पहली बार मात्र 9 माह में
किसी आयोग और बोर्ड ने पूरी की भर्ती प्रक्रिया: सीएम योगी
- मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने नव चयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस
उपाधीक्षकों एवं 16 कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को वितरित किये नियुक्ति पत्र
- पहले प्रदेशवासी के
सामने पहचान का संकट था, आज सीना तान कर बोलता है कि वह उत्तर प्रदेश
का है
- युवाओं के भविष्य के साथ
खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपट रही सरकार: सीएम योगी
लखनऊ, 14
मार्च: योगी सरकार की निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत अब तक साढ़े 6 लाख से अधिक
युवाओं को सरकारी नौकरी उपलब्ध करायी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 39
उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों एवं 16
कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये। इस दौरान नवचयनित
अभ्यर्थियों ने अपने अनुभव साझा किये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब
सरकार ईमानदारी के साथ काम करती है तो ओवरऑल परसेप्शन चेंज होता है। उन्होंने कहा
कि पिछले 7 वर्षों में आपने देखा होगा कि जहां पहले प्रदेश के लोगों के सामने अपनी
पहचान का संकट था। वहीं, आज वह सीना तान कर कहते हैं कि मैं उत्तर
प्रदेश का हूं। यह सब सरकार के निर्णय के मेकैनिज्म से हुआ है।
आज भर्ती में न किसी
सिफारिश की जरूरत पड़ रही और न ही कोई हस्तक्षेप हो रहा
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने नवचयनितों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास 30 से 35 वर्ष का समय
जनता जनार्दन की सेवा करने का है। उनकी दुआएं लेने का है, ताकि
अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने
मात्र 9 माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत
पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ। वहीं जिन लोगों ने परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़
करने की कोशिश की, वह लोग उसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उनकी प्रॉपर्टी
जब्त कर ली गई,
उनके
घर पर रेड पड़ी। इतना ही नहीं सरकार तय कर चुकी है कि युवाओं के भविष्य के साथ
खिलवाड़ करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्हाेंने कहा कि हमारी
कार्ययोजना का ही परिणाम है कि पिछले 7 वर्षों के अंदर करोड़ों युवाओं को नौकरी और
रोजगार की सुविधा प्रदेश में उपलब्ध करायी गयी है। इसी का परिणाम है कि आज पर
कैपिटा इनकम और प्रदेश की जीडीपी में इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं यूपी देश की
दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर सामने आया है। यह तब होता है जब सरकार
ईमानदारी के साथ कार्य करती है। उन्हाेंने कहा कि आपको गवर्नमेंट के इंजन के रूप
में अपनी भूमिका का निर्वहन करना है। आज टेक्नोलॉजी काफी इंप्रूव हो चुकी है।
उन्हाेंने कहा कि आप जब तक फील्ड में आएंगे तब तक हम राजस्व के सभी कार्यों को
डिजिटाइज करने में सफल हो चुके होंगे। इसके बाद भी राजस्व संबंधी विवाद के मामले
सामने आएंगे। ऐसे में इन मामलों को निपटाने के लिए आपको अपनी तहसील में रहकर फाेकस
करना होगा। साथ ही पेंडेंसी को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करना होगा।
थाने की एक-एक गतिविधियों
को करना है वॉच
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि एक गरीब को न्याय देना हमारा दायित्व होना चाहिए। हमें गरीबों
के साथ खड़े होना चाहिये। उन्हाेंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ
राजस्व संबंधी मामलों के निस्तारण में डिप्टी एसपी का अहम रोल होता है। ऐसे में
उन्हे थाने जाकर वहां की एक-एक गतिविधियों को वॉच करना होगा। इसके साथ ही पब्लिक
से कैसा व्यवहार हो रहा है, चार्ज शीट की क्या स्थिति है आदि पर ध्यान
