भारत माता के महान सपूत थे गोविंद बल्लभ पंत: सीएम योगी

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

 

सीएम ने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री रहे गोविंद बल्लभ पंत की स्मृतियों को किया नमन

 

 

लखनऊ, 7 मार्च: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धांजिल अर्पित की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री रहे गोविंद बल्लभ पंत को याद करते हुए कहा कि वह भारत माता के महान सपूत थे। साथ ही सीएम ने उनकी स्मृतियों को भी नमन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा देश की आजादी के लिए समय- समय पर चलाए गए आंदोलनों में अग्रणी भूमिका निभायी। उन्हाेंने 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन पर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की व्यवस्था को सुचारू रूप से आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इससे पहले उन्होंने वर्ष 1937 में संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेशवासियों को अमूल्य सेवाएं देते हुए आजादी के आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका को बनाए रखा। साथ ही दिसंबर 1954 में देश के प्रथम गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के आकस्मिक निधन के बाद देश के गृह मंत्री के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन किया। इसके अलावा वर्ष 1955 से 1961 तक देश के गृहमंत्री के रूप में उन्होंने अपनी अमूल्य सेवाएं देकर राजभाषा हिंदी को सम्मान दिलाने का कार्य किया। देश के प्रति उनकी सेवाओं के लिए वर्ष 1957 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं उन्होंने भारत की संविधान सभा के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। सीएम योगी ने पंडित गोविंद बल्ल्भ पंत की स्मृतियों को नमन करते हुए प्रदेशवासियों की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

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शुक्रवार को सीबीजी प्लांट का लोकार्पण करेंगे मुख्यमंत्री योगी

 

धुरियापार की बंद चीनी मिल परिसर में 165 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से लगा है प्लांट

 

प्लांट उद्घाटन के साथ बांसगांव लोकसभा क्षेत्र को 222 करोड़ रुपये की सौगात देंगे मुख्यमंत्री

 

गोरखपुर, 7 मार्च। देवाधिदेव महादेव की आराधना के पावन पर्व महाशिवरात्रि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को धुरियापार में बने इंडियन ऑयल के सीबीजी प्लांट का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर वह बांसगांव लोकसभा क्षेत्र को 222 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे। सीएम 68 करोड़ रुपये से अधिक की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 154 करोड़ रुपये से अधिक की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

 

सीबीजी प्लांट समेत इन सभी विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास का समारोह धुरियापार की बंद चीनी मिल परिसर में शुक्रवार को दोपहर बाद होगा। धुरियापार की बंद पड़ी चीनी मिल के 50 एकड़ परिसर में बायो फ्यूल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराने की जिम्मेदारी इंडियन ऑयल काॅरपोरेशन लिमिटेड को मिली है। इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 18 सितंबर 2019 को किया था।

पहले चरण में सीबीजी और दूसरे में एथेनाल का उत्पादन होगा

 

 इस कॉम्प्लेक्स में पहले चरण में सीबीजी (कंप्रेस्ड बायो गैस) और दूसरे चरण में एथेनाल का उत्पादन होना है। इंडियन ऑयल ने सीबीजी (कंप्रेस्ड बायो गैस) प्लांट का निर्माण धुरियापार चीनी मिल परिसर में 18 एकड़ भूमि पर 165 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से किया है। इस प्लांट के निर्माण में 95 प्रतिशत स्थानीय सामग्री का उपयोग किया गया है। निर्माण पूर्ण होने के बाद यहां अक्टूबर 2023 से सीबीजी उत्पादन का ट्रायल किया जा रहा था। अब शुक्रवार को सीएम योगी इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे।

 

प्रतिदिन 20 एमटी सीबीजी और 125 एमटी जैविक खाद का होगा उत्पादन

निर्धारित क्षमता पर प्लांट प्रतिदिन 200 मीट्रिक टन कृषि अवशेष (धान का भूसा) 20 मीट्रिक टन प्रेसमड और 10 मीट्रिक टन मवेशियो के गोबर का उपयोग करेगा। बायोगैस प्लांट प्रतिदिन लगभग 20 मीट्रिक टन बायोगैस और 125 मीट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन करेगा। इस प्लांट की अन्य महत्वपूर्ण विशेषताओ में से एक विशेषता यह है कि यह प्रदूषण के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है तथा दूसरी विशेषता यह है कि इसमें लिक्विड डिस्चार्ज शून्य है। यहां उत्पादित बायोगैस को इस क्षेत्र के आसपास के स्थानीय इंडियन आयल पेट्रोल पंपों के माध्यम से बेचा किया जायेगा। इससे गोरखपुर के आसपास के सीएनजी चालित वाहनों को ईधन उपलब्ध कराया जायेगा।

 

प्लांट के लिए जरूरी पराली से बढ़ेगी किसानों की आय

प्लांट के लिए जरूरी 70000 मीट्रिक टन पराली गोरखपुर के आसपास के 30-35 हजार किसानों के माध्यम से उनके खेतों से एकत्रित की जायेगी। पराली एकत्रण का यह कार्य न केवल किसानों की आय में वृद्धि करने में सहायक होगा, साथ ही पराली जलाने की समस्या से भी निजात मिलेगा। इसके साथ ही उत्पादन से वितरण तक विभिन्न प्रकार के रोजगार भी सृजित होंगे। सीबीजी प्लांट से उत्पादित जैविक खाद फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ मिट्टी के स्वास्थ्य की भी रक्षा करेगी।

