नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ में विश्व वन्यजीव दिवस-2024 का राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
हम सभी इस पृथ्वी के सहयोगी हैं और इसका हमारे वन्य जीवों के साथ एक संवाद और समर्थन निभाने का दायित्व है
हम सभी मिलकर वन्य जीवों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे
हमें अपनी प्राकृतिक संपदा को संरक्षित करने के लिए जुटना होगा, क्योंकि वन्य जीवों के बिना हमारा जीवन अधूरा है
-मंत्री, डाॅ0 अरूण कुमार
लखनऊ: 03 मार्च 2024
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ स्थित सारस प्रेक्षागृह (3डी आॅडीटोरियम) में विश्व वन्यजीव दिवस-2024 का राज्य स्तरीय कार्यक्रम पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 अरूण कुमार की गरिमामयी उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा सारस प्रेक्षागृह के सामने लगाये गये स्टाॅलों का अवलोकन किया गया। इसके पश्चात निदेशक, प्राणी उद्यान द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी गणमान्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया।
विश्व वन्यजीव दिवस-2024 के अवसर पर प्राणि उद्यान की निदेशिका श्रीमती अदिति शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्व वन्यजीव दिवस से सम्बन्धित संक्षिप्त विवरण देते हुए शुभकामनायें दी।
मुख्य अतिथि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 अरूण कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि विश्व वन्यजीव दिवस-2024 जिसकी थीम श्ब्वददमबजपदह च्मवचसम ंदक च्संदमज म्गचसवतपदह क्पहपजंस प्ददवअंजपवद पद ॅपसकसपमि ब्वदेमतअंजपवदश् हैं, के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस थीम पर हमें बहुत अच्छे तरीके से सोचना और समझना होगा एवं अपने विभाग में भी लागू करना होगा। वन्य जीवों के संरक्षण वाले प्रावधान पर वर्ष 1973 में अंतराष्ट्रीय व्यापार सम्मलेन के अवसर पर हस्ताक्षर किए गए थे। आज का दिन हमें धरती पर मौजूद अद्भुत वन्य जीवों के महत्व को याद दिलाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी इस पृथ्वी के सहयोगी हैं और इसका हमारे वन्य जीवों के साथ एक संवाद और समर्थन निभाने का दायित्व है। आज, हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम सभी मिलकर वन्य जीवों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। हमें अपनी प्राकृतिक संपदा को संरक्षित करने के लिए जुटना होगा, क्योंकि वन्य जीवों के बिना हमारा जीवन अधूरा है। मैं आप सभी से यह अनुरोध करता हूं कि हम सभी वन्य जीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए संकल्प लें और उनके संरक्षण में अपना योगदान दें।
अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री मनोज सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि आज हम इस दिवस के अवसर पर एकत्र हुए हैं। आज के समय को दृष्टिगत रखते हुए डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने टेक्नोलाॅजी पर बल देते हुए कहा कि हमारे पास जो भी नई तकनीकी हो हमें उसका उपयोग करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। पिछले दिनों बिजनौर में जब तेंदुओं की संख्या बढ़ गयी थी, तो हमने थर्मल ड्रोन कैमरे का उपयोग किया था, इससे हमें यह पता चलता है कि वन्य जीव कहाॅं पर विचरण कर रहा है। उन्हांेने कहा कि आज का समय व्चमद ।प् का है, जिसमें केवल एक ज्मगज में लिखना होगा और फिर फिल्म बनाने का कार्य ।प् का है। वन्यजीव इसलिए जरूरी हैं क्योंकि ये हमें एक स्वस्थ पारिस्थितिकीय तंत्र देते हैं। आज विश्व में 10 मिलियन वन्य जीवों की प्रजातियाँ हैं। जो प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं, हमें उन्हें बचाने हेतु आवश्यक एवं कड़े कदम उठाने होंगे।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, श्री सुधीर कुमार शर्मा ने सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए प्राणी उद्यान, लखनऊ को बहुत-बहुत धन्यवाद। जब भी मा0 प्रधानमंत्री जी की बात होती है तो हम सब जानते हैं कि चाहे विदेश नीति की बात हो, चाहे अर्थ व्यवस्था की बात हो या अन्य किसी भी क्षेत्र की मा0 प्रधानमंत्री जी का बहुत बड़ा योगदान रहता है। हमारे देश एवं प्रदेश में टाइगर एवं लेपर्ड की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हमारा टेक्नोलाॅजी के साथ चलना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी तकनीक विकसित करनी होगी, जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष को समाप्त किया जा सके।