देना होगा। उन्हाेंने नवचयनितों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वह ईमानदारी के साथ
प्रदेश सरकार के कार्यों की स्पीड को आगे बढ़ाएंगे। साथ ही जनता जनार्दन के हितों
का ध्यान रखें और त्वरित निर्णय लें ताकि अच्छे प्रशासन के अधिकारी के रूप में
आपकी छवि बने। उन्हाेंने सभी नवचयनितों को प्रशासन का हिस्सा बनने पर बधाई दी।
कार्यक्रम में वित्त एवं
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर
मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर
मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख
सचिव गृह संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।
बॉक्स
पारदर्शी और समयबद्ध
परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराने पर नव चयनितों ने जताया सीएम योगी का आभार
नवचयनित अभ्यर्थियों ने
मात्र 9 माह में परीक्षा प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता से संपन्न कराने के लिए मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। डिप्टी एसपी पद पर चयनित प्रयागराज के आकाश
प्रियदर्शी ने कहा कि सरकार और लोक सेवा आयोग द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके
से यह भर्ती प्रक्रिया पूरी कराई गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी और लोक सेवा आयोग
के चेयरमैन का बहुत आभारी हूं। इसी तरह, डिप्टी एसपी पद के लिए चयनित संत
कबीरनगर की प्रभा पटेल ने भी सीएम योगी के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि समयबद्ध
परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए धन्यवाद कहना चाहूंगी। सीएम योगी के
मार्गदर्शन में परीक्षाएं पूरी शुचिता के साथ संपन्न कराई गईं। इसकी वजह से हम
जैसे युवाओं को पुलिस सेवा में आकर लोगों के लिए कार्य करने का सुअवर प्राप्त हो
रहा है। डिप्टी एसपी पद के लिए प्रथम स्थान पर चयनित स्मृति राणा ने कहा कि
नियुक्ति पत्र प्रदान करने के साथ ही पारदर्शिता के साथ मात्र 9 माह में परीक्षा प्रक्रिया
को पूर्ण कराने के लिए सीएम योगी की आभारी हूं। कानपुर के अनुभव राजर्षि भी डिप्टी
एसपी पद पर चयनित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में परीक्षा प्रक्रिया
पूर्ण होने के साथ ही आज नियुक्ति पत्र भी मिल गया है। सीएम योगी ने आज जो सफलता
के मंत्र दिए हैं, उन्हें आत्मसात करने का पूरा प्रयास करूंगा।
----------------------------------------------------------------------
पिछली सरकारों के नेताओं
की आजीविका का माध्यम थे माफियाः सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने अंबेडकरनगर
में किया 2122
करोड़ की 4977
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास
सीएम ने सपा की नीतियों पर
किया प्रहार, बोले-दलित
विरोधी है सपा
गेस्ट हाउस कांड किया तो
अंबेडकरनगर का नाम भी मिटाना चाहती थी सपाः योगी
दो निजी औद्योगिक विकास
परियोजनाओं का भी किया शुभारंभ
सीएम ने विभिन्न योजनाओं
के लाभार्थियों को किया सम्मानित, प्रदर्शनी का भी किया अवलोकन
अंबेडकरनगर, 14 मार्चः
समाजवादी पार्टी अंबेडकरनगर में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निशाने
पर रही। उन्होंने सपा को यहां खूब धोया और डबल इंजन सरकार के विकास कार्यों को भी
गिनाया। सीएम ने कहा कि 2017 के पहले माफिया अंबेडकरनगर में जमीन पर कब्जा
करते थे पर आज कोई माफिया किसी जमीन पर कब्जा या बेटी से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा, क्योंकि
उसे मालूम है कि ऐसा करने वालों का यमराज अगले चौराहे पर उपचार कर देगा। सीएम ने
आमजन से पूछा कि माफिया का उपचार सही है न, जिस पर
लोगों ने योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार नहीं
होती तो माफिया का इलाज नहीं होता। माफिया पिछली सरकारों द्वारा पाले गए जीव थे, जो उन
नेताओं की आजीविका के माध्यम बनते थे। हमने कहा कि गरीबों के जीने के अधिकार को