 

पेयजल, सड़क और बाढ़ बचाव कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे सीएम

सीबीजी प्लांट का उद्घाटन करने के साथ ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बांसगांव संसदीय क्षेत्र में हर घर नल से जल पहुंचाने की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस पर 68 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई है। इसके अलावा सीएम सड़क निर्माण व बाढ़ बचाव की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

 

शुक्रवार को 221 महिलाओं को मुख्यमंत्री के हाथों मिलेगी सिलाई मशीन

शुक्रवार को महाशिवरात्रि के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी है। महिला दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में चल रहे सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर 221 महिलाओं को निशुल्क सिलाई मशीन वितरित करेंगे। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण का यह कार्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सौजन्य से हो रहा है।

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गरीब, दलित और वंचितों को पीएम मोदी ने दिलाया उनका अधिकार: सीएम योगी

 

- पीएम मोदी के नेतृत्व में बीते 10 सालों में नए भारत के हो रहे दर्शन: सीएम योगी आदित्यनाथ

 

- आज बाबा साहब का सम्मान हो रहा, संविधान का सम्मान हो रहा: सीएम योगी

 

- सीएम योगी और जेपी नड्डा ने संयुक्त रूप से 5200 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास

 

07 मार्च, आगरा। योगी सरकार ने आज आगरा वासियों को करीब 5200 करोड़ रुपए की 124 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोठी मीना बाजार मैदान में आयोजित कार्यक्रम में इन सभी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के दबे कुचले लोगों का हित किया। आज बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का सम्मान हो रहा है। बाबा साहेब का सम्मान का मतलब दबे कुचले लोगों का सम्मान, संविधान का सम्मान। 

 

कोठी मीना बाजार मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस समाज के बारे में सोचना पार्टी और उसकी आत्मियता को प्रदर्शित करता है। पिछले 10 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का हम दर्शन कर रहे हैं। एक ऐसा भारत जो जाति, मत, मजहब और भाषा के आधार पर नही बल्किइसके अंदर एक ही मंत्र के आधार पर हर गांव, हर गरीब, हर किसान  हर नौजवान और महिला सभी को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर के सम्मानजनक जीवन यापन करने के लिए उन्हें आगे बढ़ने के लिए कार्य करता है। वो मंत्र है, सबका साथ और सबका विकास। सर्व हिताय और सर्वजन सुखाय का वो भाव जो मोदी जी ने सबके विकास के मंत्र के माध्यम से देश को दिया था।आज मैं में दावे से कह सकता हूं, कि आजादी के बाद भी हमारा जो समाज दबा हुआ था, वंचित था। समाज की मुख्यधारा से अपने आपको विकसित महसूस करता था। आज उसे लगता है कि जब  डॉ. बीआर आंबेडकर जी के नाम पर मोदी के द्वारा पंच तीर्थ की घोषणा होती है और उन्हें मूर्त रूप दिया जाता है। उसे भी एहसास होता है कि देखिए बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का सम्मान का मतलब देश के संविधान का सम्मान, भारत की संसदीय प्रणाली का सम्मान और देश के कोटि- कोटि उन दबे कुचले उन लोगों को एक आवाज देने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया। 

 

आपने देखा हो कि भगवान राम के साथ संवाद बनाने वाले जो एक त्रिकालदर्शी ऋषि थे, तो उनका नाम था महर्षि वाल्मिकी। और जब अयोध्या में राम जन्मभूमि 500 वर्षों का इतंजार समाप्त भव्य रामलला के दर्शन जनसाधारण को कराने की बारी आयी तो सबसे पहले मोदी जी ने  महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नामकरण किया। ये पहली बार हुआ कि महर्षि वाल्मीकि के नाम पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना। ये पहले नही हो पाया, लेकिन मोदी जी ने किया। अब आप जब अयोध्या जाएंगे, तो पहले दर्शन आपको महर्षि वाल्मीकि के होंगे। काशी मे सीरगोवर्धन, सदगुरू संत रविदास जी की पावन भूमि है। इस जमीन पर विवाद था। पहले की सरकारें कुछ नही कर पा रही थी।जब मोदी जी सांसद बने काशी से, तो उन्होंने संकल्प लिया कि इसके लिए हमें कुछ करना है। आज वहां का परिणाम है कि आज वहां पर संत रविदास महाराज की 25 फुट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण कर दिया है। भव्य पार्क और म्यूजियम का निर्माण वहां पर हो गया है। अब उस पावन जगह पर जाने के लिए फोर लेन की कनेक्टिविटी भी हो गई है। पहले सिंगल लेन की भी सड़क नही थी। 

 

