मथुरा। ब्लॉक मथुरा की ग्राम पंचायत नगला काशी के मौजा पंडीपुर में पंचायत भवन निर्माण में सामग्री लेने के बाद संबंधित फार्म को भुगतान करने के बजाए दूसरी फॉर्म को जाली दस्तावेजों के जरिए भुगतान करने का आरोप डीपीआरओ, वीडीओ, प्रधान, सचिव पर लगा है कोर्ट ने प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर मामले को संदिग्ध मानते हुए संगीन धाराओं 406,409,420,467,468,471और 120-B में मुकदमा दर्ज करने के आदेश थाना हाईवे पुलिस को दिये हैं। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आपको बता दें कि भूरी सिंह पुत्र तोता राम निवासी ग्राम , बाटी, थाना जैत ने मुकदमा दर्ज कराया है आरोप है कि उनकी फर्म मेसर्स भूरी सिंह कॉन्ट्रेक्टर एंड सप्लायर्स को ग्राम पंचायत नगला काशी भाग पंडीपुर विकासखंड मथुरा की निविदा सूचना पत्रांक मी मो/निर्माण निसू /2021-22 दिनांक 11 अक्टूबर 2021 जो की प्रधान सत्यवीर सिंह चौधरी व सचिव थान सिंह ग्राम पंचायत काशी के विज्ञापन के अनुसार आवेदन पर 16 अक्टूबर 2021 को निर्माण सामग्री सप्लाई करने का ठेका मिला था। सामग्री से पंचायत भवन का निर्माण होना था। टेंडर जारी होने के बाद पंचायत सचिव द्वारा कार्य आदेश दिया गया इसके बाद भूरी सिंह की फर्म द्वारा भवन निर्माण के लिए पूर्ण सामग्री आपूर्ति की गई। जिसके 21.91 लाख 783 रुपए के कुल बिल दिए गए जो की टेंडर रकम के बराबर थे। जिसके भुगतान हेतु प्रमाणित पत्रावली भी तैयार कराई गई थी । आरोप है कि मामले ने तूल तब पकड़ा जब भुगतान की राशि देने के एवज में प्रधान सत्यवीर सिंह चौधरी और सचिव थान सिंह द्वारा कमीशन के तौर पर 40% धनराशि की मांग की गई। बेहद ईमानदार किस्म के ठेकेदार भूरी सिंह ने घूंस देने इंकार किया तो प्रधान और सचिव के नई पठकथा रचते हुए भूरी सिंह ठेकेदार की ईमानदारी को बली चढ़ा दिया और एक फर्जी फर्म के नाम से फर्जी सस्तावेज लगाकर सरकारी धन उस फर्म के खाते में डाल कर सरकारी धनराशि का बंदर बांट कर लिया। जिसमे आलाधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।
वर्जन
जानकारी देते हुए स्पेक्टर उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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