मथुरा। सरकार ने इस बार किसानों से गेहूं खरीद के लिए पुख्ता और सुविधाजनक व्यवस्था की है। जनपद में एक मार्च से कुल 89 क्रय केन्द्र स्थापित कर दिये गये हैं। जिसमें सदर तहसील में 18, गोवर्धन तहसील में 13, छाता तहसील में 20, महावन में 19, मांट में 19 कुल 89 क्रय केन्द्र बनाये गये हैं। विपणन शाखा के 10, पीसीयू के 11, पीसीएफ के 61, भारतीय खाद्य निगम के पांच तथा मंडी समिति के दो क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इस बार सरकार ने गैहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये तय किया है जबकि 20 रुपये उतराई और छनाई के लिए तय किये हैं। पिछले साल समर्थन मूल्य 2125 रुपये थे जिसमें इस बार 150 रुपये की बडी बढत की गई है। सरकार ने इस बार सुविधा की है कि बंटाईदार भी क्रय केन्द्र पर अपना गेहूं बेच सकता है। इससे पहले बंटाईदार को यह सुविधा नहीं मिलती थी। पैसा भी बंटाईदार के ही खाते में आयेगा लेकिन उसे खेत की खतौनी रजिस्ट्रेशन में लगानी होगी और क्रय केन्द्र पर पहुंचने पर मूल किसान के एवज में एफिडेविट भी लगाना होगा।
मौसम रहा है अनुकूल, होगा बंपर उत्पादन
इस बार मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल रहा है। करीब 40 दिन की कड़ाके सर्दी इस बार पडी है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उत्पादन अच्छा होगा। जनपद में इस बार गैहूं की फसल का रकवा करीब 194250 हेक्टेयर रहा है, यानी कि गेहूं की बुआई बडे क्षेत्रफल में हुई है। कुल संभावित उत्पादन 729082 मीट्रिक टन आंका जा रहा है। जबकि औसत उत्पादकता 37.53 हेक्टेयर प्रति क्विंटल होने की संभावना है।
वर्जन
गेहूं क्रय केन्द्र स्थापित कर दिये गये हैं। सभी केंद्रों पर पूरी व्यवस्था की गई है हालांकि जनपद में एक अप्रैल के आसपास ही गेहूं की आवक क्रय केन्द्रों पर प्रारंभ होगी। हमने सभी तैयारियां सुनिश्चित कर ली हैं। इस बार बंटाईदार को भी सरकारी केंद्रों पर गेहूं बेचने की सुविधा दी गई है।
-संतोष कुमार जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी मथुरा
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