सीएम योगी ने कहा कि जिस तरह से देश के अंदर सामाजिक न्याय के पुरोधाओं को सम्मान देने का कार्य मोदी जी ने किया है। वैसे ही गरीब, दलित और वंचित को भी उसका अधिकार देने का काम किया। हर गरीब को मकान मिल गया। हर गरीब के घर में शौचालय बन गया। हर गरीब को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिल गई। हर गरीब को वंचित को उसकी आवाज को मजबूती प्रदान करने कार्य किया गया। ये समाज वो समाज है, जिसने सदैव देश और धर्म के लिए अपने आपको बलिदान किया और अपनी आहुति दी है। तो स्वाभाविक रूप से हम और राष्ट्रीय अध्यक्ष जी आए है, तो इस अवसर पर आज भी इस महाधिवेशन के माध्यम से आगरा वासियों को कल हमने पीएम मोदी के करकमलों से मेट्रो की सौगात दी। इसके साथ ही आगरा के एक महत्वपूर्ण स्टेशन का नाम डॉ. भीम राव आंबेडकर के नाम पर भी किया गया। यह समाज हमेशा दाता के रूप में काम किया है। तो 5200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात भी आगरा वासियों को उपलब्ध हो रही है। एक बार फिर से हमारे अनुसूचित समाज ने तय कर दिया कि दाता की भूमिका है, तो दाता ही भूमिका में ही वह काम करेगा। आज भी वह उस रूप में कार्य कर रहा है। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी जी की प्रेरणा से हमने उत्तर प्रदेश के अंदर हमने तय किया है कि अनुसूचित जाति से चुने हुए जितने भी छात्र है, उनकी छात्रवृत्ति 2016 की तुलना में दोगुनी की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश के अंदर जहां पर जो गरीब भी बसा होगा, वह आरक्षित श्रेणी की भूमि नही तो, उस जमीन का मालिकाना अधिकार उसका पट्टा उसी के नाम करके उसको आवास की सुविधा देने का काम किया जा रहा है। अगर आरक्षित श्रेणी की भूमि है, तो पहले उसको पट्टा दिया जाएगा, कब्जा करवाया जाएगा, आवास उपलब्ध कराया जाएगा। तब उनको यहां से पुनर्वास की व्यवस्था होगी। हर एक के पास उनका राशन कार्ड है। आज सरकार की सभी प्रकार की योजनाओं से आच्छादित होकर आगे बढ़ रहा है और सम्मानजनक तरीके से अपनी प्रतिभा का लाभ देश और समाज को देने का काम कर रहा है। 

 

उन्होंने कहा कि ये डबल इंजन की वही सरकार है जो सरकार महाराजा सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़ में विश्वविद्यालय का निर्माण करती है, तो लखनऊ में महाराज बिजली पासी के किले का पुनरुद्धार करके वहां पर भव्य स्मारक बनाने का कार्य करती है। ये सरकार सामाजिक न्याय के मूल सिद्धांतों का सम्मान करती है और इसका मूल प्रेरणा है प्रधानमंत्री मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी। पीएम की अवधारणा सबका साथ सबका विकास के साथ देश आगे बढ़ रहा है। आप सब लोग आए हैं तो ब्रज भूमि का भ्रमण जरूर कीजिए। आगरा शिवाजी महाराज की पराक्रम की जमीन है।   

 

लोकार्पित हुई प्रमुख परियोजनाएं-

- खैरागढ़ में राजकीय महाविद्यालय एवं राजकीय आईटीआई भवन

- फतेहाबाद में जनपदीय ड्रग वेयर हाउस

- आगरा- शमशाबाद- राजाखेड़ा मार्ग पर नवीनीकरण कार्य

- अमृत कार्यक्रम के अंतर्गत वेस्टर्न जोन सीवरेज परियोजना आगरा पेयजल आपूर्ति परियोजना फेज-

- आगरा- बाह- कचारा घाट मार्ग के किमी 81 से जैतपुर कलां नन्दगवां पिनाहट तासोड (राजस्थान सीमा) मार्ग का 2 लेन में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण 

अछनेरा ब्लॉक के ग्राम- अभेदोपुरा में राजकीय आईटीआई भवन,

धनौली ड्रेनेज नगर पंचायत फतेहाबाद में नाला निर्माण

- आगरा-देवरी-इरादत नगर मार्ग का किमी 4 से 23.65 तक चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण 

- एबीके मार्ग से प्रताप पुरा इंधौन मार्ग- खंदौली आंवलखेड़ा मार्ग 

सैंया से खेरिया वाया लादूखेड़ा मार्ग 

- मंडलीय होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र 

- आगरा इनर रिंग रोड प्रथम एवं द्वितीय चरण को जोड़ने हेतु फतेहाबाद रोड पर फ्लाईओवर

 

इन प्रमुख परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास-

 

- 17 नग भूमिगत जलाशय, 1,956 किमी राइजिंगमेन 

-  407 नग शिरोपरि जलाशय 7,598 किमी वितरण प्रणाली, 2,96,833 नग क्रियाशील गृह जल संयोजन 

राजकीय मेडिकल कॉलेज के लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय परिसर का विस्तारीकरण 

खंदौली थाना परिसर में टाइप-ए एवं टाइप-बी के आवासीय भवन, अनावासीय भवन एवं सर्विस ब्लॉक 

पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल 

- एसएन मेडिकल कॉलेज में 72 एवं 48 बेड की क्षमता के छात्रावास

- 14,000 नगर सीवर गृह संयोजन, 1,500 नग हाउस कनेक्टिंग चैम्बर्स एवं 5.04 किमी सीवर लाइन 

- बोदला-बिचपुरी-भरतपुर मार्ग पर ईदगाह-बांदीकुई रेल सेक्शन में किमी 10/3-4 के समपार संख्या-10ए पर 4 लेन रेल उपरिगामी सेतु 

- राजपत्रित अधिकारियों हेतु पुलिस लाइन में मल्टीस्टोरी आवासीय भवन

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धारा 370 हटने का मतलब, अब जम्मू में भी एससी को मिलेगा आरक्षण: जेपी नड्डा

 

- नड्डा बोले- कांग्रेस सरकार ने बाबा साहेब का अपमान ही किया

 

- आगरा में आयोजित भाजपा एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन में हुए शामिल जेपी नड्डा

 

07 मार्च आगरा। भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित वर्ग के राष्ट्रीय अधिवेशन में बृहस्पतिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि विपक्ष को जेल और बेल यात्रा पर जाने दीजिए। आप कमल खिलाएं और भारत को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाएं। आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के सहारे भाजपा ने अनुसूचित वर्ग के लिए किए जा रहे कार्यों को गिनाया। इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने से अनुसूचित वर्ग के लोगों को वहां बसने और चुनाव लड़ने का अधिकार दिलाने की बात कही।

 

भाजपा के अनुसूचित मोर्चा का राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब का अपमान किया। जेपी नड्डा ने राजनीति में परिवारवाद पर भी हमला बोला।

 

उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पीएम मोदी ने छात्रवृत्ति बढ़ाने का काम किया। छात्रों के रहने के लिए 173 करोड़ रुपए खर्च करके हॉस्टल बनाए गए। प्री-कोचिंग का हर साल 20 हजार छात्र फायदा उठा रहे हैं। मुद्रा योजना का लाभ उठाने में हमारे एससी के 18% भाई हैं। ये खुशी की बात है। आज 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए हैं।

 

जेपी नड्डा ने कहा कि नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दिया। इंदिरा गांधी ने भी खुद को भारत रत्न दे डाला। लेकिन आंबेडकर जी को नहीं दिया। जब तक हमारी सरकार नहीं आई। हमारी सरकार में ही बाबा साहेब को भारत रत्न दिया। कांग्रेस तो बाबा साहेब का अपमान करती रही। उन्होंने कहा कि जब अंत का उदय होगा, तभी भारतीय समाज का विकास होगा। ये हम हमेशा से कहते आए, इसी को मोदी जी ने आगे बढ़ाकर कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास...तभी समाज का विकास हो रहा है। कांग्रेस के सभी नारे समाज को खंडित करने वाले रहे हैं। जबकि बीजेपी के नारे सबको साथ लेकर चलने वाले रहे हैं। सबके विकास के हैं।

 

जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति के हमारे भाइयों- बहनों के लिए काम किए गए। ताकि वह मुख्यधारा में शामिल हो सके। लंबे समय में मैंने देखा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक शासन चलाया। तब उन्होंने दलित भाइयों को कभी भी मानता की दृष्टि से नहीं देखा। हमेशा उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के तौर पर देखा। हमने उस वक्त भी कहा, जब हम सत्ता में नहीं थे कि जब तक आपको बराबरी की जगह नहीं देंगे, देश आगे नहीं बढ़ सकता है। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंच पर मौजूद रहे।

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(महिला दिवस पर विशेष)

 

योगीराज में साल दर साल सशक्त हुई मातृशक्ति

 

साकार हो रहा महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन का सपना

 

राज्य की महिला श्रम बल में भागीदारी दर 2017-18 में 14.2% से बढ़कर 2022-23 में 32.10% हुई

 

महिला उद्यमियों को जमकर मिले ऋण

 

महिला अपराधियों को सज़ा दिलाने में भी योगी सरकार अव्वल

 

सैनिक स्कूल के दरवाजे भी लड़कियों के लिए खुले

 

लखनऊ, 07 मार्च:- महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ प्रदेश की योगी सरकार की कोशिशों के सकारात्मक नतीजे मिलने लगे हैं। स्वावलम्बन की बात करें तो पीरियॉडिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की महिला श्रम बल में भागीदारी दर 2017-18 में 14.2 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 32.10 प्रतिशत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य में महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित प्रयास किए गए, जिसके परिणामस्वरूप यह वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री की निजी तौर पर निगरानी ने एक ऐसा माहौल तैयार किया है जहां महिलाएं सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर रही हैं, जो उन्हें अभूतपूर्व गति से आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करती है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में महिला श्रम बल भागीदारी दर 39.80 प्रतिशत दर्ज की, जबकि उत्तर प्रदेश ने 32.10 प्रतिशत की दर दर्ज की. इसके विपरीत, वित्तीय वर्ष 2017-18 में, भारत की महिला श्रम बल भागीदारी दर 25.3 प्रतिशत थी, जबकि यूपी 14.2 प्रतिशत के साथ काफी पीछे था।

