मथुरा। एमएसपी सहित कई मांगों को लेकर दिल्ली के आसपास चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन मिल रहा है। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से किसानों की मांगों को पूरा करने के साथ ही आंदोलन को समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई। किसान पहले कैंट बिजली घर कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और यहां से पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। प्रदेश प्रवक्ता व प्रभारी मध्य प्रदेश गजेंद्र सिंह परिहार व प्रवक्ता आगरा मंडल ललित शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक केवल 6 प्रतिशत किसानों का ही गल्ला न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाता है। शेष 94 प्रतिशत किसानों का गला बिचौलिया द्वारा खरीदा जाता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा केवल और केवल उद्योपति और पूंजीपति की अर्थव्यवस्था दिन दुगनी रात चौगुनी होती जा रही है। बिचौलिया किसान के तीन रूपये के समान को लेकर 300 रूपये में बेक रहे हैं। इससे किसान का भला नहीं होगा। किसानों के मार्च को देखते हुए पुलिसकर्मियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार को बंद कर दिया था। किसानों के विरोध के बाद जिलाधिकारी कार्यालय का प्रवेश द्वार खोलना पड़ा। इस दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रदेश सचिव देवेंद्र सिंह, प्रमुख महासचिव आगरा मंडल जगदीश परिहार, मंडल महासचिव राकेश, प्रचार मंत्री आगरा मंडल गिर्राज परिहार, धीरी सिंह, गणेश तोमर, दयाराम चौधरी, योगेश अस्थान, निजाम, प्रदीप चौधरी, भोला परिहार, पिंटू परिहार, राम गोपाल तोमर, राजकुमार, नीरज कोयण, घूरेलाल शास्त्री, नितेश प्रधान, सोनू प्रधान, डा. विजयपाल आदि मौजूद रहे।
भाकियू अराजनैतिक का ट्रेक्टर मार्च स्थगित
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का ट्रैक्टर मार्च भी प्रस्तावित था। संगठन ने मार्च स्थगित कर दिया। मंडल अध्यक्ष राजकुमार तौमर ने बताया कि यह कार्यक्रम 29 फरवरी तक होगा। मार्च बुधवार के प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित करने के पीछे पार्टी आलाकमान से मिले निर्देशों को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ किसान संगठनों की वार्ता सफल होने के आसार है, वार्ता की प्रगति पर नजर रखी जा रही है।
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