मथुरा।छाता,लोकतंत्र के पर्व को उत्साह पूर्वक मनाने मनाने के लिए राजनीतिक दल एवं पार्टियां चुनाव मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतर रही हैं, ब्रजभूमि मथुरा जिले में भी बड़ी जोर शोरों लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सेदारी लेने के लिए बृजवासी भी भारी उत्सुक हैं। परंतु बृजवासी इस बार भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मथुरा सीट पर उतारे गए लोकसभा प्रत्याशी से काफी खफा नाराज हैं, और अपनी अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, हर और हर तरफ विरोध की चहल-पहल एवं चर्चा शुरू हो गई है । मथुरा जिले के कोने-कोने से सिर्फ एक आवाज आ रही है, कि मथुरा में स्थानीय सांसद होना चाहिए इस बार।
इसी को लेकर प्रसिद्ध भूमि तरौली बाबा के मैदान पर 50 गांव की सरदारी के द्वारा एक महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें सभी गावों की सरदारी के द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया, और सभी सरदारी ने आपसी विचार विमर्श करने के बाद यह ऐतिहासिक निर्णय लिया , कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ठाकुर भानु प्रताप से अच्छा स्थानीय व्यक्ति कोई नहीं है, इसलिए हमारा पूरा समर्थन भानु प्रताप के साथ है।
हम हेमा मालिनी के पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल से काफी दुखी व नाराज हैं। वहीं पंचायत की अध्यक्षता फोंदा बाबा द्वारा की गई ।
इस दौरान समाज के संभ्रांत व्यक्तियों के द्वारा अपने-अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि मथुरा जिले में मजदूर ,किसान की हालत बहुत बुरी है, क्षेत्र में खारे पानी की समस्या जस की तस पड़ी हुई है ,हम लोग पार्टी विशेष धर्म की कोई बात नहीं कर रहे हैं ,हम वोटर हैं, हम अपनी मांग कर रहे हैं ,हेमा मालिनी यहां से दो बार सांसद रह चुकी हैं ,ना तो कोई महाविद्यालय लड़कियों के लिए बनाया गया है, आप लोगों को इस बार सोचना पड़ेगा पहले गोरे अंग्रेज आए थे, अब काले अंग्रेज देश और मथुरा में आ गए हैं, ब्रजभूमि में आने वाले अतिथियों का हम सभी बृजवासी बहुत स्वागत करते हैं, पर जो अतिथि यहां ज्यादा दिन रुक जाता है, उन्हें काला मुंह करके वापस भेज दिया जाता है।
वही निर्दलीय लोकसभा प्रत्याशी ठाकुर भानु प्रताप के द्वारा पंचायत में कहा गया कि अगर स्थानीय सांसद होगा तो मेरी नहीं, आपकी बात मानेगा ,आपकी बात नहीं तो और किसी की बात मानेगा हेमा मालिनी ना तो किसी की बात मानती है ,ना हमारी भाषा को जानती है, इसलिए आप सभी को संघर्ष कर भगत सिंह बन मथुरा जनपद के विकास की बात करनी होगी, मथुरा जिले की जनता जागरुक नहीं है, मथुरा जिले की जनता को पंजाब ,मेरठ ,हरियाणा के लोगों से सीख लेनी चाहिए, और जागरूक बनना चाहिए, बिना लड़े कुर्बानी दिए सफलता नहीं मिल सकती, आप हम सभी को भगत सिंह बनना ही पड़ेगा, और कहा कि मथुरा से बड़े ही ऐतिहासिक परिणाम आने वाले हैं, अगर मैं लोक सभा प्रत्याशी जीतकर दिल्ली पार्लियामेंट में पहुंचता हूं, तो 2025 को छाता शुगर मिल का उद्घाटन करने आपका बेटा भानु प्रताप ही आएगा। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो हम सरकार से अपनी मांग करते हैं अगर पार्टी प्रत्याशी बदल दे तो मैं अपना विरोध करना बंद कर दूंगा ,अगर पार्टी ने अपना मथुरा से प्रत्याशी नहीं बदला तो मैं मरते दम तक पुरजोर विरोध करूंगा, मुंबई से आए हुए रेल का डिब्बा मथुरा में आकर रुक गया, अब इस डिब्बे को जनता धक्का मार कर वापस मुंबई में भेज देगी मैं रुकने वाला नहीं हूं।
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