 

पिछले 07 वर्ष में योगी सरकार की नीतियों की समीक्षा करें तो 'महिला सशक्तिकरण' शासन की शीर्ष प्राथमिकता के रूप में साफ दिखाई देता है। रोजगार के लिए जो योजनाएँ शुरू की गईं, उसमें महिलाओं को बराबर का भागीदार बनाया जा रहा है। मुद्रा योजना आज गांव-गांव में, गरीब परिवारों से भी नई-नई महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रही है। इस योजना के तहत पूरे देश मिले कुल ऋण में से लगभग 70 प्रतिशत महिलाओं को दिए गए हैं। दीनदयाल अंत्योदय योजना के जरिए भी देश भर में महिलाओं को सेल्फ हेल्प ग्रुप्स और ग्रामीण संगठनों से जोड़ा जा रहा है। योगी सरकार ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पूरक पुष्टाहार तैयार करने की जिम्मेदारी देकर न केवल संगठित भ्रष्टाचार से निजात दिलाई, बल्कि महिलाओं के एक बड़े वर्ग को आर्थिक स्वावलम्बन से भी जोड़ा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 2014 से पहले के 5 वर्षों में जितनी मदद दी गई, बीते 7 साल में उसमें लगभग 13 गुणा बढ़ोतरी की गई है। हर सेल्फ हेल्प ग्रुप को पहले जहां 10 लाख रुपए तक का बिना गारंटी का ऋण मिलता था, अब ये सीमा भी दोगुनी यानि 20 लाख की गई है। राज्य में 80 हज़ार राशन दुकानों में महिला स्वयं सहायता समूह की अहम भूमिका है। दीनदयाल अंत्योदय योजना, जो ग्रामीण गरीब महिलाओं के लिए क्षमता निर्माण और विविध आजीविका के अवसर पैदा करने पर ध्यान देने के साथ ग्रामीण गरीबों को स्व-शासित संस्थानों में संगठित करती है। इस मिशन ने महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के माध्यम से सफल प्रगति की है और किसानों के रूप में महिलाओं की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया है। सामुदायिक एकजुटता और महिलाओं की संस्थाओं के निर्माण के चरण से आगे बढ़ते हुए, अब ध्यान एसएचजी महिलाओं को उत्पादक समूहों, एफपीओ और निर्माता कंपनियों के माध्यम से उच्च क्रम की आर्थिक गतिविधियों में शामिल करने पर है।

 

महिला सुरक्षा के लिए योगी सरकार की नीतियां पूरे देश में सराही जा रही हैं। महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराध में सजा दिलाने में यूपी पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनकर उभरा है। महिलाएं रात की पाली में भी काम कर सकें, इसके लिए नियमों को आसान बनाने का काम सरकार ने किया। खदानों में महिलाओं के काम करने पर जो कुछ बंदिश थी, वो सरकार ने हटाई है। देशभर के सैनिक स्कूलों के दरवाजे, लड़कियों के लिए खोल देने का काम होना ऐतिहासिक है। बलात्कार जैसे संगीन अपराधों की तेज़ सुनवाई के लिए उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट्स स्थापित किए हैं।

 

बालिकाओं को शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए संचालित मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि हाल ही में ₹15 हजार से बढ़ाकर ₹25 हजार कर दिया गया है। योजना से अब तक 18.66 लाख बेटियां लाभान्वित हुई हैं। निर्धन परिवारों की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक योजना संचालित है। इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ ही सामान्य वर्ग के निर्धन परिवार भी आवेदन कर सकते हैं। योजना का लाभ विधवा और तलाकशुदा भी उठा सकती हैं। एक जोड़े के विवाह पर कुल ₹51 हजार की धनराशि की व्यवस्था है। योजना के तहत अब तक 3.50 लाख जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है। निराश्रित महिला को प्रति लाभार्थी ₹1000 प्रतिमाह पेंशन दी जाती है। वर्तमान में 31.50 लाख निराश्रित महिलाओं पेंशन दी जा रही है। जघन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं/बा​लिकाओं को आर्थिक सहायता हेतु इस कोष की स्थापना की गई है। इसके अंतर्गत 7,105 महिलाओं/बालिकाओं को क्षतिपूर्ति धनराशि प्रदान ​की गई है। महिलाओं को संगठित, सशक्त, स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए 8.37 लाख स्वयं सहायता समूहों  का गठन करते हुए ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों की 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को आच्छादित किया गया है। महिला स्वयं सहायता समूहों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत 1,840 उचित मूल्य की दुकानों का आवंटन किया गया है। आंगनवाड़ी केंद्रों पर वितरित होने वाला पोषाहार अब स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किया जा रहा है। योगी सरकार की बैंकिंग कॉरस्पॉन्डेंट सखी योजना वित्तीय समावेशन का मॉडल बनकर उभरी है। जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में ग्रामवासियों को प्रोत्साहित एवं लाभान्वित करने हेतु प्रदेश की सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों में विभिन्‍न बैंकों के माध्यम से बी.सी. सखी को पदस्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।