छीनने वालों से जीने का अधिकार छीन लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने गुरुवार को अंबेडकरनगर के सिविल लाइन ग्राउंड पर 2122 करोड़
की 4977
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। सीएम ने प्रदर्शनी का भी अवलोकन
किया। साथ ही दो निजी औद्योगिक विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। सीएम ने यहां
बच्चों का अन्नप्राशन कराया। कुछ बच्चों से बातचीत कर उनकी शिक्षा के बारे में भी
जाना। सीएम ने अंबेडकरनगर में निवेशकों समेत विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को
सम्मानित किया।
दलित विरोधी है सपा, इसने
गेस्ट हाउस कांड कराया
सीएम ने कहा कि अयोध्या
में राम मंदिर का निर्माण सपा के लोग करा पाते। सपा के लोग आपके जनपद का नाम भी
मिटा देना चाहते थे। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर कन्नौज मेडिकल कॉलेज का
नाम हटा दिया,
लेकिन
हमने जोड़ दिया। हमने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर संविधान शिल्पी थे। उनके
नाम पर कोई समझौता नहीं हो सकता। सपा दलित विरोधी है, उन्होंने
भले ही नाम मिटाया, लेकिन हम फिर से नामकरण करेंगे। यह वही सपा है, जिसने
गेस्ट हाउस कांड कराया और दलित महापुरुषों के नाम पर बने स्मारकों को हटाने का
आह्वान किया था,
लेकिन
डबल इंजन की सरकार बाबा साहब के नाम पर पंच तीर्थ का निर्माण करती है। डबल इंजन
सरकार ने 4
करोड़ देशवासियों को आवास दिया, पहले गरीब और भक्त को आवास दिया गया, फिर
भगवान के मंदिर का भी निर्माण किया गया।
चाचा और भतीजे में लगी है
जंग
सीएम ने कहा कि अभी यहां
पर किसी को मकान, टैबलेट, नियुक्ति पत्र समेत अन्य विकास
योजनाओं का लाभ दिया। यदि डबल इंजन सरकार नहीं होती तो यूपी में 56 लाख
गरीबों को मकान नहीं मिल पाता। सपा और कांग्रेस के लोग नहीं दे पाते, वहां
चाचा और भतीजे में जंग लगी है। नियुक्ति आते ही परिवार वसूली में मस्त हो जाता था।
पहले लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था, लेकिन आज
हर जरूरतमंद को बिना भेदभाव गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है।
पहले सरकार में बैठे लोगों
का चश्मा परिवार के बाहर नहीं देखता था
सीएम ने कहा कि जब सरकार
का उद्देश्य लोककल्याण होता है तो ऐसे कार्यक्रम होते हैं, जब सरकार
में बैठे लोगों का चश्मा परिवार के बाहर नहीं देखता है तो गरीब कल्याणकारी योजनाओं
में डकैती पड़ती है। 2014 के पहले देश और 2017 के पहले
यूपी में सरकार गरीबों के बारे में नहीं सोचती थी, वे सिर्फ
मैं और मेरा परिवार के बारे में सोचते थे। मोदी जी कहते हैं कि 140 करोड़
लोगों का भारत ही मेरा परिवार है। जनता-जनार्दन मेरा परिवार है, इन्हें
हम सुरक्षा भी देंगे और समृद्धि भी।
अंबेडकरनगर में एक साथ 10 हजार
लोगों को नौकरी व रोजगार
सीएम ने कहा कि अंबेडकरनगर
के दो उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए प्रमाण पत्र जारी किए। अंबेडकरनगर को छह
हजार करोड़ से अधिक निवेश के प्रस्ताव मिले। इसका मतलब 10 हजार
लोगों को यहां ही प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से नौकरी व रोजगार प्राप्त होगा। विकास
का जितना कार्य हुआ है, पहले कभी नहीं हुआ था। दस वर्ष में केंद्र व
सात वर्ष से प्रदेश में आपने भाजपा सरकार बनाई, दोनों
सरकार मिलकर कार्य कर रही है तो निवेश भी आ रहा, विकास भी
हो रहा, रोजगार
भी मिल रहा, गरीब
कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। विकास की रफ्तार को सरपट कई गुना बढ़ाने का
कार्य हो रहा है।
विकसित यूपी के लिए विकसित
अंबेडकर नगर आवश्यक
सीएम ने कहा कि अंबेडकरनगर
हमारा पड़ोसी जनपद है। गोरखपुर व अंबेडकरनगर का बॉर्डर मिलता है। गोरखपुर लिंक
एक्सप्रेसवे अंबेडकरनगर से होकर जा रहा है। विकसित भारत के लिए विकसित यूपी और
विकसित यूपी के लिए विकसित अंबेडकरनगर आवश्यक है, विकसित
अंबेडकरनगर के लिए डबल इंजन की सरकार आवश्यक है। मां लक्ष्मी हमेशा कमल के फूल पर
