक खरवार, विशाल मौर्य, अंकित सरोज, किशन शुक्ला, दीक्षा शुक्ला, अंजली प्रजापति, श्रीकांत निषाद, दीपिका गुप्ता सहित अन्य कई छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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