 

भारत सरकार द्वारा संचालित प्रमुख महिला कल्याण योजनाओं की उत्तर प्रदेश में प्रगति

 

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना : प्रदेश में 1.75 करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जा चुका है। होली व दीपावली में नि:शुल्क एलपीजी सिलेंडर दिया गया है।

 

प्रधानमंत्री आवास योजना : 'सबके लिए आवास' का संकल्प लिये यह योजना पात्र व्यक्तियों, खासकर महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है। योजना के अंतर्गत अ​भी तक प्रदेश में 55.83 लाख आवास निर्मित किए गए हैं। इनमें अधिकांश आवास मातृशक्ति के नाम आंवटित किए गए हैं।

 

पी.एम. स्वनिधि योजना : प्रदेश में अब तक 17 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरित किया जा चुका है। इनमें 2 लाख से अधिक महिलाओं को ऋण दिया गया है, जिससे उनके व्यवसाय का मार्ग प्रशस्त हुआ है और जीवन में खुशहाली आई है।

 

स्वच्छ भारत मिशन : प्रदेश में अब तक 2.61  करोड़ शौचालयों (इज्जतघर) का निर्माण कराया जा चुका है। इसके अतिरिक्त नगरीय निकायों में 4,500 पिंक शौचालय निर्मित कराए गए हैं।

 

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना (घरौनी) : योजना के त​हत ग्रामीण क्षेत्र के उन लोगों को अपनी जमीन का म​लिकाना हक़ दिया जा रहा है, जिनकी जमीन किसी भी सरकारी दस्तावेज़ में दर्ज़ नहीं है। मलिकाना हक़ परिवार की महिला सदस्य के नाम अंकित किया जा रहा है। अब तक 66.59 लाख लाभार्थियों/महिलाओं को स्वामित्व प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है।

 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना : योजना के तहत अब तक 54.44 लाख गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।

 

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना : योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 90 लाख महिलाओं एवं बालिकाओं को जागरूक किया गया।

 

मिशन वात्सल्य योजना :  प्रदेश में 75,811 बच्चों को उनके माता-पिता/अभिभाव​कों से मिलाया गया तथा 1,436 संभावित बाल विवाह रोके गये।

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महिला दिवस

 

प्रदेश की 'आधी आबादी' के जीवन का उजाला बनी 'प्रधानमंत्री उज्जवला योजना'

 

- योगी सरकार में अब तक 1.75 करोड़ पात्र परिवारों को दिया गया है निःशुल्क गैस कनेक्शन

 

-प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के का लाभ लोगों तक पहुंचाने में देश में प्रथम स्थान पर है उत्तर प्रदेश

 

7 मार्च, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की 'डबल इंजन' की सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए विगत सात वर्षों से लगातार कार्य कर रही है। इस दिशा में, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना प्रदेश की आधी आबादी के जीवन का उजाला बनने का बेहद सशक्त माध्यम साबित हुई है। गरीबों के घरों में भी एलपीजी जैसे सुरक्षित ईंधन से खाना पके, इसके लिए वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिया से उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। इसके अंतर्गत, उत्तर प्रदेश में अब तक 1.75 करोड़ पात्र परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया है। इस योजना ने प्रदेश की करोड़ों माताओं-बहनों को धुएं से मुक्ति दिलाकर उनका जीवन बदल दिया है।

 

योगी के कमान संभालते ही आई प्रक्रिया में तेजी

वर्ष 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में जहां इस योजना की गति बहुत धीमी थी। वहीं, प्रदेश की कमान जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथ में आई तो इस योजना के क्रियान्वयन में तेजी आई। इसी का नतीजा रहा कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में देश में प्रथम स्थान पर है। यही नहीं, होली और दीपावली पर योगी सरकार प्रदेश की महिलाओं को एक-एक सिलेंडर निःशुल्क दे रही है। योजना के तहत आधार वेरीफाइड लाभार्थियों को निःशुल्क एलपीजी सिलेण्डर रिफिल कर वितरित किया जा रहा है।

 

'धुआं मुक्त रसोई' का सपना हुआ पूरा

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से लाभान्वित हुई बस्ती जनपद के कप्तानगंज विकासखंड के ग्राम पंचायत बढ़नी मिश्र की रहने वाली निर्मला देवी कहती हैं कि पहले वह लकड़ी से खाना बनाती थी, धुंए के कारण उनके आखों में जलन एवं स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता था। योजना के तहत गैस सिलेण्डर मिल जाने से समय की बचत के साथ ही उनका धुआं मुक्त रसोई का सपना भी पूरा हो गया है। अब उनकी आंखों में जलन नहीं होती और भोजन भी अपेक्षाकृत जल्दी बन जाता है।

 

लकड़ी जलाकर खाना पकाने से मिली मुक्ति

आगरा के लोहामंडी की रहने वाली राधा कुमारी कहती हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा शुरु की गई उज्ज्वला योजना से गैस का सिलेण्डर, चूल्हा, पाइप व रेगुलेटर निःशुल्क प्राप्त हुआ है। उन्होंने ने भी बताया कि पहले उन्हें चूल्हे पर लकड़ी जलाकर खाना पकाना पड़ता था, जिससे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था। आंखों में धुआं लगता था, मगर अब गैस से आसानी से खाना बन जाता है। इसके लिए, वह प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देती हैं।