आती हैं। मोदी सरकार के लिए मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आवश्यक है। सीएम ने बताया कि
अंबेडकर नगर मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज का भी शिलान्यास किया है। इससे यहां
की बेटियों को बीएससी, एमएससी नर्सिंग समेत आगे की पढ़ाई की सुविधा
प्राप्त होगी।
इस दौरान अंबेडकरनगर के
प्रभारी मंत्री गिरीश चंद यादव, सांसद व भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी रितेश
पांडेय, जिला
पंचायत अध्यक्ष साधु वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, हरिओम पांडेय
आदि मौजूद रहे।
--------------------------------------------
प्रदेश में ई ऑटो रिक्शा
की ड्राइविंग सीट संभालेंगी महिलाएं
ई ऑटो रिक्शा प्रशिक्षण के
जरिए प्रदेश की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ रही योगी सरकार
एमएसएमई द्वारा संचालित और
यूपिकॉन द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम को किया जा रहा क्रियान्वित
प्रशिक्षण के साथ ही
महिलाओं को पिंक किट और बैंक फाइनेंस की सुविधा तक प्रदान की जा रही
योजना के तहत बैंक फाइनेंस
के अलावा ई ऑटो रिक्शा पर 50 हजार रुपए तक की सब्सिडी का भी मिल रहा लाभ
लखनऊ, 14 मार्च।
रोडवेज बसों के बाद अब उत्तर प्रदेश की महिलाएं आम पब्लिक ट्रांसपोर्ट की भी
ड्राइविंग सीट पर नजर आने वाली हैं। प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान
और स्वावलंबन के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने के मिशन में जुटी योगी सरकार मिशन शक्ति
के तहत महिलाओं को स्वरोजगार उन्मुख ई रिक्शा प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ रही है।
इसके माध्यम से सरकार न सिर्फ महिलाओं को निशुल्क ई रिक्शा प्रशिक्षण दिला रही है, बल्कि
ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही सस्ती ब्याज दरों पर ई रिक्शा दिलाने का भी प्रबंध कर
रही है। यही नहीं, ई रिक्शा पर 50 हजार
रुपए तक की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। प्रत्येक जनपद से 250 महिलाओं
को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सरकार की इस पहल से अब प्रदेश भर में सड़क पर
प्रशिक्षित महिला ड्राइवर्स उच्च गुणवत्ता वाले ई रिक्शा चलाती नजर आएंगी। इससे
उनकी आय का प्रबंध भी होगा और रोड एक्सीडेंट जैसी घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा।
करीब 20 हजार
महिलाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
यूपीकॉन के एमडी प्रवीण
सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति योजना के अंतर्गत ई रिक्शा प्रशिक्षण कार्यक्रम
एमएसएमई विभाग द्वारा संचालित एवं यूपीकॉन द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
इसके अंतर्गत प्रत्येक जनपद से एक हजार महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य
है। मिशन शक्ति के तहत दो पार्ट में ट्रेनिंग आयोजित की गई है। पहले चरण में 56200 महिलाओं
(प्रति जनपद 750)
को
6
दिन का प्रशिक्षण दिया गया था। इसमें तीन दिन महिलाओं के वर्क प्लेस से संबंधी
सेफ्टी, सिक्योरिटी, और सेल्फ
डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके बाद तीन दिन उनको उद्यमिता विकास की ट्रेनिंग
कराई गई थी। फेज 2 में 250 महिलाएं प्रति जनपद के हिसाब से 18750 महिलाओं
को ई रिक्शा ट्रेनिंग दी जा रही है। ड्राइविंग डोमेन में स्वरोजगार उन्मुख प्रशिक्षण
की अवधि 6
माह की है। प्रशिक्षण के लिए महिलाओं का चयन मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की
गाइडलाइंस के तहत किया जा रहा है। इसमें 10वीं पास 18 से 40 वर्ष की
महिलाएं पात्र हैं। साथ ही उनके पास आधार और पैन कार्ड होना अनिवार्य है।
महिलाओं को दी जा रही पिंक
ड्रेस एवं सेफ्टी किट
उन्होंने बताया कि यह एक
लाइवलीहुड प्रोग्राम है। इसके तहत हमने 250 महिलाएं प्रति जनपद का लक्ष्य
निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 250 महिलाओं
