पिछड़े वर्ग एवं दिव्यांगजनों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान
सुनिश्चित किया जाय
योजनाओं में लापरवाही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी
पिछड़े वर्ग विभाग में संचालित छात्रवासों के मरम्मत का कार्य तीव्र गति से मरम्मत
कार्य पूर्ण किये जाय
डॉ. शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्विद्यालय लखनऊ एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट में दिव्यांगजनों की समस्याओं का पूरा ध्यान रखा जाय
दिव्यांगजन को हुनरमंद बनाकर उन्हें स्वरोजगार एवं रोजगार के अवसर प्रदान किये जायें
गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांगजन के लिए संचालित दोनों विश्वविद्यालयों के क्रियाकलापों एवं सुविधाओं को प्रदर्शित किया जाय
-मंत्री नरेन्द्र कश्यप
लखनऊ: 31 जनवरी, 2024
मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने निर्देश दिया कि पिछड़े वर्ग एवं दिव्यांगजनों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित किया जाय। योजनाओं में आवेदन से लेकर लाभ प्राप्त करने तक की प्रक्रिया में पात्र लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पात्र लाभार्थियों को समय से योजनाओं का लाभ पहुँचे। उन्होंने निर्देशित किया कि दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण के अधिकारी एवं कर्मचारी पिछड़े वर्ग एवं दिव्यांगजनो के हितों को ध्यान में रखते हुए पूरी लगन एवं ईमानदारी से कार्य करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप बुधवार को अपने कार्यालय में विभागीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग में संचालित शादी अनुदान योजना की समीक्षा की और निर्देश दिए कि योजना से अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभ दिया जाय। पिछड़े वर्ग विभाग में संचालित छात्रवासों के मरम्मत का कार्य को तीव्र गति से मरम्मत कार्य पूर्ण किये जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि डॉ. शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्विद्यालय लखनऊ एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट में दिव्यांगजनो की समस्याओं का पूरा ध्यान रखा जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट में दिव्यांगजन छात्र एवं छात्राओं के लिए छात्रावास का निर्माण का प्रस्ताव भेजा जाय। दिव्यांगजनो के लिए संचालित पेंशन योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र दिव्यांगजनों को दिलाया जाय। दिव्यांगजनों को हुनरमंद बनाकर उन्हें स्वरोजगार एवं रोजगार के अवसर प्रदान किये जायें। उन्होंने निर्देश दिए कि गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्विद्यालय लखनऊ एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट के क्रियाकलापों एवं सुविधाओं को प्रदर्शित किया जाय। इसके साथ ही दिव्यांगजनो को अपनी हुनर एवं कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सफल हो चुके दिव्यांगजनों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाय।
बैठक में राज्य आयुक्त दिव्यांगजन सशक्तीकरण अजीत कुमार, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण भूपेंद्र एस. चौधरी, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण डॉ. वंदना वर्मा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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