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9 हजार से अधिक कुशल श्रमिक जाएंगे इजरायल, द्वितीय चरण में 4121 का हुआ चयन

 

कुशल कामगारों व श्रमिकों को विदेशों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है योगी सरकार

 

प्रथम चरण में 5087 समेत कुल 9208 कुशल श्रमिकों का हुआ अंतिम रूप से चयन

 

28 फरवरी से 7 मार्च तक राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ में इजराइल की टीम ने द्वितीय चरण के तहत लिया स्किल टेस्ट

 

चयनित कुशल श्रमिकों को इजरायल में 01 लाख 37 हजार प्रतिमाह वेतन पर किया जाएगा सेवायोजित

 

लखनऊ, 7 मार्च। योगी सरकार प्रदेश के कुशल कामगारों व श्रमिकों को विदेशों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। इजरायल में नवनिर्माण कार्य के लिए प्रदेश के श्रमिकों को चयनित कर भेजा जा रहा है। प्रथम चरण में 5087 तथा दूसरे चरण में 4121 श्रमिकों को इजरायल में सेवायोजित किए जाने हेतु चयनित किया गया है। इस तरह कुल 9208 कुशल श्रमिक इजराइल में 01 लाख 37 हजार प्रतिमाह वेतन पर सेवायोजित किए जाएंगे।

 

इजरायल की टीम ने लिया स्किल टेस्ट

प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और  उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा हर हाथ को काम दिलाने के तहत भारत सरकार एवं इजरायल सरकार के बीच एमओयू किया गया है जिसके अंतर्गत व्यवसाय मेसन प्लास्टरिंग वर्क, मेसन सेरेमिक टाइलिंग, मेसन बिल्डिंग फ्रेमवर्क तथा मेसन आयरन वेन्डिंग के क्षेत्र में इजराइल में भारतीय श्रमिको को सेवायोजित करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। 28 फरवरी, 2024 से 07 मार्च, 2024 तक राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ में कुशल श्रमिकों के द्वितीय चरण का स्किल टेस्ट इजरायल की टीम के द्वारा लिया गया, जिसमें 4121 कुशल श्रमिकों को चयनित किया गया है। इस प्रकार कुल 9208 कुशल श्रमिकों को इजराइल की टीम के द्वारा चयनित किया गया है।

 

इजरायल की टीम ने की प्रशंसा

कुशल श्रमिको के स्किल टेस्ट का निरीक्षण विशेष सचिव श्रम एवं निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन कुणाल सिल्कू के द्वारा समय-समय पर किया गया तथा उनके द्वारा प्रधानाचार्य, राज कुमार यादव एवं उनकी टीम की प्रशंसा की गई है। निदेशक के मार्गदर्शन में एनएसडीसी के सहयोग से इजराइल की टेस्टिंग टीम के द्वारा कुशल श्रमिकों के द्वारा स्किल टेस्टिंग का कार्य किया गया। संयुक्त निदेशक, लखनऊ मण्डल अनिल वर्मा ने भी समय-समय पर निरीक्षण किया। इजरायल सरकार की टीम, एनएसडीसी की टीम एवं पीबा की टीम ने आश्वस्त किया कि यदि भविष्य में और कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होगी तो आईटीआई अलीगंज, लखनऊ को ही परीक्षा केंद्र बनाएंगे। प्रधानाचार्य राज कुमार यादव ने इजरायल टीम के अधिकारियों, एनएसडीसी टीम के अधिकारियों एवं पीबा टीम के अधिकारियों का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया तथा श्रम विभाग के अधिकारियों, संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद दिया।

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रामलला आ गए हैं और अपराधियों का राम नाम सत्य भी हो गया है : योगी आदित्यनाथ

 

- बोले मुख्यमंत्री, श्रीराम का नाम लेकर प्रदेश में हो रहे सभी काम

 

- संकल्प की सिद्धि कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया संबोधित

 

- किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ कार्यक्रम

 

- मुख्यमंत्री ने किसानों का किया आह्वान, पीएम कुसुम योजना से जुड़कर बनें आत्मनिर्भर, करें अतिरिक्त आमदनी

 

- 2017 से पहले न किसान सुरक्षित था, न उसकी फसल, न बिजली थी, न बीज, न पानी : सीएम योगी

 

- मुख्यमंत्री ने किसानों को महाशिवरात्रि और होली की दी अग्रिम शुभकामनाएं

 

लखनऊ, 7 मार्च। हमारा अन्नदाता किसान जब आपस में मिलता है तो राम-राम कहता है। आज अयोध्या में रामलला भी आ गए हैं और प्रदेश के अपराधियों का राम नाम सत्य भी हो गया है। उत्तर प्रदेश में सभी कार्य श्रीराम का नाम लेकर चल रहा है, इसलिए किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ये डबल इंजन की सरकार है। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां 2017 से पहले न किसान सुरक्षित था, न उसकी फसल, न बिजली थी, न किसान का सम्मान, न बीज मिलता था और न खाद और पानी। मगर आज मोदी जी के नेतृत्व में सरकार आपके हितों की पूरी चिंता करने के लिए हरदम तैयार बैठी है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कृषकों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए जाने के उपलक्ष्य में 'संकल्प की सिद्धि' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