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव श्री संजय श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मा0 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 अरूण कुमार एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष श्री सुधीर कुमार शर्मा को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी है उस पर हम पूर्णरूप से खरा उतरने का प्रयास करेंगे। विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर विजिटलाइजेशन आवश्यक है। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव ने एक छोटा सा वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। प्राणी उद्यान द्वारा प्रस्तुत डिजिटल जू हेतु किये जा रहे प्रयास हेतु उन्होंने निदेशक महोदया को बधाई दी। पूरे देश में टाॅप 5 मंे प्राणी उद्यान, लखनऊ का होना गर्व की बात है। इसके लिए प्राणी उद्यान, लखनऊ के अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने प्राणी उद्यान में वन्यजीवों के अंगीकरण के लिए भी आवाह्न किया कि हम सभी को कम से कम एक वन्यजीव का अंगीकरण अवश्य करना चाहिए।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्ययोजना एवं मूल्यांकन श्री सुनील चैधरी ने अपने सम्बोधन में विश्व वन्यजीव दिवस-2024 जिसकी थीम श्ब्वददमबजपदह च्मवचसम ंदक च्संदमज म्गचसवतपदह क्पहपजंस प्ददवअंजपवद पद ॅपसकसपमि ब्वदेमतअंजपवदश् का जिक्र करते हुए कहा कि तकनीक को हमें तब तक ही उपयोग में लाना चाहिए जब तक उससे हमें कोई नुकसान न हो। तकनीक पर हमें पूर्ण रूप से आश्रित नहीं होना चाहिए। मानव वन्यजीव संघर्ष के बारे में कहा कि मंत्री जी एवं अपर मुख्य सचिव द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया गया है, जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं मंे कमी आयी है।
इस अवसर पर राजभवन में लगी शाकभाजी, फल एवं पुष्प प्रदर्शनी में नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ के तितली पार्क को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। मंत्री जी द्वारा निदेशक प्राणी उद्यान श्रीमती अदिति शर्मा को ट्राफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए कहा कि हम आशा करते हैं कि अगले वर्ष भी प्राणी उद्यान प्रथम स्थान प्राप्त करेगा।
सभी अतिथियों के समक्ष टपतजनंर्स वव का एक प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया। एक प्रयास किया जा रहा है कि जो लोग जू नहीं आ पाते हंै वह व्दसपदम टपतजनंर्स वव के माध्यम र्से वव को देख सकें।
विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर प्राणी उद्यान, लखनऊ द्वारा ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें 4 स्कूलों के लगभग 50 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें विजेता प्रतियोगियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
प्राणी उद्यान में कार्यरत 25 कर्मचारियों को अच्छा कार्य करने हेतु प्रति कर्मचारी को रू0 1000 नकद पुरूस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। निदेशक प्राणि उद्यान द्वारा आये हुए भी अतिथियो को स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया। अन्त में श्री अबू अरशद खाँ, उप वन्य जीव प्रतिपालक, लुप्तप्राय परियोजना, उत्तर प्रदेश द्वारा कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परितर्वन श्री मनोज सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष श्री सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव श्री संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्ययोजना एवं मूल्यांकन श्री सुनील चैधरी, निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान श्रीमती अदिति शर्मा के साथ वन विभाग एवं प्राणी उद्यान के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know