का चयन करेंगे और फिर उनको ई रिक्शा स्वरोजगार उन्मुख करेंगे। चयन के बाद महिलाओं
को ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें क्लास रूम ट्रेनिंग भी है जिसमें उन्हें ई रिक्शा
और ड्राइविंग रूल्स के विषय में बताया जा रहा है। इसके बाद उनको प्रैक्टिकली ई
रिक्शा चलाना सिखाया जा रहा है। महिलाओं को ई रिक्शा की पिंक ड्रेस भी दे रहे हैं
एवं सेफ्टी किट और स्टेशनरी किट भी प्रदान की जा रही है। इसके बाद महिलाओं को
आरटीओ के सहयोग से ड्राइविंग लाइसेंस भी दिलाने में मदद की जा रही है। फाइनली उनको
बैंक तक ले जाने का प्रॉसेस भी हम करा रहे हैं। इसमें सुनिश्चित किया जा रहा है कि
मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना का जो लाभ है वो महिलाओं को मिल सके, जिसमें
बैंक से आसान लोन भी शामिल है।
स्वरोजगार शुरू कराने में
भी की जा रही मदद
प्रवीण सिंह ने बताया कि
योजना के तहत ई रिक्शा की स्टैंडर्ड कॉस्ट
1.98
लाख रुपए निर्धारित की गई है। हमने जेम पोर्टल के माध्यम से ई रिक्शा कंपनीज का
चयन किया है। ये कंपनियां लिथियम आयन बैटरी वाले ई रिक्शा बनाती हैं जो सबसे
उच्चतम क्वालिटी के होते हैं। 1.98 हजार में योजना के अंतर्गत योग्य पाई जाने
वाली महिलाओं को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 49 हजार 500 रुपए की
सब्सिडी मिलेगी। बाकी जो पैसा है उसको नेशनलाइज बैंक से फाइनेंस कराने का प्रयास
किया जाएगा। हमारा प्रयास महिलाओं को बैंक तक ले जाना और उनका फाइनेंस कराना है, ताकि
उनका स्वरोजगार शुरू हो सके। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नवंबर 2023 से शुरू
हुआ है। अभी बैचवार यह कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें
एक बैच में प्रति जनपद 250 महिलाओं का प्रशिक्षण चल रहा है। जिन जनपदों
में पोटेंशियल ज्यादा है, वहां संख्या ज्यादा भी की जा सकती है।
योजना से महिलाओं का हो
रहा सशक्तिकरण
इस परियोजना का उद्देश्य
चयनित महिला उम्मीदवारों को उपयुक्त कौशल और महिला सुरक्षा, सुरक्षा
उपायों और समाज में सपोर्टेड प्लेटफॉर्म्स के बारे में ज्ञान के साथ सशक्त बनाना
है। साथ ही उन्हें सुरक्षित रूप से यात्रा करने में मदद करके समाज की अन्य महिलाओं
की मदद करने के लिए सशक्त बनाना और उन्हें अन्य महिलाओं के लिए एक आदर्श मॉडल बनने
में सक्षम बनाना है। यही नहीं समाज की समस्त महिलाओं को सुरक्षित वातावरण बनाने और
एक उद्यमी बनने का प्रयास करने के लिए कार्यक्रमों का हिस्सा बनना भी शामिल है।
-------------------------------------
मुख्यमंत्री ने रामलला के
दरबार में नवाया शीश, हनुमानगढ़ी में टेका मत्था
- सीएम ने
की देश व प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना
- मंदिर
परिसर में अधिकारियों से व्यवस्था के बारे में मुख्यमंत्री ने ली जानकारी
अयोध्या, 14 मार्च।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे। साकेत
महाविद्यालय हेलीपैड से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे हनुमानगढ़ी पहुंचे। वहां
पहुंचकर हनुमानजी की आरती उतारी और दर्शन पूजन किया। उसके बाद श्रीराम लला के
दर्शन-पूजन कर देश और प्रदेशवासियों के कल्याण व सुख-समृद्धि की कामना की।
हनुमानगढ़ी के दर्शन के
उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन का हाल हाल-चाल
जाना। इससे पहले 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा, 23 जनवरी
को व्यवस्थाओं का जायजा लेने व 11 फरवरी को कैबिनेट संग दर्शन-पूजन के बाद 14 मार्च
को विकास परियोजनाओं की सौगात देने सीएम योगी अयोध्या पहुंचे। बता दें कि
मुख्यमंत्री जी का मार्च माह का पहला दौरा है।
रामलला के चरणों में लगाई
हाजिरी
हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन
के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के दर्शन-पूजन किए। वहीं मंदिर
परिसर में अधिकारियों से व्यवस्था की जानकारी ली। सीएम योगी ने रामलला के मंदिर
