भ्रष्टाचारी श्रम परिर्वतन अधिकारी रामेन्द्र मोहन श्रम आयुक्त कार्यालय सम्बद्ध।    

सदर विधायक पल्टूराम के अथक प्रयास एंव डीपी सिंह बैस के मामला उठाने पर हुई कार्यवाही।     

दिव्यांग से अभद्रता करने पर मुख विकास अधिकारी ने विकास भवन से खाली कराया था कार्यालय।                           
                       बलरामपुर में श्रम विभाग के श्रम परिर्वतन अधिकारी रामेन्द्र मोहन द्वारा लाभार्थियों से मनामानी वसूली लाभार्थियों द्वारा पैसा न देने पर अभद्रता और गालीगलौज करने का आरोप था।                             बलरामपुर श्रम विभाग बलरामपुर में भ्रष्टाचार का बोलबाला है बिना पैसा लिये लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है पैसा न मिलने पर लाभार्थियों से अभ्रदता करने के साथ साथ गाली गलौज भी किया जाता रहा है।                      श्रम विभाग में श्रम परिर्वतन अधिकारी के पद पर तैनात रामेंद्र मोहन द्वारा श्रमिकों की लड़कियों के शादी अनुदान में मनमाने ढंग से पैसे की वसूली की जा रही है हाल ही में सुनील चौहान ने अपनी लड़की की शादी के अनुदान के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था अनुदान के नाम पर श्रम परिर्वतन अधिकारी रामेंद्र मोहन ने धीरे धीरे करके लगभग 5 -6 हजार रूपये की वसूली की 27 जून को जब सुनील चौहान उनकी पत्नी नीतू चौहान ने पुनः जाकर श्रम परिर्वतन अधिकारी से अनुदान की सिफारिश की तो उन्होंने पुनः 5 हजार रुपये की मांग की इस पर उन्होंने कहा कि हम गरीब है इतना पैसा नहीं दे सकते तो अधिकारी रामेंद्र मोहन ने गाली गलौज बकते हुए आवेदक व उनकी पत्नी के साथ अभद्रता की शोर शराबा सुनकर वहा उपस्थित लोगों ने बीच बचाव किया अधिकारी द्वारा आवेदक व उनकी पत्नी को कार्यालय में दुबारा न आने की धमकी दी।        
  इस प्रकरण को लेकर आवेदक ने मुख्य विकास अधिकारी को शिकायती पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की थी। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह बैस ने भी पत्र लिखकर श्रम परिर्वतन अधिकारी के कार्य व्यवहार को लेकर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही करने की मांग की थी। जिसको संज्ञान लेते हुए सदर विधायक पल्टूराम ने श्रम मंत्री एंव विधान सभा में प्रश्न उठा कर जांच कार्यवाही के क्रम कार्यवाही की गयी है।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिंदी संवाद न्यूज़ 

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