 

आज का दिन यूपी के अन्नदाता किसानों के लिए महत्वपूर्ण

मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से आए किसानों और किसान यूनियन के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन देश की आबादी के सबसे बड़े राज्य के अन्नदाता किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। जब डबल इंजन की सरकार पीएम के विजन को धरातल पर उतारने के लिए कृषक बिल माफी के इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देने जा रही है। इसके लिए प्रदेश के सभी अन्नदाताओं का हृदय से अभिनंदन और बधाई। उन्होंने कहा कि आज यहां प्रदेश के वित्तमंत्री, कृषि मंत्री, ऊर्जा मंत्री, मुख्य सचिव, बिजली विभाग के अधिकारी, किसान यूनियन के नेता सभी मौजूद हैं। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है।

 

हमारा अन्नदाता किसान परिश्रमी और पुरुषार्थी है

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी देश का हृदयस्थल है, दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि और सबसे अच्छा जलसंसाधन हमारे पास है। यही नहीं हमारा अन्नदाता किसान भी परिश्रमी और पुरुषार्थी है। उसी की मेहनत और परिश्रम का परिणाम है कि आज खाद्यान उत्पादन में यूपी देश में नंबर वन है। ये सबकुछ पहले भी था, पहले भी हमारे पास क्षमता थी, मगर पिछली सरकारों में किसानों की उपेक्षा की गई। किसान कभी सरकार के एजेंडे का हिस्सा नहीं रहे। लेकिन, प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद जो कार्य प्रारंभ हुए आज उसके परिणाम हमारे सामने हैं। आज उसी को एक नई ऊंचाई प्रदान करने के लिए हम सब यहां उपस्थित हुए हैं।

 

जो वादा किया था वो आज पूरा करके दिखाया है

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 14 लाख 78 हजार 591 किसानों के पास निजी नलकूप हैं। इसमें से 13 लाख 48 हजार 93 निजी नलकूप 10 हॉर्स पॉवर या उससे नीचे के हैं। 1 लाख 28 हजार 944 नलकूप ऐसे हैं जो 10 से 15 हॉर्स पावर क्षमता वाले हैं। इसी प्रकार 8 हजार 923 ऐसे नलकूप हैं जो 15 हॉर्स पॉवर से ऊपर की क्षमता के हैं। इन सभी को बिल माफी योजना के साथ जोड़ा जा रहा है। हम इसे 1 अप्रैल 2023 से ही लागू किया है। इसके लिए सरकार ने गत वर्ष 1500 करोड़ की राशि उपलब्ध कराई है और इस बार 2400 करोड़ की व्यवस्था की गई है। हमने हमारे अन्नदाता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापति करते हुए, जो वादा किया था वो आज पूरा करके दिखाया है।

 

पीएम कुसुम योजना के साथ जुड़ने का किया आह्वान

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसानों से पीएम कुसुम योजना के साथ जुड़ने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत ट्यूबवेल पर सौलर पैनल लगाकर किसान बिजली पैदा कर सकेंगे। अपने उपयोग के बाद बची हुई बिजली सरकार को भी बेच सकेंगे। इससे न केवल किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी बल्कि उनके बिजली की आवश्यकता की भी पूर्ति होगी। इसमें कृषि विभाग और ऊर्जा विभाग की ओर से सब्सिडी दी जा रही है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश के 14 लाख 78 हजार किसानों को प्राथमिकता के साथ पीएम कुसुम योजना के साथ जोड़ सकें। इससे प्रदेश के तकरीबन 15 लाख किसान परिवारों के 65 लाख सदस्य सीधे सीधे लाभान्वित होंगे।

 

जबतक हमारा अन्नदाता खुशहाल नहीं होगा, भारत खुशहाल नहीं हो सकता

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा है कि अन्नदाता किसानों को किसी के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता न हो। पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य यही है कि अन्नदाता किसान आत्मनिर्भर बने और 2047 में जब भारत विकसित राष्ट्र बने तो हमारा किसान भी खुशहाल हो। जबतक हमारा अन्नदाता खुशहाल नहीं होगा, भारत खुशहाल नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसानों का हित सर्वोपरि रखने वाली सरकार है। 2017 में सरकार बनने के बाद हमने सबसे पहला काम 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने का किया है। मुख्यमंत्री ने किसानों को महाशिवरात्रि और होली की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। 

 

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री द्वय ब्रजेश पाठक एवं केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विद्युत मंत्री एके शर्मा, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमरमुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव विद्युत विभाग महेश कुमार गुप्ता, बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह सहित बड़ी संख्या में आए प्रदेशभर के अन्नदाता एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

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माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर, लखनऊ में कृषकों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए जाने के उपलक्ष्य में 'संकल्प की सिद्धि' कार्यक्रम में सम्मिलित होते एवं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए।

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