में साष्टांग दंडवत होकर प्रभु श्रीराम से प्रदेशवासियों के सुख और समृद्धि की
कामना की।
------------------------------
बोझ हैं सपा और कांग्रेस, इन्हें
उठाकर देश से बाहर फेंकना होगा : योगी आदित्यनाथ
- मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में जनसभा को किया संबोधित
- अयोध्या
को सीएम ने दी ₹1,090
करोड़ की 411
विकास परियोजनाओं की सौगात
- विराट
किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी के समापन समारोह में शामिल हुए सीएम योगी
- विभिन्न
योजनाओं के लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किए प्रमाण पत्र एवं चयन पत्र
- सीएम ने
जनता से पूछा,
'क्या सपा या कांग्रेस की सरकार होती तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट, 6 लेन
सड़कें बन पातीं
- न
सुरक्षा दे पाते हैं न रोजगार, फिर सपा और कांग्रेस को ढोने का क्या फायदा :
योगी
- 22 जनवरी
से 10
मार्च तक 1
करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रभु श्रीरामलला के किये दर्शन : मुख्यमंत्री
अयोध्या, 14 मार्च।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित विशाल जनसभा को
संबोधित करते हुए सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा और
कांग्रेस न आस्था का सम्मान करते हैं, न आजीविका की व्यवस्था कर सकते
हैं। न तो गरीब को अन्न दे सकते हैं, न आवास, न दवाई, न पढ़ाई
की व्यवस्था ही कर सकते हैं। न तो बेटियों और व्यापारियों को सुरक्षा ही दे सकते
हैं। ऐसे में हमें भी इन्हें सिर पर बोझा बनाकर ढोने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए, इस बोझ
को उतारकर देश से बाहर फेंक देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान ₹1,090
करोड़ की 411
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर सीएम योगी विराट
किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी के समापन समारोह में भी शामिल हुए। साथ ही विभिन्न
योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं चयन पत्र वितरित किया।
अपने संबोधन में
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी से लेकर 10 मार्च
तक 1
करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रभु श्रीरामलला के दर्शन किये हैं। ये प्रभु की ही कृपा है
कि चहुंओर शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से सुगम एवं सुरक्षित दर्शन-पूजन का
कार्यक्रम चल रहा है। यही नहीं अयोध्या वासियों ने भी आतिथि सेवा का अनुपम उदाहरण
प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या का नाम पूरी दुनिया में गूंज रहा
है। कुछ लोग कहा करते थे कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा, अब तो 1 करोड़
से अधिक श्रद्धालु श्रीरामलला के नव्य-भव्य-दिव्य मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि
अयोध्या को दुनिया की सबसे सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने जनता से पूछा कि क्या सपा या कांग्रेस की सरकार होती तो एयरपोर्ट, 4 लेन, 6 लेन
सड़कें बन पातीं, क्या प्रदेश में सुरक्षित माहौल बन पाता क्या। आज
अगर पूरी दुनिया अयोध्या आने के लिए उतावली दिख रही है, तो क्या
सपा और कांग्रेस के कारण? मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को अपना जन्म और
जीवन धन्य मानना चाहिए। अयोध्या 32 हजार करोड़ से अधिक के कार्यों से विकास के
नये मार्ग पर बढ़ रही है। यहां नई उड़ान सेवाएं शुरू हो रही हैं, नये होटल, रेस्टोरेंट
खुल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि
दीपोत्सव को कुछ लोग औपचारिकता कहते थे, मगर हमने तब कहा था कि ये अयोध्या
में भगवान श्रीराम के आगमन के पहले की तैयारी है। उन्होंने अयोध्या के सांसद लल्लू
सिंह की प्रशंसा करते हुए अयोध्या वासियों ने से उनके लिए वोट की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ के साथ ही यहां मल्टीलेवल
पार्किंग की किसी ने भी कल्पना भी नहीं की थी। हम सूर्य वंश की इस राजधानी को सोलर
