मथुरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक परिषद द्वारा संपन्न शिक्षा विभाग की बोर्ड परीक्षा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कापिया का मूल्यांकन कार्य मथुरा के चार कॉलेज में व्यापक स्तर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी के मध्य किया जा रहा है, जिला विद्यालय निरीक्षक मथुराद्वारा सेवा समाप्त महिला शिक्षिका के द्वारा मूल्यांकन कार्य में ड्यूटी करने को लेकर विभाग और विभाग से बाहर चर्चा का बाजार गर्म है अधिकारी इस मामले को लेकर एक दूसरे के ऊपर डालते हुए मामले को दबाने में लगे हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिनों संपन्न हुई माध्यमिक बोर्ड की परीक्षाएं में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों ने परीक्षाएं दी थी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य विभागीय अधिकारियों की निगरानी और सघन सुरक्षा व्यवस्था के मध्य किया जा रहा है।
मथुरा जनपद के विभिन्न विद्यालयों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने का कार्य हो रहा है
सूत्रों के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य के निर्देशन में बड़े स्तर पर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य चल रहा है । राजकीय इंटर कॉलेज मथुरा में फरवरी माह में जानकीबाई बालिका इंटर कॉलेज की टीचर सीमा अरोड़ा को जिला विद्यालय निरीक्षक के द्वारा सेवा समाप्त आदेश कॉलेज मेनेजर व प्रिंसिपल दिए गए थे लेकिन सेवा समाप्त करने की कार्रवाई अमल में मेनेजर व प्रिंसिपल द्वारा नही लाई गई ओर सीमा अरोड़ा को मूल्यांकन कार्य हेतु प्रिंसिपल ने भेज दिया।
इस संबंध में राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य से उनके मोबाइल पर फोन कर जानकारी चाहिए तो उन्होंने गोल- मोल जवाब देते हुए कहा इस मामले में वह कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। विद्यालय से जिन लोगों की मूल्यांकन करने की ड्यूटी लगाकर हमें भेजी गई है वही मूल्यांकन कार्य कर रहे हैं ।
यदि कोई बर्खास्त शिक्षक या शिक्षिका मूल्यांकन कार्य में ड्यूटी पर कार्यरत हैं तो उन्हें शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई पर विचार किया जाएगा मजे की बात है ।
आखिर विभाग के द्वारा किसी भी कर्मचारी अधिकारी को बर्खास्त किया जाता है, तो वह कोई भी विभागीय जिम्मेदारी पूर्ण कार्य नहीं कर सकता आखिर यह त्रुटि है या जानबूझकर किया जा रहा है शासन और प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के लिए विचारणीय प्रश्न है! सेवा समाप्त टीचर द्वारा जाची गई कॉपिया बोर्ड द्वारा पुन जांच जायेग़ी या सेवा समाप्त टीचर द्वारा प्रदान किए गए नम्बर को मान्य किया जाएगा यह भविष्य में पता चलेगा ओर आगे देखने वाली बात यह होगी कि विभाग घोर लापरवाही को लेकर मेनेजर व प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा या नही। जिस प्रकार सरकार द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और उसमे गिरफ्तारियां की।
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