उतरौला बलरामपुर रहमतों और बरकतों का महीना रमजान मंगलवार से शुरू हो गया। रमजान माह का पहला,दूसरा रोज़ा बड़ों के साथ साथ नन्हे व मासूम बच्चो व बच्चियां ने भी रोजा रखा।यही जिन्दगी का पहला रोजा था। अपने बच्चों को उनके माता-पिता और रिश्तेदारों ने बच्चे को पहला रोजा रखने पर बच्चे को दुआओ क्ष   साथ साथ ढेर सारा  उपहार भी दिया। मिली जानकारी के अनुसार मोहल्ला सुभाष नगर शाहजहानी रहमतुल्लाह अलैह के आस्ताने के पास के निवासी मौलाना बरकत अली मुशाहिदी के पुत्र के बेटे मोहम्मद अव्वल शाह लगभग आठ की उम्र में अपनी जिन्दगी का पहला व दूसरा रोज़ा रखा। मोहम्मद अव्वल शाह के माता-पिता लड़के के दादा ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी,कि उनका बच्चा रोज़ा रख पायेगा। लेकिन बच्चे ने पुरे दिन भर का रोजा मुकम्मल किया। मोहम्मद अव्वल शाह ने रोज़ा भी रखा और अपने वालिद व पुरे परिवार के साथ रोज़ा खोलने के साथ साथ नमाज भी अदा की। मोहल्ला सुभाष नगर के निवासी मोहम्मद इरफान अंसारी की पुत्री आलमा बेगम ने भी अपनी जिन्दगी का पहला रोजा रखा।वह अभी कक्षा एक की छात्रा है और उसकी उम्र लगभग छः साल की है।धूप व भूख की परवाह किए बिना कुछ खाए नन्हे मुन्ने बच्चों ने सिर्फ रोज़ा रखा अपितु अल्लाह और उसके रसूल की रजा हासिल करने के लिए भूख और प्यास की शिद्दत भी बर्दाश्त की।माह के पहला रोजा रखने पर उनके घर में खुशीका माहौल रहा।
उनके पिता व दादा ने माह के पहला रोजा रखने की खुशी में घर में खास पकवान का इंतेजाम किया। रोज़ा इफ्तार के दौरान नन्हे मुन्ने रोजेदारों ने अपने मनपसंद के खाने का भी लुत्फ उठाया।
इस दौरान मम्मी पापा ने भी बच्चों की पसंद का पूरा ख्याल रखा।
असगर अली
उतरौला 

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