सिटी के रूप में डेवलप कर रहे हैं। यहां 40 मेगावाट
के पैनल लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री का संकल्प 2047 तक भारत
को विकसित देश बनाने का है। इसके लिए विकसित यूपी और विकसित यूपी के लिए भी विकसित
अयोध्या का निर्माण करना होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि बहुत जल्द सरकार फैमिली
आईडी शुरू कर रही है, जिससे छूटे हुए लोगों को योजनाओं का लाभ देने में
आसानी होगी। यही रामराज्य है। उन्होंने कहा कि प्रभु अपना सारा काम कराते हैं, माध्यम
कोई न कोई बन ही जाता है।
इस अवसर पर सांसद लल्लू
सिंह, जिला
पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक
वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, डॉ. अमित
सिंह चौहान सहित बीजेपी के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
बॉक्स 1
लोकार्पित होने वाली
प्रमुख परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने
बिगिनियापुर एवं हंसराजपुर समगढ़ा के मध्य गोमती नदी के बिगिनियापुर घाट पर सेतु, पहुंच
मार्ग, सुरक्षात्मक
कार्य, 40
मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट, ग्रामसभा-साहसीपुर से तिवारीपुर होते हुए
धारूपुर संपर्क मार्ग, दर्शननगर-रसूलाबाद-ऐमीघाट मार्ग के किमी 1 से 13 तक
नवीनीकरण, महराजगंज, हैदरगंज, रुदौली
एवं रौनाही थाने में हॉस्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष, कस्तूरबा
गांधी विद्यालय,
सोहावल
में 100
बेड का छात्रावास, बिल्हर घाट-ऐमी घाट-तारुन-गोसाईगंज मार्ग का किमी 1 से 12 तक
नवीनीकरण, जलालपुर
रामपुर भगन-तारुन अहिरौली मार्ग का नवीनीकरण, 60 ग्राम
पंचायतों में ग्रामीण पेयजल परियोजना, मां कामाख्या नगर पंचायत कार्यालय
भवन, मां
कामाख्या, भरतकुंड-भदरसा, कुमारगंज, गोसाईगंज
एवं रुदौली नगर पंचायत में एम.आर.एफ. सेंटर का लोकार्पण किया।
बॉक्स 2
शिलान्यास होने वाली
प्रमुख परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने सरयू नदी
जलापूर्ति स्रोत से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का फेज-1, अमृत-2.0 के
अंतर्गत नगर पालिका परिषद रुदौली पेयजल पुनर्गठन परियोजना, 12,000 वर्गफीट
पर पुलिस प्रशासनिक भवन/कंट्रोल रूम, श्री रामकथा पार्क में नवीन
पर्यटक आवास गृह, रायबरेली-अयोध्या मार्ग नाका हाईवे से नाका चुंगी
तक 4 लेन
चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, भक्तिपथ से श्रीराम जन्मभूमि पथ तक वाया हनुमान
गढ़ी मार्ग,
40 मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट, राजर्षि
दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में नर्सिंग कॉलेज का शिलान्यास किया।
----------------------
रामनवमी पर 24 घंटे
हों श्रीरामलला के दर्शन-पूजन : मुख्यमंत्री
- सीएम
योगी ने रामनवमी की तैयारियों को लेकर अयोध्या में अधिकारियों संग की बैठक
- सीएम का
निर्देश - रामनवमी पर श्रद्धालुओं के लिए हो बेहतरीन व्यवस्था
- दर्शनार्थियों
को मिले पीने का साफ पानी, साफ-सफाई पर हो विशेष ध्यान : सीएम
- रामनवमी
मेला में सभी विभागों में समन्वय के सीएम ने दिये निर्देश
अयोध्या, 14 मार्च।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामनवमी और नवरात्रि की तैयारियों की
समीक्षा की। अयोध्या में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सीएम योगी ने नवरात्रि
में अष्टमी, नवमी
और दशमी को श्रीरामलला मंदिर में 24 घंटे दर्शन-पूजन की व्यवस्था करने के निर्देश
दिये। उन्होंने इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्यों से समन्वय
स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस अवधि में मंदिर के कपाट केवल
विशेष पूजन अर्चन के दौरान ही बंद किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने रामनवमी के
अवसर पर नगर में साफ सफाई, लोगों के पेयजल की व्यवस्था तथा गर्मी को
देखते हुये श्रद्धालुओं के लिए परिवहन निगम एवं नगर विकास विभाग से समन्वय कर
इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था
किया जाय कि श्रद्धालुओं को ढाई किमी से ज्यादा चलने की आवश्यकता न हों तथा तुलसी
उद्यान आदि स्थानों पर उनके जूते चप्पल रखने की भी व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री ने
कहा कि रामनवमी त्यौहार के समय चुनाव कार्य भी शुरू हो गया होगा, इसलिए इस
अवसर पर मुख्य क्षेत्रों जैसे रामलला मंदिर, हनुमानगढ़ी
आदि स्थानों पर स्थायी रूप से पुलिस कार्मिकों एवं अन्य सेवा के लोगों को ड्यूटी
लगायी जाए और उन्हें इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त रखा जाए।
रामनवमी कार्यक्रम की
तैयारी को लेकर जिलाधिकारी नितीश कुमार द्वारा सीएम के समक्ष प्रस्तुतिकरण किया
गया। इसमें लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, विद्युत, सूचना, संस्कृति, सामान्य
प्रशासन एवं मेला प्रशासन के प्रमुख कार्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि विगत वर्ष की अपेक्षा और इस साल बेहतर व्यवस्था की गयी है।
पुलिस प्रशासन की ओर से पार्किंग एवं ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक राजकरन नैय्यर ने सीएम योगी को अवगत कराया।
मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने
कहा कि रामलला विराजमान मंदिर के शुरू होने के बाद भीड़ लगातार बढ़ रही है। सभी की
सुविधाओं को ध्यान में रखकर नगर निगम, विकास प्राधिकरण, स्वास्थ्य
विभाग को बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है। पुलिस
महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने पुलिस व्यवस्था के सम्बंध में बताया कि आवश्यकता
पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के
प्रति पुलिस के व्यवहार को अच्छा रखने के निर्देश दिये गये।
बैठक में अपर पुलिस
महानिदेशक जोन अमरेन्द्र सिंह सेंगर के अलावा सांसद लल्लू सिंह, मेयर
महंत गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक
वेदप्रकाश गुप्ता, रामचन्दर यादव, डॉ अमित
सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष
संजीव सिंह, महानगर
अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारी के अलावा सम्बंधित
विभागों के अधिकारी, अभियन्ता, मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज, अपर
जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी सलिल कुमार पटेल, अपर
पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अतुल सोनकर, मुख्य
चिकित्साधिकारी,
उपनिदेशक
सूचना, उपनिदेशक
पर्यटन, विद्युत
सहित अन्य विभागों के अभियन्ता, आरटीओ ऋतु सिंह आदि की मौजूदगी रही।
-----------------
ओडिशा के श्रद्धालु ने
सीएम योगी को भेंट की लकड़ी से निर्मित उनकी तस्वीर
- वुडेन आर्ट से निर्मित
हनुमान चालीसा भी मुख्यमंत्री को की गई भेंट
अयोध्या, 14
मार्च। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ओडिशा के अरुण कुमार साहू ने गुरुवार को
लकड़ी से निर्मित हनुमान चालीसा और मुख्यमंत्री की तस्वीर भेंट की। अरुण अपने हाथ
से बनाई गई दोनों वुडेन आर्ट को लेकर अयोध्या पहुंचे थे। इस संबंध में राम मंदिर
ट्रस्ट से जुड़े अनिल मिश्र ने बताया कि ओडिशा के रामभक्त अरुण खुद मुख्यमंत्री के
पास नहीं पहुंच सके थे, इस वजह से उन्होंने बुधवार को ट्रस्ट को ये
दोनों वुडेन आर्ट सौंपा था और इसे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की गुजारिश की थी। इसके
बाद ट्रस्ट ने उनका सहयोग किया और बताया कि कल (गुरुवार को) मुख्यमंत्री स्वयं
अयोध्या आ रहे हैं, ऐसे में उनसे मिलने का निवेदन किया जाएगा। वहीं
गुरुवार को मुख्यमंत्री के अयोध्या श्रीरामलला मंदिर पहुंचने पर ट्रस्ट के निवेदन
को मुख्यमंत्री ने सहर्ष अरुण की बनाई वुडेन आर्ट को स्वीकार किया और कलाकार के
कृति की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद दिया।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know